मंगरू’ के नाम पर खाते से पैसा निकाल कर हवा में बना पीएम आवास जांच में कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति

मंगरू’ के नाम पर खाते से पैसा निकाल कर हवा में बना पीएम आवास जांच में कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति

उप्र बस्ती जिले में दुबौलिया ब्लॉक के पारा गांव में एक फर्जी नाम पर प्रधानमंत्री आवास पास करने का मामला सामने आया है। प्रकरण में शिकायत के बाद डीएम स्तर से जांच का आदेश जारी कर दिया गया है। शिकायतकर्ता का दावा है कि जिस व्यक्ति के नाम से आवास दर्ज है, उस नाम का व्यक्ति गांव में रहता ही नहीं है। साथ ही आवास बनाए बिना ही पैसा भी खाता खोलकर निकाला जा चुका है। प्रकरण खंड शिक्षा अधिकारी स्तर से डीएम को रिपोर्ट सौंपी गई है। जिसमें शिकायत को सही बताते हुए संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति परियोजना निदेशक से कर दी गई है।
बैरागल निवासी कृष्ण मणि उपाध्याय ने डीएम को सौंपे शिकायती पत्र में बताया है कि मंगरू पुत्र रामऔतार निवासी पारा पोस्ट ऊंजी थाना दुबौलिया का निवासी है। इनके आधार नंबर पर सरकारी पीएम आवास आवंटित है। मंगरू को भूमिहीन बताया गया है। यह आवास 21 दिसंबर 2020 में आवंटित किया गया और पैसा भी निकाला जा चुका है। जबकि गांव में आवास बना ही नहीं है। मंगरू नाम का व्यक्ति इस गांव में रहता ही नहीं है। डीएम के आदेश पर जांच करने टीम गांव में पहुंची। टीम लाभार्थीं मंगरू के विषय में गांव के लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि वह गांव में रहता ही नहीं है। आवास निर्माण स्थल पर तीन दीवारों पर टीमशेड है, जिसमें भूसा रखा हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि भूसा किसी और का है। आवास निर्माण के नाम पर एक लाख 20 हजार रुपये मंगरू के बैंक खाते से निकाला जा चुका है, लेकिन आवास पूर्ण नहीं है। शिकायत प्रथम दृष्टया सही पाई गई है।
खंड विकास अधिकारी स्तर से डीएम को भेजी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि तत्कालीन सचिव अरुण कुमार और वर्तमान सचिव शेषराम दिवाकर को दो अप्रैल 2024 को आवंटित धनराशि को वापस करने के लिए पत्र जारी किया गया था। इसका नौ अप्रैल तक किसी ने कोई जवाब नहीं दिया। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि संबंधित कर्मचारी को अपने पक्ष में कुछ भी नहीं कहना है। लिहाजा संबंधित के खिलाफ परियोजना निदेशक को कार्रवाई के लिए पत्र भेज दिया गया है।

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