बंगाल में फिर भाजपा नेता अर्जुन सिंह के घर के बाहर फायरिंग ओर बमबाजी, हमले में युवक घायल

भाजपा नेता ने टीएमसी पर लगाया आरोप, पुलिस पर मूकदर्शक बनकर तमाशा देखने का आरोप लगाया

 

अशोक झा, कोलकोता: बंगाल के उत्तर 24 परगना में भाजपा नेता अर्जुन सिंह के घर के बाहर कथित तौर पर हमला हुआ है। इस मामले पर भाजपा नेता अर्जुन सिंह ने कहा, ‘मुझे समझ नहीं आ रहा है कि क्या हो रहा है। 4 अक्तूबर को भी नमित सिंह, सद्दाम और उनकी टीम ने यहां हमला किया था। बीती रात उत्तर 24 परगना में भाजपा नेता अर्जुन सिंह के आवास को निशाना बनाया गया। उपद्रवियों ने उनके घर के बाहर जमकर बवाल काटा। इस दौरान उनके आवास में देशी बम भी फेंके गए और गोलीबारी की गई। भाजपा नेता ने तृणमूल कांग्रेस के बेटे को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। इसके अलावा उन्होंने पुलिस पर मूकदर्शक बनकर तमाशा देखने का आरोप लगाया है। हालांकि, अब उनके इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया है।
अज्ञात बदमाशों ने बम फेंके और गोलीबारी की: पुलिस ने गुरुवार को बताया कि पश्चिम बंगाल के भाटपारा में भाजपा नेता और पूर्व सांसद अर्जुन सिंह के आवास के बाहर अज्ञात बदमाशों ने बम फेंके और गोलीबारी की। उन्होंने बताया कि बुधवार देर रात हुए हमले में एक युवक घायल हो गया। सिंह और उनके करीबी सहयोगियों ने कथित तौर पर हमलावरों का पीछा किया। हालांकि, वह मौके से भागने में कामयाब हो गए।दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बैरकपुर के पुलिस आयुक्त अजय ठाकुर ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है। इसमें शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। टीएमसी पार्षद के बेटे पर आरोप: भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि हमले के पीछे तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की पार्षद सुनीता सिंह के बेटे नमित सिंह का हाथ है। पूर्व सांसद ने दावा किया, ‘उसने पुलिस के सामने गोलीबारी की। अंधाधुंध गोलीबारी और बमबाजी हुई। जूट मिल में श्रमिकों के दो समूहों के बीच विवाद के बाद हिंसा: पुलिस सूत्रों के अनुसार, इलाके में मेघना जूट मिल में श्रमिकों के दो समूहों के बीच विवाद के बाद हिंसा भड़की। इस बीच टीएमसी के जगद्दल विधायक सोमनाथ श्याम ने सिंह और उनके समर्थकों पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘अर्जुन सिंह और उसके आदमियों ने मेघना जूट मिल में काम करने वालों पर हमला किया और गोलियां चलाईं। युवक को सिंह ने गोली मारी और उसके समूह के हमले में तीन से चार और लोग घायल हो गए। हम सिंह की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हैं, नहीं तो हम बड़ा विरोध प्रदर्शन करेंगे। अर्जुन सिंह ने क्या कहा?: घटनाक्रम के बारे में बताते हुए अर्जुन सिंह ने कहा, ‘रात करीब 10:30 बजे मैंने अचानक दो राउंड गोलियों की आवाज सुनी। मैं अपने करीबी सहयोगियों के साथ मजदूर भवन में था। मैं बाहर भागा और मेघना मोड़ की ओर बढ़ा। जैसे ही हम मौके पर पहुंचे, बदमाशों ने हम पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। अर्जुन सिंह ने दावा किया कि कम से कम पांच से सात राउंड गोलियां चलाई गईं। हमले के बाद उन्होंने और उनके साथियों ने हमलावरों का पीछा किया, जिसके दौरान उनमें से एक नाले में गिर गया और घायल हो गया।कुछ समय पहले, मेरे कार्यालय और घर, मजदूर भवन पर तृणमूल नेताओं द्वारा समर्थित गुंडों और जिहादियों द्वारा हमला किया गया था, और यह सारी योजना बैरकपुर पुलिस की देखरेख और संरक्षण में हुई थी।स्थानीय पार्षद के बेटे और एनआईए मामले में आरोपी नमित सिंह के नेतृत्व में गुंडों ने लेन बीएल-17 में 2 राउंड फायरिंग की और मेघना मिल गेट और जगद्दल बाजार के बीच 5 राउंड फायरिंग की।उसी समय, दर्जनों हथियारबंद अपराधी इलाके में खुलेआम घूम रहे थे और आतंक मचा रहे थे, और बीएल नंबर 16 में मेरी एक अन्य संपत्ति पर बम फेंका गया।मेरे कार्यालय और घर पर पिछले हमलों के बाद भी पुलिस ने ऐसे अपराधियों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की।अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस के नेता यह सब इसलिए कर रहे हैं ताकि मैं ममता बनर्जी और उनकी पार्टी की तुष्टिकरण की राजनीति के खिलाफ आवाज न उठा सकूं, लेकिन मैं उन्हें स्पष्ट रूप से बताना चाहता हूं कि मुझे इन अपराधियों की परवाह नहीं है। मैं तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ तब तक लड़ाई जारी रखूंगा जब तक वे पश्चिम बंगाल की सत्ता से बाहर नहीं हो जाते। भाजपा नेता ने कहा, ‘मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि क्या हो रहा है। 4 अक्तूबर को भी नमित सिंह, सद्दाम और उनकी टीम ने यहां हमला किया था। उन्होंने बम फेंके और मैं घायल हो गया। कल हमने गोलियों की आवाज सुनी। जब तक हम बाहर गए, तब तक पुलिस सहित 50-60 लोग पहले से ही वहां मौजूद थे। जब हम वापस आए तो हमने देखा कि मेरे घर पर दो बम फेंके गए थे। एक फट गया, और दूसरा अभी भी जिंदा गोला बारूद है। नमित सिंह, सद्दाम अंसारी और प्रेम, 50-60 अन्य लोगों के साथ, इसमें शामिल हैं। नमित सिंह सिर्फ एक बलि का बकरा है। इन हमलों पर कोई पुलिस कार्रवाई नहीं हुई। यह घटना उनके सामने हुई।

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