प्रदर्शन की आड़ में आरजीकर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में जमकर तोड़फोड़, साजिश या पुलिस की नाकामी
अशोक झा, कोलकोता: ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुराचार और हत्या का मामला लगातार गहराता जा रहा है। कल आधीरात को महिलाओं के प्रदर्शन के बीच कुछ असामाजिक तत्व उसी अस्पताल में घुसकर जमकर तोड़फोड़ और सबूत मिटाते रहे। पुलिस का आरोप है की उन्हें मारा पीटा गया। आश्चर्य की बात है की आखिर क्यों और कैसे बंगाल की पुलिस इतनी असहाय हो गई?कैसे अस्पताल के अंदर उपद्रवी घुसकर उपद्रव मचाते रहे? इसका जवाब तो देना होगा की यह साजिश है या पुलिस की नाकामी। कोलकाता के आरजीकर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में बुधवार की आधी रात को जबरदस्त बवाल हो गया। विरोध प्रदर्शन के दौरान अचानक घुसी बेकाबू भीड़ ने अस्पताल में जमकर तबाही मचाई। इमरजेंसी वॉर्ड को भी निशाना बनाया गया। बंगाल में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हो रहा है। इसी बीच आरजीकर अस्पताल के भीतर कुछ लोग घुस गए। सैकड़ों की संख्या में अस्पताल में घुसे लोगों ने जमकर तोड़फोड़ की। पुलिस के साथ धक्का-मुक्की की। इसके साथ ही डॉक्टरों को पीटा और इमरजेंसी वार्ड के पास तोड़फोड़ की। बेकाबू होते हालात के बीच पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी दागे हैं। बंगाल के पुलिस कमिश्नर घटनास्थल पर पहुंचे हैं।मेडिकल कॉलेज में हालात बेकाबू हो गए हैं. इसको देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। इमरजेंसी वार्ड के सामने पुलिस पिकेट भी लगाई गई है। अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजनों का कहना है कि हालात सामान्य नहीं हैं। मेडिकल कॉलेज में ये घटना उस वक्त हुई है जब राज्य के अलग-अलग हिस्सों में डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत के खिलाफ प्रदर्शन चल रहे हैं।। हम शर्मिंदा हैं दर्द, गम, गुस्से के साथ आधी रात महिलाओं का कैंडल मार्च, कब मिलेगा कोलकाता की डॉक्टर को इंसाफ?
कुछ लोग बैरिकेड तोड़कर अंदर घुस गए: राज्य में एक गैर-राजनीतिक आंदोलन के बैनर तले रात 11 बजे हजारों महिलाएं सड़कों पर उतरीं। इस मार्च में उनका नारा है- Reclaim The Night। कोलकाता शहर में रात में जुलूस के बीच ही अचानक स्थिति बदल गई। कुछ लोग बैरिकेड तोड़कर अंदर घुस गए। इस दौरान पुलिस से उनका सामना हुआ तो पुलिस पर हमला कर दिया। भीड़ ने पलट दी पुलिस की गाड़ी: पुलिस ने किया लाठीचार्ज, दो महिलाएं घायल। भीड़ ने पुलिस की गाड़ियां पलट दीं. कई जगहों पर तोड़फोड़ की। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। बताया जा रहा है कि इस लाठीचार्ज में दो महिलाएं घायल हुई हैं। पुलिस के इस एक्शन के बाद भीड़ और उग्र हो गई है। हालात नियंत्रण से बाहर बताए जा रहे हैं। ममता बनर्जी ने अपने गुंडों को रैली में भेजा: इस घटना पर बीजेपी ने राज्य की ममता सरकार को घेरा है। बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया है। इसमें उन्होंने कहा, ममता बनर्जी ने टीएमसी के अपने गुंडों को आरजीकर मेडिकल कॉलेज के पास गैर-राजनीतिक विरोध रैली में भेजा है। उन्हें लगता है कि वो पूरी दुनिया में सबसे चतुर हैं और लोग इस साजिश को समझ नहीं पाएंगे कि प्रदर्शनकारियों के रूप में दिखने वाले उनके गुंडे भीड़ में शामिल होकर तोड़फोड़ करेंगे।केवल आरजीकर में ही हिंसा क्यों भड़की?: इसी पोस्ट में उन्होंने आगे कहा कि उन्हें (उपद्रवियों) पुलिस ने सुरक्षित रास्ता दिया। पुलिसवाले या तो भाग गए या दूसरी तरफ देखते रहे। ताकि गुंडे अस्पताल परिसर में घुस जाएं और महत्वपूर्ण सबूत वाले क्षेत्रों को नष्ट कर दें।ताकि वो सीबीआई के हाथ न लगें। बीजेपी नेता ने कहा कि अस्पताल में तोड़फोड़ करने वाले टीएमसी के मूक गुंडे थे, इसलिए वो योजना को अच्छी तरह से अंजाम नहीं दे पाए और जब उन्होंने रेजिडेंट डॉक्टरों, पीजीटी और इंटर्न के धरना मंच पर तोड़फोड़ की तो उनकी पहचान उजागर हो गई. कोई व्यक्ति जो एकजुटता दिखाने आया है, वह ऐसा क्यों करेगा? आखिरकार, पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण हुआ, हिंसा केवल आरजी कर में ही क्यों भड़की?
टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी का बयान: इस घटना पर टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी का बयान आया है। उन्होंने कहा है कि आरजी कार अस्पताल में आज रात हुई गुंडागर्दी और बर्बरता ने सभी सीमाओं को पार कर दिया है।एक जनप्रतिनिधि के रूप में मैंने अभी कोलकाता पुलिस से बात की है।आग्रह किया है कि सुनिश्चित करें कि आज की हिंसा के लिए जिम्मेदार हर व्यक्ति की पहचान हो। उसे जवाबदेह ठहराया जाए। ऐसा करने वाले अगले 24 घंटों के भीतर कार्रवाई के लिए तैयार रहें। चाहे वो किसी भी दल से जुड़े हों। प्रदर्शनकारी डॉक्टरों की मांगें उचित और न्यायसंगत हैं। उनकी सुरक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए. अभिषेक बनर्जी ने बातचीत के बाद बंगाल पुलिस के कमिश्नर घटनास्थल पर पहुंचे हैं। क्या है पूरा मामला: कोलकाता में आरजीकर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के सेमिनार हॉल में 9 अगस्त को जूनियर डॉक्टर की लाश मिली थी। शरीर के कई अंगों पर चोट के निशान थे। आंखों और मुंह से खून निकल रहा था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके साथ हुई हैवानियत का खुलासा हुआ है। रिपोर्ट से डॉक्टर के साथ कई बार रेप किए जाने के संकेत मिले हैं। रेप के बाद गला दबाकर हत्या की गई थी। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को शनिवार को गिरप्तार किया था। हाई कोर्ट के आदेश के बाद अब इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है।