उत्तर बंगाल के माटीगाड़ा में राजवंशी गौरव को मिला पद्म श्री पुरस्कार

विधायक आनंदमय बर्मन ने कहा यह राजवंशियों के लिए गर्व का विषय

अशोक झा, सिलीगुड़ी: राजवंशी समाज का गौरव 72 वर्षीय सेवानिवृति प्राथमिक विद्यालय शिक्षक नागेन्द्र नाथ राय चैतन्यपुर न्यू रंगिया, माटीगाड़ा को इस वर्ष पद्म श्री पुरस्कार के लिए नामित किया गया है। इस बात की जानकारी मिलते ही भाजपा नेता सह राजवंशी समाज के लिए लड़ने वाले विधायक आनंदमय बर्मन उनके निवास पहुंचकर उनका अभिवादन कर आशीर्वाद लिया। वर्मन ने बताया कि शिक्षक जीवन में उनके उपलब्धियों की लम्बी सूची है। उनके द्वारा लिखी गई पुस्तके निगमांजलि, निगमकथा, होकुलखोली, अनूदित “श्री श्री गीता आई” (राजबंशी भाषा में), वि. रवींद्रनाथ टैगोर की “चंडालिका” का राजबंशी भाषा में अनुवाद किया गया है। राजबंशी गुरुगीतावी, चावली पथ- 1 और 2 रोशेर पोदाबालिक्स, रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा रचित “संगीत” का राजबंशी भाषा में अनुवाद, राजबंशी रामायणक्सी. “उपनिषद झलकानी” का राजबंशी भाषा में अनुवाद किया। उपनिषद् किंचित् कहिनीक्षि। श्री कृष्ण पवन चरित्र, रोस्सेर बोइरागी पडाबालिक्सवी, पोहटिया तरब आदि प्रमुख है। उन्हें 2011 में पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा शिक्षा रत्न, सरस्वती ब्रह्मपुत्र पुरस्कार, राजबंशी भाषा साहित्य भागरती संस्कार भारती पुरस्कार 2015, राजबंशी भाषा अकादमी पुरस्कार 2015 था प्रसार भारती सिलीगुड़ी द्वारा पुरस्कृत किया गया है। बताते चले कि आज पद्म पुरस्कार – देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक, तीन श्रेणियों में प्रदान किए जाते हैं, अर्थात् पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री। पुरस्कार विभिन्न विषयों / गतिविधियों के क्षेत्रों में दिए जाते हैं, जैसे- कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल, सिविल सेवा, आदि। ‘पद्म विभूषण’ असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है; ‘पद्म भूषण’ उच्च क्रम की विशिष्ट सेवा के लिए और ‘पद्म श्री’ किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है। पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है। ये पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा औपचारिक समारोहों में प्रदान किए जाते हैं जो आमतौर पर हर साल मार्च / अप्रैल के आसपास राष्ट्रपति भवन में आयोजित किए जाते हैं। वर्ष 2025 के लिए, राष्ट्रपति ने नीचे दी गई सूची के अनुसार 1 युगल मामले (एक युगल मामले में, पुरस्कार को एक के रूप में गिना जाता है) सहित 139 पद्म पुरस्कारों के सम्मान को मंजूरी दी है। पुरस्कार पाने वालों में 23 महिलाएं हैं, तथा सूची में विदेशी/एनआरआई/पीआईओ/ओसीआई श्रेणी से 10 व्यक्ति और 13 मरणोपरांत पुरस्कार पाने वाले व्यक्ति भी शामिल हैं।

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