सीएसआर से सर्वोदय विद्यालयों में स्मार्टक्लास और फिजिक्स लैब का होगा विकास
बुलंदशहर के बदनौरा, गाजियाबाद के निडोरी और मेरठ के हस्तिनापुर में सर्वोदय विद्यालय होंगे सुदृढ़
लखनऊ। समाज के वंचित वर्ग, अनुसूचित जाति, जनजाति और आर्थिक रूप से कमजोर समूह के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश में सर्वोदय विद्यालय चला रही योगी सरकार की इस मुहिम को सीएसआर का भी समर्थन मिल रहा है। इसी क्रम में भारत प्रतिभूति मुद्रण एवं मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड (भारत सरकार टकसाल) ने सीएसआर के अंतर्गत उत्तर प्रदेश समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित 3 सर्वोदय विद्यालयों को 71 लाख रुपए प्रदान किए हैं। इस फंड से बदनौरा (बुलंदशहर), निडोरी (गाजियाबाद) और हस्तिनापुर (मेरठ) में संचालित 3 सर्वोदय विद्यालयों में स्मार्टक्लास और फिजिक्स लैब को और मजबूत किया जाएगा।
*प्रदेश में संचालित हो रहे 103 सर्वोदय विद्यालय*
समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने समाज के कमजोर वर्ग के बच्चों के लिए भारत सरकार की टकसाल द्वारा उठाए गए इस कदम के लिए प्रदेश सरकार, समाज कल्याण विभाग और विद्यालय के बच्चों की तरफ से आभार जताया है। उन्होंने कहा कि आशा की जाती है कि भविष्य में भी निगम सामाजिक उत्तरदायित्व के द्वारा समाज के वंचित वर्ग, अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर समूहों के कल्याण के लिए ऐसे ही सहयोग प्रदान करती रहेगी। गौरतलब है कि समाज कल्याण विभाग द्वारा पूरे प्रदेश में 103 सर्वोदय विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है, जहां वंचित वर्ग, अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्चों को समाज कल्याण विभाग द्वारा निःशुल्क उच्च स्तर की शिक्षा के साथ आवास, भोजन, किताब-कॉपी और ड्रेस उपलब्ध कराई जाती है। इन विद्यालयों में बच्चों को निःशुल्क प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी कराई जाती है, ताकि प्रतियोगी परीक्षाओं में समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों का प्रतिनिधित्व बढ़ सके।