श्रीमद् भागवत कथा की मंत्रोच्चार से हवन पूजन के साथ हुई पूर्णाहुति

श्रीमद् भागवत कथा की मंत्रोच्चार से हवन पूजन के साथ हुई पूर्णाहुति

उप्र बस्ती शहर के मुरलीजोत मोहल्ले में सोमवार को चल रही श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ की पूर्णाहुति पूजापाठ एवं पूरे वैदिक मंत्रोच्चार से हवन पूजन के साथ कर दी गई। पूर्णाहुति कथा वाचक पार्थेश्वर प्रसाद दूबे के नेतृत्व में वैदिक ब्राह्मणों द्वारा कराया गया। जिसमे बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। इससे पूर्व कथा वाचक ने कथा वाचन करते हुए कहा कि यज्ञ मानव जीवन को सफल बनाने के लिए एक आधारशिला है। अग्नि पवित्र है जहां यज्ञ होता है वहां का संपूर्ण वातावरण पवित्र हो जाता है। उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने स्वाहा को आशीर्वाद दिया था कि देवताओं को ग्रहण करने वाली कोई भी सामग्री बिना स्वाहा को समर्पित किए देवताओं तक नहीं पहुंच पाएगी। यही कारण है कि हवन यज्ञ के दौरान स्वाहा बोला जाता है। उन्होंने कहा कि भगवान विष्णु के सातवें अवतार का नाम यज्ञ है। उन्होंने कहा कि स्वाहा दक्ष प्रजापति की पुत्री हैं। इनका विवाह अग्निदेव के साथ किया गया था। जबकि कथा पूर्णाहुति पश्चात श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद आदि का भी वितरण किया गया। इस मौके पर यजमान केशव प्रसाद दूबे, चंद्रावती दूबे, मंजू मिश्रा, बागीश मिश्र,सुषमा तिवारी,अभिनेंद्र , अंशू दूबे , कौशल किशोर दूबे, कृष्ण मुरारी दूबे,आशी दूबे,अमरेंद्र कुमार दूबे सहित तमाम लोग मौजूद रहे।

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