बांदा में कम उपज से दुखी किसान ने फांसी लगाकर जान दी
बांदा जिले में उपज कम होने से दुखी किसान नें अपने आंगन में लगे पेड़ में फंदा लगाकर जान दे दी। उसने अपने खेत मे चना की फसल बोई थी। फरवरी मे हुयी बेमौसम बारिस और ओलावृष्टि से उसकी पूरी फसल खेत मे ही चौपट हो गयी थी। फिर भी उसे भरोसा था कि जुताई-बुआई,और सींच खाद का खर्च अवश्य निकल आयेगा। परन्तु ऐसा कुछ नहीं हुआ। उपज देखकर वह ठगा सा रह गया। जसपुरा थाना क्षेत्र के नादादेव गांव निवासी देशराज ने मंगलवार की शाम घर के आंगन में लगे नीम के पेड़ में रस्सी से फंदा लगाकर जान दे दी।
बड़े भाई कृष्णपाल ने शव फंदे से लटका देखा तो चीख पडा। भाई ने बताया कि देशराज अपने मकान में अकेला रहता था। वह तीन भाई और दो बहन हैं। देशराज अविवाहित था। पिता कल्लू 15 साल से लापता हैं। पिता के नाम नौ बीघा जमीन है। देशराज ने पांच बीघा में चना बोया था। चने की फसल काटी गई तो महज 10 किलो चना निकला। इसी के चलते उसने खुदकुशी कर ली। जसपुरा थाना प्रभारी राजेंद्र सिंह राजावत ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला खुदकुशी का है। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है।