कश्मीर में शहीद कैप्टन थापा का पार्थिव शव पहुंचा बागडोगरा, सांसद ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि
शहीद कैप्टन थापा का पार्थिव शव पहुंचा बागडोगरा, सांसद ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि
कहा, परिवार के साथ चट्टान के तरह रहेगा केंद्र की सरकार
अशोक झा, सिलीगुड़ी: कश्मीर के डोडा में आतंकी हमले में शहीद कैप्टन ब्रिजेश थापा का पार्थिव शव बागडोगरा स्थित सेना के प्रांगण बेंगडुब्बी पहुंचा। वहां भाजपा के सांसद सह भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजू बिष्ट ने दुखी मन से श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर वहां उनका सैन्य सम्मान के साथ नमन किया गया। दार्जिलिंग के सांसद ने कहा की दार्जिलिंग पहाड़ियों, तराई और डुआर्स और पूरे देश के लोगों की ओर से, मैंने बहादुर सैनिक और गोरखा पुत्र कैप्टन ब्रिजेश थापा और अन्य बहादुर शहीदों को अपनी गहरी श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने बेंगडुबी में देश की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। उन्होंने कहा की चूँकि हमारा राष्ट्र अपने सैनिकों की मृत्यु पर शोक मना रहा है, हमें अपने बहादुर नायकों की साहसी गाथा पर भी गर्व है, जिन्होंने हमारी मातृभूमि के सम्मान और गौरव के लिए आतंकवादियों के खिलाफ बहादुरी से लड़ाई लड़ी। हमें दार्जिलिंग पहाड़ियों, तराई और डुआर्स की बहादुर माताओं पर गर्व है। जिन्होंने हमारे देश के लिए ऐसे वीर सपूतों को जन्म दिया है। आजादी के बाद से शायद कोई वर्ष ऐसा नहीं बीता होगा जब हमारे क्षेत्र के युवाओं ने साहस पूर्वक भारत की आन, बान और शान के लिए अपने प्राणों की आहुति न दी हो। विष्ट ने कहा की हमारे बीच आज बहादुर शहीद कैप्टन ब्रिजेश थापा के पिता कर्नल (सेवानिवृत्त) भुवनेश थापा जी और उनकी मां नीलिमा थापा जी, बहन और परिवार के
सदस्य मौजूद है। हम सभी सदस्यों के प्रति अपनी हार्दिक श्रद्धांजलि और संवेदना व्यक्त करता हूं। उनका दुःख आज पूरा देश गहराई से महसूस कर रहा है। केंद्र की सरकार परिवार के साथ चट्टान की तरह सभी मुद्दे पर खड़ा रहेगा। निश्चिंत रहें कि भारत सरकार हमारे सैनिकों को बिना किसी समझौते के आतंकवादियों, उन्हें पनाह देने वालों और आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देशों का खुलकर मुकाबला करने की आजादी देगी। कैप्टन ब्रिजेश थापा सहित हमारे शहीदों का खून व्यर्थ नहीं जाएगा। कैप्टन ब्रिजेश थापा हमारे और पूरे देश के दिलों में हमेशा अमर रहेंगे। बताया गया था की जम्मू कश्मीर के डोडा में आतंकियों से मुठभेड़ में सेना के 4 जवान शहीद हुए हैं। जम्मू कश्मीर के एक पुलिस कर्मी की भी गोली लगने से मौत हुई है। गोलीबारी में 5 जवान भी घायल हुए हैं, जिनका इलाज सैन्य अस्पताल में चल रहा है। जबकि एक जवान गंभीर रूप से घायल हुआ है जिसका सेना के अस्पताल में ही इलाज चल रहा है।
डोडा में सर्च ऑपरेशन में घायल हुए थे जवान
जम्मू-कश्मीर के डोडा में आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। इस दौरान सोमवार देर रात आतंकियों से मुठभेड़ हो गई। गोली बारी में सुरक्षा बल के पांच जवानों को गोली लग गई। रेस्क्यू टीम ने तुरंत घायल जवानों को उपचार के लिए अस्पताल भेज दिया, लेकिन सुबह इनमें से चार जवानों ने दम तोड़ दिया। एक जवान की हालत गंभीर बताई जा रही है। डोडा के पास देसा वन क्षेत्र ऑपरेशन
सैन्य अधिकारियों के मुताबिक राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशन क्वॉड ने सोमवार देर शाम डोडा शहर से लगभग 55 किमी दूर देसा वन क्षेत्र में धारी गोटे उरारबागी में सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। थोड़ी ही देर में अचानक से गोलियां चलने लगीं। गोलीबारी कर आतंकी भागने लगे लेकिन सुरक्षा बलों ने जंगल में घुसकर आतंकियों का पीछा किया। जवान आतंकियों की तलाश कर रहे थे कि जंगल में फिर से आतंकियों ने गोलीबारी की जिसमें पांच जवानों को गोली लग गई थी। 11 जून को भी हुआ था हमला : डोडा में आतंकियों से मुठभेड़ अक्सर होती रहती है। यह आंतकी घटनाओं को लेकर संवेदनशील इलाका है। 11 जून को भी डोडा के छत्रकला में सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों से जवानों की मुठभेड़ हुई थी। यहां आतंकियों ने जवानों के अस्थायी कैंप पर हमला किया गया था। हमले में 6 जवान घायल हो गए थे।