बंगाल में अकेले चुनाव लड़ेंगी ममता, सभी प्रत्याशियों के नाम घोषित
ममता ने कहा कि न्यायपालिका से मेरा अनुरोध है कि आप बीजेपी की कुर्सी पर बैठकर फैसले न दें
कोलकोता ब्रिगेड मैदान से अशोक झा: कोलकाता के ब्रिगेड ग्राउंड में TMC की रैली में पार्टी सुप्रीमो और सूबे की सीएम ममता बनर्जी ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला। जिस मेट्रो का उद्घाटन करने पीएम मोदी आए थे, वह मैंने ही बनाई थी।पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और TMC की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने बड़ा ऐलान कर दिया है। ममता में ऐलान किया है कि TMC बंगाल में अकेले चुनाव लड़ेगी। अभिषेक बनर्जी ने कहा कि बीजेपी ही नहीं, बल्कि हमारी लड़ाई कांग्रेस और लेफ्ट से भी है। साथ ही लोकसभा चुनाव के लिए टीएमसी के उम्मीदवारों के नाम का ऐलान भी किया।ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों पर टीएमसी के प्रत्याशियों का एक-एक कर ऐलान किया।
ये हैं बंगाल से टीएमसी के उम्मीदवार:बिष्णुपुर सुजाता खान
बीरभूम शताब्दी रॉय,बोलपुर असितकुमार मल,आसनसोल शत्रुघ्न सिन्हा,बर्दवान दुर्गापुर कीर्ति आज़ाद,बर्दवान पूर्व डॉक्टर शर्मिला सरकार,बांकुरा अरूप चक्रवर्ती
पुरुलिया शांतिराम महतो,मेदिनीपुर जून मालिया,झारग्राम कालीपद सारेन, घाटल दीपक अधिकारी (देव),तमलुक देवांशु भट्टाचार्य, कांथी उत्तम बारिक, हुगली रचना बनर्जी , श्रीरामपुर कल्याण बनर्जी, दक्षिण कोलकाता माला रॉय, उत्तरी कोलकाता सुदीप बनर्जी, जादवपुर सयानी घोष, डायमंड हार्बर अभिषेक बनर्जी, मालदा साउथ शाहनवाज अली रेहान, जयनगर प्रतिमा मंडल, बशीरहाट हाजी नुरुल इस्लाम,बारासात काकली घोष दस्तीदार, दम दम सौगत रॉय, बराकपुर पार्थ भौमिक
बनगांव विश्वजीत दास, रानाघाट मुकुटमणि धारक,कृष्ण नगर महुआ मोइत्रा, मुर्शिदाबाद अबू ताहिर खान, बहरामपुर यूसुफ पठान, मालदा उत्तर प्रसून बनर्जी, बालुरघाट बिप्लब मित्रा
रायगंज कृष्णा कल्याणी, दार्जिलिंग गोपाल लामा, जलपाईगुड़ी निर्मलचंद्र रॉय, अलीपुरद्वार प्रकाश सिंह बरई, कूचबिहार जगदीशचंद्र बसुनिया। हमारा पैसा हमें नहीं दिया जा रहा’, ममता ने केंद्र पर लगाया आरोप। बंगाल की 42 लोकसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों के एलान से पहले ममता बनर्जी ने जमकर भाजपा और केंद्र सरकार पर निशाना साधा। मैंने परियोजना के लिए भुगतान किया। साथ ही कहा कि एनआरसी लागू नहीं होने देंगे। आधार कार्ड की स्क्रैपिंग नहीं होगी। इस दौरान उन्होंने चुनाव आयुक्त अरुण गोयल के इस्तीफे पर कहा कि सबसे पहली बात मैं चुनाव आयुक्त के इस्तीफे की करूंगी। रिपोर्टों से पता चला है कि कैसे उन्होंने बंगाल पर बलपूर्वक नियंत्रण करने की कोशिश की है और चुनाव आयुक्त ने इसे स्वीकार नहीं किया। हम इस बैठक की ओर से उन्हें सलाम करते हैं। ममता ने कहा कि न्यायपालिका से मेरा अनुरोध है कि आप बीजेपी की कुर्सी पर बैठकर फैसले न दें। उन्होंने कहा कि आपने पिछली बार बीजेपी को 18 सीटें दीं, उन्होंने काम नहीं किया. बदले में वे दिल्ली में कहते हैं, बंगाल को भुगतान मत करो, आप उन्हें वोट क्यों देंगे?
ममता बनर्जी से पहले रैली को संबोधित करते हुए अभिषेक बनर्जी ने कहा कि जो लोग बंगाल को गाली देते हैं, उन्हें विपक्ष का नेता या सांसद बना दिया जाता है। बंगाल की महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने वाले को आसनसोल से उम्मीदवार बनाया गया। बाद में उन्हें लोगों के सामने झुकना पड़ा और अपना नाम वापस लेना पड़ा। उन्होंने कहा कि वोट ईडी और सीबीआई नहीं बल्कि जनता देती है। दिल्ली के नेता यहां आते हैं. मोदी की गारंटी पर बात करते हैं। लेकिन मोदी की गारंटी में शून्य वारंटी है। चोर जेल जाने के बजाय भाजपा में जा रहे हैं। क्या लोगों को उनके बैंक खातों में 15 लाख रुपये मिले? टीएमसी सांसद ने कहा कि हमारे पास एक महिला है जो एक साधारण घर में रहती हैं और तीन बार सीएम रहने के बाद भी हवाई चप्पल पहनती हैं।उन्होंने पूछा कि क्या दीदी ने अपने सारे वादे पूरे नहीं किए? बंगाल किसकी गारंटी चाहता है? मोदी या दीदी की? आप किसे चुनेंगे, बंगाल की भूमि पुत्रो या बोहिरागोतो को? जो हमारी भाषा नहीं समझते, वो हमारे दिल की बात क्या समझेंगे? उन्होंने कहा कि जिनकी बातें बेकार हैं, उनकी क्या गारंटी? जब वोट आता है, तो गैस की कीमत 100 रुपये कम हो जाती है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हमें हमारा पैसा हमें नहीं दिया जा रहा। उधर, टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने भी भाजपा, कांग्रेस और लेफ्ट पर हमला बोला. उन्होंने अभिजीत गंगोपाध्याय का नाम लिए बिना उन पर हमला करते हुए कहा कि मैं जज के बारे में कुछ नहीं कहूंगा। मैं बस इतना कहूंगा कि पहले हमारे देश में अगर कोई चोरी करता था या हत्या कर देता था तो जज उसे जेल भेज देते थे। आज मोदी जी के भारत में चोर, हत्यारे उत्तरी वेशभूषा में जजों का स्वागत कर रहे हैं। अभिषेक ने कहा कि पहले चोर चोरी करते थे और जेल जाते थे, अब वे चोरी करते हैं और बीजेपी में जाते हैं, ये मोदी की गारंटी है? अभिषेक ने ये बात ब्रिगेड के मंच से कही. उन्होंने कहा कि 15 लाख रुपये किसी को नहीं दिये, मोदी की जीरो गारंटी है। पिछले सप्ताह भाजपा में शामिल हुए कलकत्ता हाई कोर्ट के पूर्व जज अभिजीत गांगुली पर कटाक्ष करते हुए अभिषेक ने कहा, “मैं न्यायपालिका के खिलाफ एक शब्द भी नहीं कहना चाहता, लेकिन अब जजों का स्वागत चोरों द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ‘मोदी की गारंटी’ की कोई गारंटी नहीं है, भ्रष्ट लोग बीजेपी में शामिल हो रहे हैं।अभिषेक बनर्जी ने रविवार को पार्टी की रैली में भाजपा को बाहरी बताया। अभिषेक ने मौजूद जनता से पूछा कि आप किसकी गारंटी पर भरोसा करते हैं? मोदी या दीदी? दीदी ने कन्याश्री का वादा किया था, वो वादा पूरा हुआ। उन्होंने कहा कि मुफ्त राशन दिया जाएगा, भी दिया। उन्होंने स्वास्थ्य कार्ड का वादा किया था, वो भी किया।टीएमसी नेता ने तंज भरे लहजे में कहा क्या क्या आप उन लोगों की गारंटी पर भरोसा कर सकते हैं, जो हमारी भाषा नहीं समझ सकते, बांग्ला पढ़ और बोल नहीं सकते? क्या दिल्ली से आने वाले भाजपा नेता अपने मंच के पीछे जो लिखा है उसे पढ़ सकते हैं?’ बता दें, अभिषेक दोपहर करीब 12.45 बजे ब्रिगेड परेड मैदान पहुंचे। दोपहर 12.50 बजे अभिषेक मंच पर चढ़े और अगले 10 मिनट तक मंच पर घूम-घूम कर बीजेपी-कांग्रेस और लेफ्ट पर जमकर निशाना साधा। अभिषेक ने कहा, “यह रैली साबित करती है कि आगामी चुनाव दिल्ली के बंगाल विरोधी बाबुओं, गुजरात के बाबुओं, आतंक का इस्तेमाल करने वालों के शासन को खत्म कर देंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास पैसा, संसाधन, चुनाव आयोग, मीडिया, न्यायपालिका का एक वर्ग, मीडिया, प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई है। हमारे साथ बंगाल की जनता है।”अभिषेक ने कहा कि तृणमूल की लड़ाई सिर्फ भाजपा के खिलाफ नहीं है, बल्कि कांग्रेस और सीपीएम के साथ-साथ सभी केंद्रीय एजेंसियों के खिलाफ है। अभिषेक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पिछले तीन वित्तीय वर्षों में केंद्र द्वारा बंगाल सरकार को जारी किए गए फंड पर बहस की चुनौती दी।टीएमसी महासचिव ने कहा कि अगर वे साबित कर सकें कि उन्होंने 2021-22, 2022-23, 2023-24 के वित्तीय वर्षों के लिए कोई धनराशि जारी की है तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। मैं उन्हें उनके द्वारा जारी किए गए फंड पर एक श्वेत पत्र जारी करने की चुनौती देता हूं। अभिषेक ने कहा कि वे धन पर झूठ बोल रहे हैं। क्या आप झूठों की गारंटी स्वीकार कर सकते हैं? आप किसकी गारंटी स्वीकार करेंगे, दीदी की या मोदी की?”अभिषेक ने पूछा कि उन्होंने ईश्वरचंद्र विद्यासागर की प्रतिमा तोड़ दी, क्या उन्होंने माफ़ी मांगी है? उन्होंने हमारे सिख भाई को खालिस्तानी कहा, क्या प्रधानमंत्री ने माफ़ी मांगी है? टीएमसी नेता ने कहा कि पहले चोर जेल जाते थे। अब वे बीजेपी में शामिल हो गए। प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार की बात करते हैं, जबकि सबसे भ्रष्ट उनके बगल में बैठा है। टीएमसी महासचिव ने कहा कि रविवार की जोनोगोरजोन रैली पार्टी की नहीं बल्कि किसानों, श्रमिकों, गरीबों, छात्रों और युवाओं, अल्पसंख्यकों और केंद्र की नीतियों से वंचित लोगों की थी। जन गर्जन सभा का उद्देश्य केंद्र सरकार द्वारा राज्य की वित्तीय बकाया राशि को कथित तौर पर रोकने के इर्द-गिर्द है, जो पिछले दो साल से राज्य की राजनीति में एक विवादित मुद्दा रहा है।