बंगाल में वोटिंग के साथ शुरू हुई हिंसा, कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर
कोलकाता: पांचवें चरण के तहत सोमवार को होने वाले मतदान में पश्चिम बंगाल के दक्षिणी हिस्से की सात लोकसभा सीट- हावड़ा, हुगली, श्रीरामपुर, बैरकपुर, बनगांव, उलुबेरिया और आरामबाग में भी वोटिंग हो रही है। सुबह 7:00 बजे वोटिंग शुरू हो गई। इसी साथ हिंसा शुरू हो गई है। आरामबाग के मलयपुर एरिया नंबर एक के बलिया गांव के तृणमूल नेता श्यामल राय की पिटाई का आरोप भाजपा समर्थित लोगों पर लगा है।यह भी आरोप है कि उसके सिर पर किसी धारदार हथियार से वार किया गया। श्यामल को गंभीर हालत में आरामबाग मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। कालीपद बाग और श्यामल मलिक नाम के दो व्यक्तियों को कथित तौर पर पीटा गया जब उन्होंने श्यामल को बचाने की कोशिश की। उन्हें भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।इस चुनावी मौसम के बीच तृणमूल के एक एजेंट को रचना बनर्जी के लिए लोगों से वोट मांगते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ने इसका दावा किया है। चटर्जी ने कहा कि जब महिला से पूछताछ की गई तो वह सही से जवाब नहीं दे सकी और कहा कि उसे उच्च अधिकारियों द्वारा ऐसा करने का निर्देश मिला था। वो अधिकारी कौन थे इसका अभी कोई जानकारी हासिल नहीं हो पाई है। सोमवार को अपने निर्वाचन क्षेत्र में मतदान शुरू होने के बाद लॉकेट चटर्जी ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि ‘एक आशा कार्यकर्ता को पैसे के बदले बूथ एजेंट के तौर पर बैठाया गया है। उसे लोगों से रचना के लिए वोट मांगने का निर्देश दिया गया है। वह तृणमूल की एजेंट है जो बूथों पर सहायक के तौर पर काम करती है और लोगों से टीएमसी के लिए वोट मांगती है। उसके पास कोई अन्य पार्टी की पर्ची नहीं है। दूसरी ओर, सत्तारूढ़ तृणमूल पर खानाकुल के राजहाटी-1 ग्राम पंचायत के भाजपा उपाध्यक्ष तपन बाग पर हमला करने का आरोप लगाया गया है। उत्तर 24 परगना के बैरकपुर संसदीय क्षेत्र में भी चुनाव के दौरान जगह-जगह तनाव पसरा है। आरोप है कि सामान्य मतदाताओं के वोटर कार्ड (मतदाता पहचान पत्र) छीन लिए गए हैं। हावड़ा जिले के उलूबेरिया में भी तनाव का माहौल है क्योंकि रात को भाजपा नेता अर्जुन वरंग और उनके भतीजे पर कथित तौर पर तृणमूल के लोगों ने हमला किया था। इन सीटों पर कई चर्चित उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जिससे इस चरण में कई मंत्रियों से लेकर कलाकारों तक की साख दांव पर लगी है।
कुल 1,25,23,702 मतदाता सात निर्वाचन क्षेत्रों में 13,481 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए पात्र हैं। मतदाताओं में 63,51,320 पुरुष, 61,72,034 महिलाएं हैं। वहीं, तृतीय लिंग के 348 मतदाता हैं। एक अधिकारी के अनुसार, निर्वाचन आयोग ने 57 प्रतिशत से अधिक मतदान केंद्रों को संवेदनशील के रूप में चिह्नित किया है और इस चरण के लिए 29,172 राज्य पुलिस कर्मियों के अलावा केंद्रीय बलों के 60,000 से अधिक कर्मियों को तैनात करने का निर्णय लिया है।
हावड़ा, हुगली, श्रीरामपुर और बैरकपुर लोकसभा क्षेत्रों में रोजगार, बंद उद्योगों को फिर से खोलना, जूट मिलों की स्थिति ठीक करना मतदाताओं की मुख्य मांगें हैं। बांग्लादेश की सीमा से लगे बनगांव निर्वाचन क्षेत्र में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) प्रमुख मुद्दा है, जहां मतुआ समुदाय की अच्छी खासी आबादी है। उलुबेरिया और आरामबाग बंगाल के अन्य दो निर्वाचन क्षेत्र हैं जहां सोमवार को मतदान हो रहा है और वहां की भी अपना स्थानीय समस्याएं हैं।
बैरकपुर में बीजेपी के अर्जुन सिंह का मुकाबला बंगाल के मंत्री पार्थ भौमिक से है। हुगली में बीजेपी की लॉकेट चटर्जी के सामने तृणमूल कांग्रेस ने अभिनेत्री रचना बनर्जी को उतारा है। श्रीरामपुर में, बीजेपी के कबीर शंकर बोस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) की छात्र नेता दिप्सिता धर का मुकाबला टीएमसी के मौजूदा सांसद कल्याण बनर्जी से है।
बीजेपी ने बनगांव में केंद्रीय राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर को टीएमसी के बिस्वजीत दास के खिलाफ उतारा है। हावड़ा में प्रसून बनर्जी टीएमसी के टिकट पर सीट बरकरार रखने के लिए तीसरी बार मैदान में है। उलुबेरिया निर्वाचन क्षेत्र में बीजेपी के अरुण उदय पाल चौधरी का मुकाबला तृणमूल उम्मीदवार सजदा अहमद से है। आरामबाग में, तृणमूल ने मिताली बाग को मैदान में उतारा है। इस सीट पर सीपीएम ने बिप्लब कांति मोइत्रा और बीजेपी ने अरुप कांति दीगर को उम्मीदवार बनाया है। रिपोर्ट अशोक झा