बंगाल पुलिस ने केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर के खिलाफ चाची की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर कहा जबरन मकान पर करना चाह रहे है कब्जा
कोलकाता: पश्चिम बंगाल पुलिस ने केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर के खिलाफ उनकी चाची और तृणमूल कांग्रेस सांसद ममता बाला ठाकुर की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की है। ममता बाला ने आरोप लगाया है कि शांतनु जबरन उस मकान पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं जिसमें उनके समुदाय की कुलमाता मानी जाने वाली शांतनु की दादी बीनापानी देवी पांच साल पहले अपनी अंतिम सांस तक वहां रहीं। बीनापानी देवी को लोग प्रेम से ‘बोड़ो मां’ कहते थे। केंद्रीय पोत, पत्तन परिवहन एवं जलमार्ग राज्य मंत्री ने आरोपों को बेबुनियाद करार दिया। उन्होंने कहा, ‘‘ममता बाला ठाकुर ने खुद उस मकान पर जबरन कब्जा किया है जबकि मैं उसका कानूनी वारिस हूं। ममता ठाकुर की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज गायघाट के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’को बताया, ‘‘ममता बाला ठाकुर की शिकायत के आधार पर जबरन घर में घुसने सहित विभिन्न धाराओं के तहत शांतनु ठाकुर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। हमने मामले की जांच शुरू कर दी है।” पश्चिम बंगाल के मतुआ बहुल ठाकुरनगर इलाके में रविवार की रात उस समय नाटकीय स्थिति पैदा हो गई जब दोनों नेताओं के समर्थक उस मकान पर कब्जा करने के लिए आमने-सामने आ गए जिसमें पांच साल पहले अपनी मौत तक बीनापानी देवी रहती थीं। तृणमूल कांग्रेस के मुताबिक यह घटना तब हुई जब शांतनु ठाकुर ने अपने समर्थकों के साथ कथित तौर पर मकान पर कब्जा करने की कोशिश की जिसमें अभी ममता बाला रहती हैं। शांतनु, बीनापानी देवी के पोते हैं जबकि ममता बाला ठाकुर उनकी पुत्रवधू हैं। ठाकुरनगर, उत्तर 24 परगना जिले के अंतर्गत आता है। तृणमूल कांग्रेस ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर घटना का कथित वीडियो साझा करते हुए पोस्ट किया, ‘‘ भाजपा की गुंडागर्दी चरम पर है। बनगांव से चौंकाने वाले दृश्य आ रहे हैं जहां भाजपा उम्मीदवार और उनके नेता शांतनु अपने गुंडों के साथ धारदार हथियार लेकर हमारी राज्यसभा सदस्य ममता ठाकुर के आवास पर हिंसक हमले की योजना बना रहे हैं।” कथित वीडियो में शांतनु और उनके समर्थक मकान के गेट को खोलने की कोशिश कर रहे हैं। शांतनु ने संवाददाताओं से कहा कि संपत्ति के कानूनी दावेदारों में से एक होने के बावजूद, ‘‘ममता बाला ठाकुर ने पूरे घर पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया है और यहां तक कि इसके एक हिस्से को तृणमूल कांग्रेस के कार्यालय में तब्दील कर दिया है।” राजनीतिक हित के लिए इस घर की पवित्रता नष्ट शांतनु ने सोमवार की सुबह ‘बोड़ो मां’ के कमरे में बैठकर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए दावा किया, ‘‘यह कमरा मतुआ समुदाय के श्रद्धालुओं के लिए है। लेकिन ममता बाला ठाकुर ने अपने राजनीतिक हित के लिए इस घर की पवित्रता नष्ट कर दी है।” तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा सदस्य ने इन आरोपों को खारिज करते हुए आरोप लगाया कि शांतनु के साथ आए गुंडों ने उनपर धारदार वस्तुओं से हमला करने की कोशिश की। उन्होंने कहा, ‘‘मेरी जान को खतरा है। यह शर्मनाक है कि भाजपा नारीशक्ति के बारे में बात करने के बावजूद एक विधवा पर हमला कर रही है। मैंने गायघाट पुलिस थाना में शिकायत दर्ज कराई है क्योंकि शांतनु ठाकुर और उनके सहयोगियों ने मेरे आवास में घुसने की कोशिश की। वे घर में जबरन घुस गए। मेरे आवास पर मुझे सूचित किया गया है कि एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। घटना के बाद केंद्रीय बल और राज्य पुलिस के जवान तैनात तृणमूल कांग्रेस के पूर्व मंत्री मंजूल कृष्ण ठाकुर के बेटे शांतनु ठाकुर के भाजपा में शामिल होने और 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ने के बाद से ही ठाकुरबाड़ी परिवार विभाजित है। ममता बाला ठाकुर बनगांव के तृणमूल सांसद और बीनापानी देवी के बड़े बेटे कपिल कृष्ण ठाकुर की पत्नी हैं। घटना के बाद सोमवार सुबह से ही इलाके में केंद्रीय बल और राज्य पुलिस के जवान तैनात हैं। लोकसभा चुनाव से पहले दोनों पक्ष के समर्थक ठाकुरबाड़ी के बाहर जमा हो गए और एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की। शांतनु ने 2019 के लोकसभा चुनाव में अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी एवं तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार ममता बाला ठाकुर को हराया था। मतुआ समुदाय मूल रूप से तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) के हिंदू समुदाय के कमजोर वर्ग थे और बंटवारे के बाद पड़ोसी देश में धार्मिक उत्पीड़न की वजह से भारत चले आए थे।रिपोर्ट अशोक झा