त्रिपुरा के होटल और रेस्टोरेंट बांग्लादेशी नागरिकों को नहीं देगी सेवाएं

बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ उठाया यह कदम

अशोक झा, गौहाटी:
त्रिपुरा के होटल और रेस्टोरेंट एसोसिएशन ने बड़ा एलान किया है। जिसमें कहा गया है कि त्रिपुरा के होटल और रेस्टोरेंट बांग्लादेशी नागरिकों को सेवाएं नहीं देंगे।अगरतला में हुए बड़े विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए यह फैसला लिया है। इस के साथ ही पश्चिम बंगाल में भी होटलों ने यह फैसला लागू करने का ऐलान किया है। कुछ दिन पहले अगरतला और कोलकाता के दो अस्पतालों ने बांग्लादेश के नागरिकों के इलाज पर भी रोक लगा दी गई थी।आपको बता दें कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों और भारतीय झंडे के प्रति को लेकर भारत के कई राज्यों में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। त्रिपुरा में बांग्लादेश के नागरिकों को होटलों और रेस्टोरेंट्स की सेवाएं न देने का यह बड़ा फैसला ‘ऑल त्रिपुरा होटल एंड रेस्टोरेंट ओनर्स एसोसिएशन’ ने लिया है।ऑल त्रिपुरा होटल एंड रेस्टोरेंट ओनर्स एसोसिएशन के इस बड़े फैसले के पीछे का कारण अगरतला में बांग्लादेश में हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी और अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों के विरोध प्रदर्शन बताया जा रहा है। साथ ही इस फैसले को बांगलादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ते हमलों और हिंसा को लेकर बढ़ती तवज्जो का हिस्सा माना जा रहा है।यह फैसला पश्चिम बंगाल में स्थित होटल और रेस्टोरेंट एसोसिएशन की बैठक के बाद लिया गया है। हालांकि, अभी तक स्पष्ट नहीं किया गया है कि यह प्रतिबंध कब तक जारी रहेगा। त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में इस फैसले का असर बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा और धार्मिक उत्पीड़न की घटनाओं पर देखने के लिए मिल सकता है।

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