चोपड़ा कांड में पुलिस ने जेसीबी गैंग के एक और सदस्य को गिरफ्तार

अशोक झा, सिलीगुड़ी: चोपड़ा कांड में पुलिस ने जेसीबी गैंग के एक और सदस्य को गिरफ्तार किया है। मालूम हो कि आरोपी का नाम अमीरुल है। वह लक्ष्मीपुर ग्राम पंचायत क्षेत्र का रहने वाला है। चोपड़ा पुलिस स्टेशन के आईसी अमरेश सिंह ने कहा, “एक और व्यक्ति को लक्ष्मीपुर ग्राम पंचायत क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी को बुधवार को इस्लामपुर कोर्ट में पेश किया जाएगा। गौरतलब है कि लक्ष्मीपुर इलाके में मध्यस्थता बैठक में एक जोड़े को बेरहमी से प्रताड़ित करने वाली संप्रीति चोपड़ा के वीडियो ने पूरे देश में हलचल मचा दी थी। इस घटना के मुख्य आरोपी तजमुल (जेसीबी) को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस बाकी की तलाश में जुट गई है। महिला का बयान: पीड़ित महिला ने एक मीडिया हाउस को दिए बयान में कहा कि यहां महिलाओं को अपनी शर्तों पर जीवन जीने का भी हक नहीं है। उसने सवाल उठाया कि क्या औरतों को अपने मन से प्यार करने का भी अधिकार नहीं है? क्या इसके लिए भी उसे किसी से पूछना पड़ेगा? 38 वर्षीय पीड़ित महिला ने बताया कि पांच साल पहले उसकी शादी हो चुकी है और उसके दो बच्चे भी हैं। बावजूद इसके वह दूसरे युवक के प्यार में पड़ गई।
कंगारू कोर्ट की सजा: महिला ने बताया कि पहले वह अपने प्रेमी से चोरी-छुपे मिलती थी, लेकिन जब उसके पति को पता चल गया तो उसने उसे घर से निकाल दिया। आखिरकार 27 जून को वह अपने पति का घर छोड़ कर अपने प्रेमी के पास चली गई। इसके बाद उसे और उसके प्रेमी को कंगारू कोर्ट में बुलाकर सार्वजनिक तौर पर कोड़े मारे गए।
सार्वजनिक पिटाई का वीडियो वायरल: महिला ने बताया कि पिटाई के दौरान उसे जमीन पर गिरा दिया गया और पत्थरों से भी मारा गया। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इसके बाद पुलिस ने तृणमूल कांग्रेस के नेता ताजीमुल इस्लाम के खिलाफ हत्या के प्रयास की धाराओं में मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना 28 जून को उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा ब्लॉक के लखीपुर गांव में हुई थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है और इस घटना के बाद विरोधी पार्टियों ने राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला करना शुरू कर दिया है।महिला का सवाल: पीड़िता ने कहा कि यदि उसे अपनी शर्तों पर जीने का हक मिले तो वह सार्वजनिक पिटाई की घटना को भूलने के लिए तैयार है। उसने पूछा, “मेरी क्या गलती थी? क्या प्यार करना गुनाह है? क्या मुझे प्यार करने का अधिकार नहीं है?” इस घटना ने समाज में महिलाओं के अधिकारों और उनकी स्वतंत्रता पर गंभीर सवाल उठाए हैं।बंगाल के चोपड़ा ब्लॉक में एक महिला और पुरुष को सरेआम कोड़े मारने का मामला चर्चा में बना हुआ है। इस मामले में तृणमूल कांग्रेस के नेता तजमुल इस्लाम पर हत्या के प्रयास, महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से हमला करने सहित कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। महिला ने एक मीडिया हाउस को दिए बयान में बताया कि यहां महिलाओं को अपनी शर्तों पर जीवन जीने का भी हक नहीं है।सवाल उठाया कि क्या उसे अपने मन से प्यार करने का भी अधिकार नहीं है? इसके लिए भी उसे किसी से पूछना होगा?उसने कहा कि यदि उसे भी अपनी शर्तों पर जीने का हक मिले तो वह सार्वजनिक पिटाई की बात को भूलने के लिए तैयार है। पीड़िता ने पूछा कि उसकी क्या गलती थी, यही ना कि उसने प्यार किया, क्या उसे प्यार करने का भी अधिकार नहीं है, क्या इसके लिए भी उसे किसी से पूछना होगा? 38 वर्षीय पीड़ित महिला ने कहा है कि पांच साल पहले उसकी शादी हो चुकी है।उसके दो बच्चे भी हैं।बावजूद इसके वह दूसरे युवक के प्यार में पड़ गई।
कंंगारू कोर्ट में बुलाकर महिला को दी गई सजा: पीड़िता ने बताया कि पहले वह अपने प्रेमी से चोरी छुपे मिलती थी, लेकिन उसके पति को पता चल गया तो उसने घर से निकाल दिया। आखिर में 27 जून को वह पति का घर छोड़ कर प्रेमी के पास चली गई। इसके बाद कांगारू कोर्ट में उसे और उसके प्रेमी को बुलाकर सार्वजनिक तौर पर कोड़े बरसाए गए। उसे अफगानिस्तान के तालिबानियों की तरह से सजा दी गई। उसे बीच में खड़ा कर पहले दर्जन भर लोग उसके चारो ओर चक्कर काटे और फिर सरेआम उसके ऊपर कोड़े बरसाए गए।
सोशल मीडिया में वायरल हुआ वीडियो: सार्वजनिक तौर उसकी पीट पीटकर हत्या की कोशिश की गई। यहां तक कि आरोपियों की मार पिटाई में वह जमीन पर गिर गई तो भी आरोपी रूके नहीं, कोड़े बरसाते रहे। यही नहीं, उसके ऊपर पत्थर भी फेंके गए। इस पूरी घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ है। इसके बाद पुलिस ने आरोपी टीएमसी नेता ताजीमुल इस्लाम के खिलाफ हत्या के प्रयास की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर अरेस्ट कर लिया है। कहा जा रहा है कि इस घटना के पांच दिन बीत जाने के बाद भी दोनों पीड़ित डरे हुए हैं। लेकिन अब इस मामले में पीड़ित पुरुष का बयान सामने आया है। उसका कहना है कि उसे जो सजा मिली है, उससे वह खुश है। पीड़ित महिला की तरह वह भी तजमुल इस्लाम उर्फ जेसीबी के खिलाफ एक भी शब्द कहने के तैयार नहीं है।
पीड़ित ने कहा कि जो हुआ, सही हुआ।अब सब ठीक हो गया है और हम खुश हैं।मैं घर पर हूं। मैं अब अपनी जिंदगी में और दिक्कतें नहीं चाहता। पीड़ित ने कहा कि उसे गांव की कंगारू कोर्ट से जो न्याय मिला है, वह उससे खुश है क्योंकि वह शादीशुदा होने के बावजूद महिला को अपने घर ले आया था। इसका वह दोषी है।’बस शांति से जीना चाहता हूं’: दिनदहाड़े सड़क के बीचोबीच पीटे जाने के बाद पीड़ित पुरुष ने कहा कि उसने महिला को अपने घर लाकर गलती की थी। इसके बाद कंगारू कोर्ट में ये फैसला लिया गया कि इस गलती के लिए सड़क पर सार्वजनिक तौर पर उनकी पिटाई करनी चाहिए। हमने इस सजा को स्वीकार भी कर लिया।उसने खुद स्वीकार भी किया उसे पीटा जाना चाहिए। पीड़ित पुरुष का कहना है कि आरोपी टीएमसी नेता को लेकर उसकी कोई शिकायत नहीं है।वह बस शांति से रहना चाहता है। उसने कहा कि उनकी जाति में शादीशुदा होने के बावजूद अवैध संबंध बनाना अपराध है। ऐसे में सजा देने का फैसला बिल्कुल सही था। इस मामले में अब उन्हें सजा मिल चुकी है तो ऐसे में वह शांति से रहना चाहता है।
क्या है मामला? बंगाल के उत्तर दिनाजपुर का एक वीडियो वायरल हुआ था. इस वीडियो में कुछ लोग एक महिला और पुरुष की बीच सड़क में बेरहमी से पिटाई कर रहे थे।दोनों पर विवाहेत्तर संबंधों का आरोप था, ऐसे में गैरकानूनी कंगारू कोर्ट ने दोनों की पिटाई किए जाने का फैसला सुनाया था।मुख्य आरोपी की पहचान टीएमसी के स्थानीय नेता तजमुल इस्लाम उर्फ जेसीबी के तौर पर की गई। कहा जा रहा है कि जेसीबी का इस इलाके में पूरा दबदबा है। कंगारू कोर्ट के नाम पर सड़क पर एक महिला और एक पुरुष की पिटाई करने का वीडियो वायरल होने के बाद से आरोपी तजमुल हक उर्फ ​​जेसीबी फरार था, जिसे डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

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