लाख कोशिश के बाद भी सौमेंदु अधिकारी को नहीं हरा पाई टीएमसी
उत्तर बंगाल में अल्पसंख्यक वोट के बट जाने से हुई हार- जीत
लाख कोशिश के बाद भी सौमेंदु अधिकारी को नहीं हरा पाई टीएमसी
– उत्तर बंगाल में अल्पसंख्यक वोट के बट जाने से हुई हार- जीत
कोलकाता: लोकसभा चुनाव 2024 में पश्चिम बंगाल की कांथी लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सौमेंदु अधिकारी को टिकट दिया था। इस सीट पर बीजेपी ने पहली बार जीत हासिल की है। सौमेंदु अधिकारी ने 47 हजार 764 वोटों से टीएमसी के उत्तम बारिक को शिकस्त दी। सौमेंदु को 7 लाख 63 हजार 195 वोट पड़े, जबकि उत्तम बारिक को 7 लाख 15 हजार 413 वोट मिले। ये पहली बार है जब इस सीट पर बीजेपी को जीत मिली है। सौमेंदु अधिकारी सूबे की विधानसभा में विपक्ष के नेता और पार्टी के कद्दावर नेता सुवेंदु अधिकारी के भाई हैं। सौमेंदु अधिकारी की उम्र 41 साल है। उनका ताल्लुक राजनीतिक परिवार से है। उनके पिता का नाम सिसिर अधिकारी है, जो मनमोहन सिंह सरकार के दूसरे कार्यकाल में राज्य मंत्री रहे हैं और टीएमसी की तरफ से साल 2019 में उन्होंने कांथी लोकसभा सीट पर जीत भी दर्ज की थी। अगर बात सौमेंदु की करें तो वो पहले ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी में थे। हालांकि, 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले वो बीजेपी में जुड़ गए थे। जब टीएमसी नेताओं ने लगा आरोप: टीएमसी में रहते हुए सौमेंदु पूर्व मेदिनीपुर जिले की दूसरी सबसे अधिक आबादी वाली नगर पालिका कोंटई के दो बार अध्यक्ष भी रह चुके हैं। जब वो नगर पालिका के अध्यक्ष थे तो उस समय टीएमसी के नेताओं ने उनपर ये आरोप लगाया था कि वो अध्यक्ष रहते हुए बीजेपी के लिए काम कर रहे थे। बाद में उन्हें अध्यक्ष पद से हटाया गया था। सौमेंदु अधिकारी के पिता 2001 से 2006 तक कांथी दक्षिण और 2006 से 2009 तक एगरा से विधानसभा के सदस्य रहे हैं। वह 25 सालों से अधिक समय तक कोंटाई नगर पालिका के अध्यक्ष रहे हैं. सौमेंदु अधिकारी के भाई सुवेंदु के बाद दिब्येंदु अधिकारी भी है, जोकि तामलुक से 2019 में लोकसभा जीतकर संसद पहुंचे थे। इस परिवार का इलाके में दबदबा है। यही वजह है कि उनके परिवार के अलावा पार्टियां किसी और पर विश्वास कम ही जताती आई हैं। सौमेंदु अधिकारी के ऊपर 6 आपराधिक मामल दर्ज हैं। उनकी कुल संपत्ति 2.6 करोड़ है। हालांकि, उनके ऊपर 2.9 लाख का कर्ज है। उन्होंने रबिन्द्र भारती यूनिवर्सिटी से एम.ए. किया हो। देश के राज्य पश्चिम बंगाल की बात करें तो ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने बेहद ही बढ़िया प्रदर्शन किया है, वहीं बीजेपी ने भी बंगाल में काफी सीटें जीती हैं। पश्चिम बंगाल में 42 लोकसभा सीटों पर चुनाव हुआ है। इन 42 सीटों में से 29 सीटों पर टीएमसी ने अपना परचम लहराया है तो वहीं इस चुनावी बीजेपी ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी, बल्कि बीजेपी ने भी 12 सीटों पर अपनी जीत दर्ज की है। भाजपा ने उत्तर बंगाल में छः और दक्षिण बंगाल में भी छः सीटों पर कब्जा किया। इस चुनाव परिणाम में अल्पसंख्यक वोट बैंक की भूमिका बहुत बड़ी रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने पश्चिम बंगाल के दक्षिणी क्षेत्र में मुस्लिम बहुल इलाकों में तृणमूल कांग्रेस को शानदार जीत दिलाने में मदद की। हालांकि उनके मतों के विभाजन की वजह से राज्य के उत्तरी हिस्से में भाजपा को जीत हासिल करने में मदद मिली। राज्य में अल्पसंख्यक मतदाता लगभग 30 प्रतिशत हैं, जिनका प्रभाव 16-18 लोकसभा सीट तक फैला हुआ है। इससे वे सभी दलों के लिए महत्वपूर्ण बन जाते हैं। उत्तर और दक्षिण बंगाल दोनों में रायगंज, कूचबिहार, बालूरघाट, मालदा उत्तर, मालदा दक्षिण, मुर्शिदाबाद, डायमंड हार्बर, उलुबेरिया, हावड़ा, बीरभूम, कांथी, तमलुक, मथुरापुर और जॉयनगर जैसे संसदीय क्षेत्रों में मुस्लिम आबादी काफी है। वाम-कांग्रेस गठबंधन और तृणमूल कांग्रेस के बीच अल्पसंख्यक मतों के विभाजन के चलते भाजपा बालूरघाट, रायगंज और मालदा उत्तर सीट को बरकरार रखने में सफल रही। राजनीतिक विश्लेषक विश्वनाथ चक्रवर्ती का कहना है कि दक्षिण बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने उम्मीद के मुताबिक अल्पसंख्यक क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया। हालांकि, उत्तर बंगाल की कुछ सीट पर पार्टी को अल्पसंख्यक मतों के एक बड़े हिस्से के लिए वाम-कांग्रेस गठबंधन से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा। उत्तर बंगाल में तीन सीट पर वाम-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवारों को भाजपा उम्मीदवारों की जीत के अंतर से अधिक वोट मिले। मंगलवार को घोषित चुनाव परिणामों के अनुसार रायगंज में भाजपा के कार्तिक चंद्र पॉल को पांच लाख 60 हजार 897 वोट मिले और उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी एवं तृणमूल कांग्रेस के कृष्णा कल्याणी को चार लाख 92 हजार 700 वोट मिले। पॉल 68 हजार 197 मतों के अंतर से जीते। वाम-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार अली इमरान रम्ज़ को दो लाख 63 हजार 273 वोट मिले। बालूरघाट में भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष एवं उम्मीदवार सुकांत मजूमदार को पांच लाख 74 हजार 996 वोट मिले जबकि तृणमूल कांग्रेस के बिप्लब मित्रा को पांच लाख 64 हजार 610 वोट मिले। मतों का अंतर 10 हजार 386 रहा। वाम-कांग्रेस उम्मीदवार जयदेब सिद्धांत को 54 हजार 217 वोट मिले।भाजपा के खगेन मुर्मू ने तृणमूल कांग्रेस के प्रसून बनर्जी को हराकर 77 हजार 708 मतों के अंतर से मालदा उत्तर सीट बरकरार रखी। इस क्षेत्र में वाम-कांग्रेस गठबंधन को तीन लाख 84 हजार 764 वोट मिले। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि वाम-कांग्रेस गठबंधन ने उत्तर बंगाल में तीन सीट जीतने में भाजपा की मदद की। हालांकि, तृणमूल कांग्रेस कूचबिहार सीट भाजपा से छीनने में कामयाब रही। तृणमूल कांग्रेस के लिए सोने पर सुहागा यह रहा कि उसने पांच बार सांसद रहे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी से बहरमपुर लोकसभा सीट छीन ली। कांग्रेस के कथित किले के मतदाताओं ने चौधरी को खारिज कर दिया और तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार एवं पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान को 85 हजार से अधिक मतों के अंतर से जीत दिलाई।तमलुक और कांथी लोकसभा सीट को छोड़कर पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी ने दक्षिण बंगाल की विभिन्न मुस्लिम-बहुल सीट पर जीत हासिल की, जहां अल्पसंख्यकों ने भाजपा की बढ़त को रोकने के लिए तृणमूल कांग्रेस को वोट दिया। अल्पसंख्यक नेताओं के अनुसार पश्चिम बंगाल में कई सीट पर निर्णायक की भूमिका निभाने वाले मुसलमानों का झुकाव ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस की ओर था, जिसे उन्होंने वाम-कांग्रेस गठबंधन के विपरीत एक विश्वसनीय ताकत के रूप में देखा। इंडियन सेकुलर फ्रंट (आईएसएफ) द्वारा अकेले चुनाव लड़ने का निर्णय किए जाने से वामपंथियों तथा कांग्रेस के लिए अल्पसंख्यक मतदाताओं को लुभाने के प्रयास और अधिक चुनौतीपूर्ण हो गए। खासकर तब जब भाजपा ने राम मंदिर और नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) जैसे विभिन्न ध्रुवीकरण मुद्दों का फायदा उठाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी। मुर्शिदाबाद सीट से हारने वाले माकपा के प्रदेश सचिव मोहम्मद सलीम ने कहा कि अगर आईएसएफ हमारे साथ होता तो बेहतर होता।
कश्मीर और असम के बाद पश्चिम बंगाल में देश में मुस्लिम मतदाताओं की तीसरी सबसे बड़ी संख्या है।पश्चिम बंगाल में कांग्रेस ने मात्र एक सीट को ही अपने नाम किया है। किस सीट पर किसको मिली जीत: -अलीपुरद्वार सीट से बीजेपी के उम्मीदवार मनोज तिग्गा-आरामबाग सीट से टीएमसी उम्मीदवार बैग मिताली -आसनसोल सीट से टीएमसी के उम्मीदवार शत्रुघ्न प्रसाद सिन्हा -बरहाम्पुर सीट से टीएमसी के उम्मीदवार पठान यूसुफ -बेलूरघाट सीट पर बीजेपी की उम्मीदवार सुकांता मजूमदार-बनगांव सीट से बीजेपी के उम्मीदवार शांतनु ठाकुर -बांकुड़ा सीट पर टीएमसी के उम्मीदवार अरूप चक्रवर्ती
-बारासात सीट पर टीएमसी के उम्मीदवार काकोली घोष दस्तीदार
-बर्धमान पूर्बा सीट से टीएमसी की उम्मीदवार डॉ शर्मिला सरकार
-बर्धमान-दुर्गापुर से टीएमसी की उम्मीदवार आजाद कीर्ति झा
-बर्रक्पुर से टीएमसी के उम्मीदवार पार्थ भौमिक, -बशीरहाट सीट से टीएमसी के उम्मीदवार एसके नूरुल इस्लाम, -बीरभूम सीट से टीएमसी की उम्मीदवार शताब्दी रॉय, -बिश्नुपुर सीट से बीजेपी के उम्मीदवार खान सौमित्र, -बोलपुर सीट से टीएमसी के उम्मीदवार असित कुमार मल -कूचबिहार सीट से टीएमसी के उम्मीदवार जगदीश चंद्र बर्मा बसुनिया -दार्जिलिंग सीट से बीजेपी के उम्मीदवार राजू बिस्ट,-डायमंड हार्बर सीट से टीएमसी के उम्मीदवार अभिषेक बनर्जी, -डम डम सीट से टीएमसी के उम्मीदवार सौगत राय-घाटल से टीएमसी के उम्मीदवार अधिकारी दीपक (देव),-हुगली सीट से टीएमसी की उम्मीदवार रचना बनर्जी
-हावड़ा सीट से टीएमसी के उम्मीदवार प्रसून बनर्जी,-जादवपुर सीट से टीएमसी की सयानी घोष -जलपाईगुड़ी सीट से बीजेपी के उम्मीदवार डॉ. जयंत कुमार रॉय, -जंगीपुर सीट से टीएमसी के उम्मीदवार खलीलुर रहमान, -झारग्राम सीट से टीएमसी के उम्मीदवार कालीपद सरेन (खेरवाल), -जयनगर सीट से टीएमसी के उम्मीदवार प्रतिमा मोंडल, -कांथी सीट से बीजेपी के उम्मीदवार अधिकारी सौमेंदु -कोलकाता दक्षिण सीट से टीएमसी की उम्मीदवार माला रॉय, -कोलकाता उत्तर सीट से टीएमसी के उम्मीदवार बंद्योपाध्याय सुदीप, -कृष्णनगर सीट से टीएमसी की उम्मीदवार महुआ मोइत्रा,-मालदा दक्षिण सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार की ईशा खान चौधरी, -मालदा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार खगेन मुर्मू, -मथुरापुर सीट से टीएमसी के उम्मीदवार बापी हल्दार, -मेदिनीपुर सीट पर टीएमसी की उम्मीदवार जून मालिआ, -मुर्शिदाबाद सीट पर टीएमसी के उम्मीदवार अबू ताहिर खान, -पुरुलिया सीट से बीजेपी के उम्मीदवार ज्योतिर्मय सिंह महतो -रायगंज सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार कार्तिक चंद्र पॉल
-रानाघाट सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार जगन्नाथ सरकार
-श्रीरामपुर सीट से टीएमसी के उम्मीदवार कल्याण बनर्जी-तामलुक सीट से बीजेपी के उम्मीदवार अभिजीत गंगोपाध्याय, -उलुबेरिया सीट से टीएमसी के उम्मीदवार साजदा अहमद चुनाव जीत गए है। रिपोर्ट अशोक झा