प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए नालंदा विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया

पटना। एयरपोर्ट को उड़ाने की मिली धमकी के अगले दिन बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए नालंदा विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया। यह विवि 455 एकड़ में फैला हुआ है। इसमें कुल 221 संरचनाएं हैं। तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के द्वारा 19 सितंबर 2014 को इसके निर्माण की नींव रखी गई थी। आर्किटेक्ट बीबी जोशी ने नालंदा विश्वविद्यालय के प्रारूप को डिजाइन किया है। लोकसभा चुनाव में जीत के बाद बिहार की यह उनकी पहली यात्रा है।
नालंदा में पीएम मोदी ने कहा कि आज हायर एजुकेशन के लिए भारत में ही सर्वश्रेष्ठ शिक्षण संस्थान खुल रहे हैं। अब भारत के शिक्षण संस्थान ग्लोबल हो रहे। नालंदा विवि को भी दुनिया के हर इलाके में जाना है। दुनिया बुद्ध के इस देश के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलना चाह रही है। नालंदा की यह धरती विश्व बंधुत्व की भावना को नया आयाम दे सकती है। आने वाले 25 साल भारत के युवाओं के लिए महत्वपूर्ण है। नालंदा विवि के विद्यार्थिंयो के लिए आने वाले दिन महत्वपूर्ण हैं। आप अपने ज्ञान को समाज को एक सकारात्मक बदलाव के लिए प्रयोग करिए। अपने ज्ञान से बेहतर भविष्य का निर्माण कीजिए। नालंदा का गौरव भारत का गौरव है। आपके ज्ञान से पूरी मानवता नई दिशा मिलेगी। मुझे विश्वास है कि हमारे युवा आने वाले समय में पूरे विश्व को नेतृत्व देंगे।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि नालंदा का अर्थ है कि जहां शिक्षा और ज्ञान के दाह का अविरल प्रवाह हो। शिक्षा सीमाओं से परे है। नफा-नुकसान के नजरियों से भी परे है। शिक्षा ही हमें गढ़ती है। उसे विचार और आकार देती है। नालंदा में बच्चों का एडमिशन उनकी पहचान और उनकी राष्ट्रीयता को देखकर नहीं होता था। नालंदा में 20 से ज्यादा देशों लोग पढ़ते थे। नालंदा विवि आसियान इंडिया विश्वविद्यालय की दिशा में भी काम कर रही है। 21वीं सदी को एशिया की सदी कहा जा रहा है। हमारा साझा प्रयास दुनिया की नई प्रगति को दिशा देगी।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि तीसरे पीएम की शपथ लेने के 10 दिन के अंदर यहां आने का मुझे सौभाग्य मिला है। नालंदा विश्वविद्यालय हमारी पहचान है। पुस्तकें भले जल जाए लेकिन आग की लपटें ज्ञान को नहीं मिटा पाई। इसकी फिर से स्थापना भारत के स्वर्णिम युग की शुरुआत करने जा रहा है। यह भारत के सामर्थ्य का परिचय देगा। पीएम मोदी ने कहा कि नालंदा केवल भारत के ही अतीत का पुर्नजागरण नहीं है। इसमें एशिया के कई देशों की विरासत जुड़ी हुई है। इस कार्यक्रम में उपस्थित मेरे मित्र देशों के प्रतिनिधियों का मैं अभिनंदन करता हूं।
सीएम नीतीश कुमार ने पीएम मोदी का स्वागत करते हुए कहा कि यह बहुत खुशी कि बात है कि आप पहली बार यहां आएं। पुराने विश्वविद्यालय के खंडहर आज भी जस का तस है। नालंदा विवि की पहचान ज्ञान के केंद्र में रही। पहले यहां 15 हजार छात्र पढ़ते थे। देश और दुनिया के अनेक जगह के लोग आकर पढ़ते थे। चीन, जापान, श्रीलंका समेत अन्य कई देशों के लोग आकर यहां पढ़ते थे। 12वीं सदी में यह नष्ट हो गया था। मार्च 2005 तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने नालंदा विवि को फिर से स्थापित करने की बात कही थी। हालांकि बाद में वह इनकार कर गए थे लेकिन जब वह विधान मंडल आए थे तो उन्होंने यह बात कही थी कि नालंदा विवि को फिर से स्थापित करना चाहिए। नए नालंदा विवि को इंटरनेशनल स्तर का बनाना था इसलिए हमलोगों केंद्र सरकार से बात की लेकिन उस समय मदद नहीं मिला। इसके बाद हमलोगों नया कानून ही बना दिया। फिर राज्य सरकार ने नए विवि के लिए 455 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया। इन सब चीजों को बताना जरूरी है। ताकि लोग पुरानी बात भी जान सकें कि कैसे क्या बना।

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