हर बजरंगी के हाथ में दंड, कोई विधर्मी एक पत्थर भी नहीं उछाल पाएगा

बजरंग दल ने अमरनाथ यात्रा आंदोलन, राम जन्मभूमि आंदोलन, रामसेतू आंदोलन जैसे बड़े आंदोलनो मे अग्रणी भूमिका


अशोक झा, सिलीगुड़ी: विश्व हिंदू परिषद की युवा वाहिनी बजरंग दल उत्तर बंगाल प्रांत का सात दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आज कल्याण आश्रम स्कूल, सालबाड़ी में सम्पन्न हुआ। यह प्रशिक्षण 17 अक्टूबर से प्रारंभ होकर 21 अक्टूबर को संपन्न हुआ। आज प्रशिक्षित बजरंगी अपने अपने घरों को रवाना हुए। प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कअक्टूबर 1984 को बजरंग दल की स्थापना हुई और 3 महीने तक पूरे देश में राम जानकी रथ यात्रा चली, 3 महीने में 3.5 करोड़ लोगों तक राम जानकी रथ यात्रा पहुंचा दी राम जी का आंदोलन पहुंचा दिया और कोई विधर्मी एक पत्थर भी नहीं उछाल पाया क्योंकि वे जानते थे इस यात्रा को निकालने वाले हिन्दू नौजवान के हाथ मे दंड है, अगर पत्थर उछाला तो दंड से दंड मिलेगा।1990 में जब संगठन ने आवाहन किया चलो प्रथम कार सेवा करेंगे, राम जन्मभूमि पर मंदिर बनाना है कार सेवा का संकल्प लिया गया तो जम्मू कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक गुजरात के सोमनाथ से लेकर आसाम तक के लाखों नौजवान 6 दिसम्बर 1992 गीता जयंती के दिन पहुँचे और 5.5 लाख नौजवानों ने 4.30 घंटों में 400 साल का कलंक का टीका बाबरी ढांचा अपनी सामूहिक भुजा की शक्ति से सदा सदा के लिए उखाड़ कर फेंक दिया। उन्होंने कहा कि बजरंग दल की स्थापना 1984 मे की गयी तभी से संगठन देश सेवा के कार्य कर रहा है। राम कार्य मे लगा हुआ है। बजरंग दल ने अमरनाथ यात्रा आंदोलन, राम जन्मभूमि आंदोलन, रामसेतू आंदोलन जैसे बड़े आंदोलनो मे अग्रणी भंमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि बजरंग दल का मूल उद्देश्य सेवा सुरक्षा संस्कार है। यंहा पर काम करने वाला हर कार्यकर्ता को इन तीनो चीजों मे पूर्ण किया जाता है।
बजरंग दल जैसे संगठन की रचना मात्र श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए ही पूज्य संतो ने नही की बल्कि हनुमान जी को आदर्श मानकर सेवा,सुरक्षा और संस्कार को भी आत्मसात करने वाला बनाया । उन्होने कहा बजरंगियो को सेवा करते समय यह भाव मन में नहीं आना चाहिए कि हम कोई पुण्य कार्य कर रहे हैं। सेवा पुण्य कार्य नहीं है, अपितु करणीय कार्य है। यह हमारा कर्तत्व है। इसलिए सेवा कार्य करते समय यही विचार करना चाहिए कि हम अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं, कोई विशेष कार्य नहीं कर रहे। समाज और राष्ट्र के प्रति संवेदनशील होने से ही बजरंग दल की स्थापना के उद्देश्य की पूर्ति होगी। नारायण मंडल प्रांत अध्यक्ष, विश्व हिंदू परिषद उत्तर बंगाल प्रांत के जिला अध्यक्ष सह विधि प्रकोष्ठ सुदीप्तो मजूमदार, विहिप के केंद्रीय कार्यकारिणी ट्रस्टी सुशील बलेरिया, उत्तर बंगाल क्षेत्रीय संयोजक अमल चक्रवती, प्रदेश मंत्री लक्ष्मण बंसल, प्रांत संगठन प्रमुख अनूप मंडल, समाजसेवी सीताराम डालमिया, बुवाई नश्कर, प्रणव राय, श्याम रतन पांडे, संघ सेवा प्रमुख पंकज झा,धर्म प्रमुख प्रदीप थापा, किशन अग्रवाल, राजन शर्मा, राकेश अग्रवाल आदि मौजूद रहे।

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