लोकसभा में जमकर बरसे पीएम मोदी कहा देश का सपना है देश विकसित राष्ट्र बने
हम सिर्फ विशाल लोकतंत्र ही नहीं, हम लोकतंत्र की जननी
अशोक झा, नईदिल्ली: पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारा देश बहुत तेजी से विकास कर रहा है। भारत बहुत जल्द विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। जब हम आजादी की शताब्दी मना रहे होंगे तब हम विकसित देश बन चुके होंगे। ये हम सभी देशवासियों का सपना है।’पीएम मोदी ने कहा कि संविधान निर्माता इस बात को लेकर बहुत सजग थे, वो ये नहीं मानते थे कि भारत का जन्म 1947 को हुआ, वो नहीं मानते थे कि भारत में लोकतंत्र 1950 से शुरू हुआ। वो हजारों साल की यात्रा के प्रति सजग थे। भारत का लोकतंत्र, भारत का गणतांत्रिक अतीत बहुत ही समृद्ध रहा है। तभी भारत आज मदर ऑफ डेमोक्रेसी के रूप में जाना जाता है। हम सिर्फ विशाल लोकतंत्र ही नहीं, हम लोकतंत्र की जननी हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि जब जी20 समिट हुई तो विश्व के सामने हमने विमेन लेड डेवलेपमेंट का विचार रखा। हम सभी सांसदों ने मिलकर एक स्वर से नारी शक्ति वंदन अधिनियम पारित करते हमारी महिला शक्ति को भारतीय लोकतंत्र में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए हमने कदम उठाए। आज हर बड़ी योजना के सेंटर में महिलाएं होती हैं। आज जब हम संविधान के 75 साल मना रहे हैं तो ये संयोग है कि भारत के राष्ट्रपति के पद पर एक आदिवासी महिला हैं। पीएम मोदी ने कहा कि मुझे बड़े दुख के साथ कहना है कि आजादी के बाद एक तरफ संविधान निर्माताओं के दिल-दिमाग में एकता थी, लेकिन आज आजादी के बाद सबसे बड़ा प्रहार देश की एकता के मूल भाव पर हुआ। हम विविधता को सेलिब्रेट करते हैं, लेकिन गुलामी की मानसिकता में पले-बढ़े लोगों ने, भारत का भला ना देख पाने वाले लोगों ने विविधता में विरोधाभास ढूंढा। विविधता के इस अमूल्य खजाने को सेलिब्रेट करने के बजाय ऐसे जहरील बीज बोने के प्रयास करते रहे, जिससे देश की एकता को चोट पहुंचती रहे।
पीएम मोदी ने कहा कि आर्टिकल 370 देश की एकता में दीवार बना हुआ था, इसलिए धारा 370 को हमने जमीन में गाड़ दिया, क्योंकि देश की एकता हमारी प्राथमिकता है। इस विशाल देश में अगर आर्थिक रूप से हमें आगे बढ़ना है तो भारत में अनुकूल व्यवस्थाएं चाहिए। उसी में से जीएसटी को लेकर चर्चा चलती रही। इकॉनामी में जीएसटी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। वन नेशन वन टैक्स भी इसे आगे बढ़ा रहा है। हम वन नेशन वन राशन कार्ड लाए। हमने ये तय किया कि वन नेशन वन हेल्थ कार्ड हो और हमने आयुष्मान कार्ड को जारी किया।
पीएम मोदी ने कहा कि जब संविधान के 25 साल पूरे हुए तो देश के संविधान को नोच लिया गया। देश को जेलखाना बना दिया गया। नागरिकों के अधिकारों को लूट लिया गया, प्रेस की स्वतंत्रता को ताले लगा दिए गए। कांग्रेस के माथे पर जो ये पाप लगा है, वो कभी धुलने वाला नहीं है। क्योंकि लोकतंत्र का गला घोट दिया गया था। पीएम मोदी ने कहा कि ये संविधान की देन है कि मेरे जैसे लोग यहां तक पहुंचे हैं। ये संविधान का सामर्थ्य था जो बिना किसी बैकग्राउंड के यहां तक पहुंचे हैं। हमें देश ने तीन बार स्नेह दिया, ये हमारे संविधान के बिना संभव नहीं था। देश की जनता पूरी ताकत के साथ संविधान के साथ खड़ी रही है। कांग्रेस के एक परिवार ने संविधान को चोट पहुंचाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। 75 साल की हमारी यात्रा में 55 साल एक ही परिवार ने राज किया है, इसलिए देश को क्या-क्या हुआ है, ये जानने का अधिकार है।पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के मुंह से संविधान शोभा नहीं देता। जो अपनी पार्टी के संविधान को नहीं मानते, उनके मुंह से संविधान शब्द शोभा नहीं देता। कांग्रेस की 12 प्रदेश समितियों ने सरदार पटेल को सहमति दी थी। संविधान के तहत सरदार पटेल ही पीएम बनते, लेकिन खुद के ही संविधान को स्वीकारा नहीं और सरदार साहब पीएम नहीं बन सके और ये बैठ गए। जो लोग अपनी पार्टी के संविधान को नहीं मानते वो कैसे देश के संविधान को स्वीकार कर सकते हैं।
हमने संविधान संशोधन करके 10 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया। इसे सभी ने स्वीकार किया। हमने महिलाओं को शक्ति देने के लिए संविधान में संशोधन किया। हमने संविधान संशोधन देश की एकता के लिए किया। हमने संविधान संशोधन किया और डंके की चोट पर किया। हमने धारा 370 को हटाया और अब कोर्ट ने भी उसपर मुहर लगा दी है। हमारा संविधान सबसे ज्यादा जिस बात के प्रति संवेदनशील रहा है, वो है- भारत के लोग। कांग्रेस के साथियों को एक शब्द बहुत प्रिय है, जिसके बिना वो जी नहीं सकते, वो शब्द है- जुमला।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान पर चर्चा का जवाब देते हुए लोकसभा में कहा, ‘करीब 6 दशक में 75 बार संविधान बदला गया। जो बीज देश के पहले प्रधानमंत्री जी ने बोया था उस बीज को खाद-पानी देने का काम एक और प्रधानमंत्री ने किया, उनका नाम था श्रीमति इंदिरा गांधी। 1971 में सुप्रीम कोर्ट का एक फैसला आया था, उस फैसले को संविधान बदलकर पलट दिया गया था, 1971 में संविधान संशोधन किया गया था। उन्होंने हमारे देश की अदालत के पंख काट दिए थे। मेरा देशवासियों के प्रति आपार श्रद्धा रही है, देश की युवा शक्ति के प्रति आपार श्रद्धा रही है. इसलिए देश 2047 में जब आजादी के 100 साल मनाएगा तो विकसित भारत के रूप में मनाएगा. हम इस संकल्प के साथ आगे बढ़ें।इससे पहले पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में जब एनडीए को सरकार बनाने का मौका मिला तो लोकतंत्र और संविधान को मजबूती मिली. गरीबों को मुश्किलों से मुक्ति मिले, यह हमारा बहुत बड़ा मिशन और संकल्प है। हमें गर्व है कि आज 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं।उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए सत्ता का सुख और सत्ता का भूख यही एकमात्र इतिहास है, कांग्रेस का वर्तमान है. हमने भी संविधान संशोधन किए हैं, लेकिन देश की एकता के लिए, देश की अखंडता के लिए, देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए और संविधान की भावना के प्रति पूर्ण समर्पण के साथ किए हैं.
लोकसभा में पीएम मोदी की ओर से रखे गए 11 संकल्प
सभी नागरिक और सरकार अपने-अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करें।
हर क्षेत्र और समाज को विकास का समान लाभ मिले, ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना बनी रहे।
भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाए, और भ्रष्टाचारियों की सामाजिक स्वीकार्यता समाप्त हो।
देश के कानूनों और परंपराओं के पालन में गर्व का भाव जागृत हो। गुलामी की मानसिकता से मुक्ति मिले और देश की सांस्कृतिक विरासत पर गर्व किया जाए।राजनीति को परिवारवाद से मुक्त कर लोकतंत्र को सशक्त बनाया जाए।संविधान का सम्मान हो और राजनीतिक स्वार्थ के लिए उसे हथियार न बनाया जाए।
जिन वर्गों को संविधान के तहत आरक्षण मिल रहा है, वह जारी रहे, लेकिन धर्म के आधार पर आरक्षण न दिया जाए।
महिलाओं के नेतृत्व में विकास को प्राथमिकता दी जाए।
राज्य के विकास के माध्यम से राष्ट्र के विकास को सुनिश्चित किया जाए।‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के लक्ष्य को सर्वोपरि रखा जाए।
आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा: आरक्षण का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने लोकसभा में कहा कि नेहरू जी से लेकर राजीव गांधी तक कांग्रेस के प्रधानमंत्रियों ने आरक्षण का विरोध किया था। इतिहास कह रहा है आरक्षण के विरोध में लंबी-लंबी चिट्ठियां स्वयं नेहरू जी ने लिखी है, मुख्यमंत्रियों को लिखी है। इतना ही नहीं, सदन में आरक्षण के खिलाफ लंबे-लंबे भाषण इन लोगों ने किए हैं
‘कांग्रेस ने आरक्षण का विरोध किया था’बाबा साहेब अंबेडकर समता के लिए और भारत में संतुलित विकास के लिए आरक्षण को लेकर आए, लेकिन उन्होंने (कांग्रेस) इनके खिलाफ झंडा ऊंचा किया हुआ था. दशकों तक मंडल कमीशन की रिपोर्ट को डिब्बे में डाल दिया था. जब कांग्रेस को देश ने हटाया, जब कांग्रेस गई तब जाकर ओबीसी को आरक्षण मिला, ये कांग्रेस का पाप है।