बंगाल में क्रिकेट मैच को लेकर गुटीय संघर्ष सांप्रदायिक तनाव में तब्दील

कई राउंड आंसू गैस के दागे गए गोले, पुलिस टीम पर पथराव

 

अशोक झा/ सिलीगुड़ी:
क्रिकेट मैच को लेकर दो मुहल्ले के बच्चे के बीच जीत हार का मामला सांप्रदायिक तनाव का रूप ले लिया है। स्थिति को नियंत्रण करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग के साथ दर्जनों आसूं गैस के गोले चलाने पड़े है। वहां स्थिति पर नियंत्रण के लिए स्वयं पुलिस आयुक्त को वहां कैंप करना पड़ रहा है।
सिलीगुड़ी के बागराकोट इलाके में दो गुटों के बीच झड़प के कारण व्यापक तनाव व्याप्त है।बताया जा रहा है कि बुधवार दोपहर को बागराकोट के सैकड़ों युवक हाथों में लाठी-डंडे लेकर अचानक टिकिया पाड़ा इलाके में घुस आए। आरोप है कि उन्होंने दुकानों से लेकर टोटो और ऑटो तक में तोड़फोड़ किया। घरों के खिड़की -दरवाजे को तोड़ दिया। सड़क पर चल रहे आम लोगों को भी पीटा गया। इस घटना में एक महिला और एक बच्चा घायल हो गए। उन्हें सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके बाद टिकियापाड़ा के सैकड़ों युवक भी बागराकोट इलाके में आ गए। उन्होंने भी पूरे बागराकोट इलाके में इसी तरह तोड़फोड़ किया। उन्होंने रेल की पटरियों से पथराव भी किया। घटना की खबर मिलते ही सिलीगुड़ी थाने की भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गई। तीनों इलाकों के पार्षद भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस और पार्षदों के सामने ही दोनों पक्षों के बीच हाथापाई शुरू हो गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। आंसू गैस के गोले भी दागे गए। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, दोनों गुटों के बीच विवाद एक क्रिकेट मैच को लेकर शुरू हुआ था। बाद में इस विवाद ने विकराल रूप ले लिया। फ़िलहाल, मौके पर रेफ तैनात रखा गया है। डीसीपी राकेश सिंह, सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नर सी. सुधाकर, सिलीगुड़ी पुलिस थाना के आईसी और कई अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद है। खबर लिखे जाने तक स्थिति नियंत्रण से बाहर है। कहते है कि इस कांड में तब और जोड़ पकड़ा जब बोर्ड पार्षद अभया बॉस ने इस क्रिकेट विवाद को लेकर सिलीगुड़ी थाना का घेराव किया था। पुलिस को कहा था कि इसके दोषियों को सजा देकर स्थाई समाधान किया जाए। पुलिस आयुक्त और मेयर गौतम देव ने कहा कि क्षेत्र को अशांत नहीं होने दिया जायेगा। इस कांड के पीछे जो भी होंगे उन्हें नहीं बख्शा जाएगा।

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