मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के सरकारी बंगले के पास लगी आग

पूर्वोत्तर के मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के सरकारी बंगले के पास राज्य सचिवालय परिसर की एक इमारत में शनिवार शाम को भीषण आग लग गई। यह जानकारी पुलिस ने दी। एक अधिकारी ने बताया कि आग बुझाने के लिए दमकल की कम से कम तीन गाड़ियों को लगाया गया है।पुलिस ने बताया कि यह इमारत मुख्यमंत्री के सरकारी बंगले से कुछ सौ मीटर की दूरी पर है। पुलिस ने बताया कि चार दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग बुझाई। उन्होंने बताया कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। बता दें कि हाल में मणिपुर के मुख्यमंत्री के सुरक्षा काफिले पर भी हमला हुआ था, लेकिन वह बाल-बाल बच गये थे। अब सीएम आवास के पास आग लगने की घटना के बाद पुलिस सतर्क हो गई है। आग लगने की घटना की जांच की जा रही है। अभी यह साफ नहीं है कि आग जानबूझ कर लगाई गयी है और फिर आग खुद ही लग गई है। कड़ी सुरक्षा के बीच इम्फाल के ओल्ड लम्बुलने में स्थित एक खाली घर शनिवार शाम को जल कर रखा हो गया। अधिकारियों ने कहा कि आग के स्रोत का पता अभी नहीं चल पाया है।
उन्होंने बताया कि आग लगने का कारण अभी पता नहीं चल पाया है।अधिकारियों ने बताया कि आग इंफाल के ओल्ड लम्बुलैन में स्थित एक खाली पड़े घर में लगी। पुलिस ने बताया कि यह खाली घर गोवा के पूर्व मुख्य सचिव स्वर्गीय थांगखोपाओ किपगेन का था। किपगेन की मृत्यु 3 मार्च 2005 को हुई थी और घर पर उनका परिवार रहता था। यह घर कुकी इन कॉम्प्लेक्स के बगल में स्थित है, जो इम्फाल के बाबूपारा में मणिपुर के मुख्यमंत्री के आवास के सामने है। यह घटना शनिवार शाम करीब 5:30 बजे हुई। मणिपुर में चल रहे संकट के फैलने के बाद से ही निवासी घर छोड़कर जा चुके थे। मणिपुर की अग्निशमन सेवाएं मौके पर पहुंची और आग बुझाई। चूंकि घर की छत गैल्वनाइज्ड टिन के साथ लकड़ी से बनी थी, इसलिए थौबल जिले से पहुंचे दल की मदद से अग्निशमन कर्मियों को इसे बुझाने में एक घंटे से अधिक समय लगा। मणिपुर अग्निशमन सेवा के अधिकारियों ने बताया कि चूंकि घर एक साल से ज्यादा समय से खाली पड़ा था, इसलिए आग बुझाना और उस पर काबू पाना मुश्किल था।
गौरतलब है कि पिछले साल मई में मणिपुर में मेइती और कुकी समुदायों के बीच हिंसा भड़क उठी थी। तब से अब तक करीब 200 लोग मारे जा चुके हैं, जबकि बड़े पैमाने पर आगजनी के बाद हजारों लोग विस्थापित हुए हैं। इस आगजनी में मकान और सरकारी इमारतें जलकर खाक हो गई हैं। पिछले कुछ दिनों में जिरीबाम से ताजा हिंसा की सूचना आई हैं। मणिपुर में थम नहीं रही हिंसा: पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में पिछले कुछ महीनों से हिंसा की चपेट में है। इसके पहले अज्ञात हमलावरों ने मोरेह शहर के पास नवनिर्मित जवाहर नवोदय विद्यालय स्कूल की इमारत में आग लगा दी थी। इमारत का अभी तक उद्घाटन नहीं हुआ था।बता दें कि मणिपुर में बहुसंख्यक मीतेई और कुकी के बीच जातीय संघर्ष देखने को मिल रहा है, जो कुछ पहाड़ी जिलों में प्रमुख हैं. अब तक 220 लोगों की जान जा चुकी है और कम से कम 50,000 लोग विस्थापित हो चुके है। रिपोर्ट अशोक झा

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