घायल की मौत के बाद ग्रामीणों ने किया राम जानकी मार्ग जाम पुलिस ने लाठियां भांज कर खाली कराया जाम
घायल की मौत के बाद ग्रामीणों ने किया राम जानकी मार्ग जाम पुलिस ने लाठियां भांज कर खाली कराया जाम
उप्र बस्ती जिले के दुबौलिया थाना क्षेत्र के खजांची पुर गांव एक माह पहले हुई मारपीट में घायल 14 वर्षीय किशोर की लखनऊ मेडिकल कालेज में मौत के बाद बृहस्पतिवार को कस्बे में जमकर बवाल हुआ। परिवार के लोगों ने सैकड़ों ग्रामीणों के साथ दुबौलिया थाने से करीब पचास मीटर दूर राम जानकी मार्ग पर शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। घटना में नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी का आरोप लगाते हुए पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। मौके पर पहुंचीं ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अमृतपाल कौर, सीओ कलवारी समेत अन्य अधिकारियों के लाख समझाने के बावजूद ग्रामीण टस से मस नहीं हुए। करीब चार घंटे मान-मनौव्वल से कोई नतीजा नहीं निकला। आखिरकार पुलिस लाठियां भांजकर शव को कब्जे में लेना पड़ा। इस दौरान पुलिस पर भीड़ की तरफ से ईंट-पत्थर भी फेंके गए। इस दौरान एक महिला आरक्षी की अंगुली में चोट भी लग गई। करीब तीन घंटे पचास मिनट के बाद राम जानकी मार्ग पर आवागमन शुरू हो सका। एसपी आशीष श्रीवास्तव का कहना है कि पहले से दर्ज मुकदमे को तरमीम करके आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ भी की जाएगी। बता दे सात अगस्त को गांव में बाइक का हार्न बजाने को लेकर खजांचीपुर के सनी (14) पुत्र पूर्णमासी को गांव के हरि गोविंद, मंटू, अंशु व श्याम जी ने मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। दुबौलिया पुलिस ने घायल सनी की मां सुमित्रा देवी की तहरीर पर उक्त चारों लोगों के खिलाफ मारपीट, धमकी, अपशब्द कहने आदि धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया था। परिवार के लोग गंभीर हालत में घायल सनी को कप्तानगंज सीएचसी ले गए, जहां चिकित्सक ने जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया था। जिला अस्पताल में भी गंभीर हालत देख डॉक्टर ने मेडिकल कॉलेज लखनऊ रेफर कर दिया था। पुलिस का कहना है कि 20 अगस्त को उक्त मुकदमे में धारा 308 बढ़ा दिया था। मारपीट में सनी के गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद पुलिस ने सिर्फ एनसीआर दर्ज किया। जिसे लेकर उसके परिवार वालों में काफी असंतोष था। उन लोगों का कहना है कि पुलिस मां की तहरीर पर सिर्फ एनसीआर दर्ज करके मामले को निपटा देना चाहती थी।परिवार के लोग बार-बार आरोपियों की गिरफ्तारी व धारा बढ़ाने की मांग करते रहे लेकिन पुलिस नजरअंदाज करती रही।