बिहार के छात्रों के साथ मारपीट मामले में एक और आया पुलिस के गिरफ्त में
समाज के प्रति संगठन संवेदनशील, किसी के बहकावे और अफवाह से रहें दूर :अत्रि शर्मा
अशोक झा, सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी के रानीडांगा में एसएसबी भर्ती परीक्षा के लिए आए बिहारी छात्रों के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार की घटना सामने आई है, जिसमें रजत भट्टाचार्य के बाद एक और व्यक्ति को सिलीगुड़ी पुलिस ने हिरासत में लिया है। यह कारवाई तब सामने आया जब सिलीगुड़ी बिहारी कल्याण मंच की पहल पर पुलिस आयुक्त ने इसे गंभीरता से लिया। बिहारी कल्याण मंच के अध्यक्ष अत्रि शर्मा ने बताया की पुलिस इस मामले से सख्ती से कारवाई कर रही है। क्योंकि कानून किसी कीमत पर किसी को भी कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं देता। उन्होंने बताया की मंच कानून व्यवस्था पर पूर्ण विश्वास रखती है। समाज के लोगों से आग्रह है की वे कभी भी स्वयं को अकेला या असहाय ना समझे। हां इस बात का ध्यान जरूर रखें की समाज विरोधी तत्व कही उनका गलत इस्तेमाल ना करें। इससे सावधान रहना होगा। उन्होंने कहा की कुछ लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर समाज में तनाव पैदा कराने की कोशिश करते है। हमारा संगठन किसी प्रकार बर्दास्त नही करने वाली है। उन्होंने कहा की समाज के सभी लोगों से आग्रह है की वे किसी के बहकावे में कानून को हाथ में ना लें। बताते चलें की वीडियो में मारपीट करते यलो रंग के कपड़े में दिखाई दे रहे शख्स का नाम रजत भट्टाचार्य है जो कैंडिडेट्स से मारपीट करते दिख रहा है। रिपोर्ट्स की मानें तो रजत भट्टाचार्य बांग्ला पक्खो नाम के संगठन से जुड़ा है। रजत भट्टाचार्य ने पुलिस को बताया कि ‘बिहार यूपी से नकली प्रमाणपत्र लेकर बिहार के युवक एसएससी परीक्षा के लिए आ रहे हैं हमारे युवकों की नौकरियां छीन रहे हैं। बिहार से सिलीगुड़ी परीक्षा देने गए युवकों को धमकाने वाले बांग्ला पक्खो नामक कट्टरपंथी संगठन के एक सदस्य रजत भट्टाचार्य को बंगाल पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। आरोपी से सिलीगुड़ी थाने की पुलिस पूछताछ कर रही है। गौरतलब है कि बिहार के छात्र एसएसबी की भर्ती परीक्षा देने सिलीगुड़ी गए थे। इसी दौरान बांग्ला पक्खो नामक कट्टरपंथी संगठन के लोगों ने छात्रों को धमकाते हुए कहा, ‘बिहार का होकर वे लोग बंगाल में क्यों नौकरी करने आ रहे हैं’। इससे जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था, जिसके बाद बिहार पुलिस की ओर से इस मामले की गंभीरता को देखते हुए बंगाल पुलिस के सोशल मीडिया पर टैग कर आवश्यक कार्रवाई हेतु प्रेषित किया था। इसके बाद पश्चिम बंगाल की सिलीगुड़ी पुलिस हरकत में आई और आरोपी की पहचान कर उसे कुछ घंटे में ही हिरासत में ले लिया गया। जानकारी के अनुसार इस संगठन के द्वारा पहले से ही पश्चिम बंगाल में हिंदी में लिखे साइनबोर्ड को मिटाया जा रहा था। इस पूरे मामले में लोग पुलिस की जमकर तारीफ़ कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि बिहार पुलिस को एक्स हैंडल पर टैग करने के बाद तुंरत इस मामले पर संज्ञान लिया गया। बंगाल पुलिस को मेंशन करने पर कार्रवाई हुई। बिहार और बंगाल पुलिस की संयुक्त कार्रवाई काफी सराहनीय है। यह पुलिस की बहुत अच्छी पहल है कि सोशल हैंडल पर सूचना देने पर तुरंत संज्ञान लिया जाता है। इससे लोगों का बिहार पुलिस और कानून व्यवस्था पर विश्वास बढ़ रहा है। बिहार पुलिस सोशल मीडिया पर बारीकी से नज़र बनाए हुए है, यह वाक़ई काबिले तारीफ़ है।