दिल्ली में हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद अब 5 अक्तूबर को तृणमूल कांग्रेस का ‘राजभवन अभियान’
दिल्ली में हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद अब 5 अक्तूबर को तृणमूल कांग्रेस का ‘राजभवन अभियान’
– एक लाख लोगों के साथ करेंगे प्रदर्शन, उन्हें 50 लाख पत्र सौंपेंगे
कोलकाता:
केंद्र सरकार के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन हाई वोल्टेज ड्रामा देखने के साथ संपन्न हुआ। अभिषेक बनर्जी, महुआ मोइत्रा, डेरेक ओ’ब्रायन सहित तृणमूल कांग्रेस के कई अन्य नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया बाद में छोड़ दिया गया। तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव
सह सांसद अभिषेक बनर्जी ने ऐलान किया की पुलिस द्वारा की गई बदसलूकी के खिलाफ वह 5 अक्टूबर को दोपहर 3 बजे राजभवन में 1 लाख लोगों के साथ ‘राजभवन अभियान’ अभियान चलाएंगे। इस अभियान के तहत वह राज्यपाल से भी मिलेंगे और उन्हें 50 लाख पत्र सौंपेंगे। इस दौरान बनर्जी ने कहा कि जो लोग बंगाल के लोगों के लिए लड़ रहे हैं उन्हें 3 घंटे तक इंतजार कराया गया… मंत्री भाग गए। हम वहां शांति से बैठे थे लेकिन अचानक सुरक्षाकर्मियों ने महिलाओं समेत हम सभी के साथ मारपीट की।
टीएमसी नेताओं ने पुलिस कार्रवाई का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपलोड किया है। एक वीडियो में टीएमसी नेताओं को एक वैन में ले जाते हुए देखा जा सकता है। वहीं दूसरे में दिल्ली पुलिस के जवानों को टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को विरोध स्थल से जबरदस्ती हटाते हुए देखा जा सकता है। पार्टी नेता और सांसद अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली में कृषि भवन के अंदर धरना दिया था। टीएमसी नेता बनर्जी का दावा है कि केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने उन्हें मिलने का समय देने के बाद भी उनसे मुलाकात नहीं की। दिल्ली में टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा था कि, ”आज शाम 6 बजे हमारा केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति से मिलने का कार्यक्रम था, हमने 90 मिनट तक इंतजार किया, जिसके बाद हमें बताया गया कि वह हमसे नहीं मिल पाएंगी। आज शाम 4 बजे सुवेंदु अधिकारी से मुलाकात हुई लेकिन हमें यहीं इंतजार कराया गया। अगर वह हमसे नहीं मिलना चाहती तो ठीक है, लेकिन हम यहां से कहीं नहीं जाएंगे, यहीं बैठे रहेंगे। तृणमूल कांग्रेस के मुताबिक, उसके नेताओं को दिल्ली के उत्सव सदन, मुखर्जी नगर (किंग्सवे कैंप) ले जाया गया था। इससे पहले, तृणमूल कांग्रेस नेता अभिषेक बनर्जी ने केंद्र पर निशाना साधते हुए उन प्रदर्शनकारियों को डराने-धमकाने की कोशिश करने का आरोप लगाया था, जो पश्चिम बंगाल को धन जारी करने के लिए दबाव बनाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में इकठ्ठा हुए थे।अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाए कि जिस तरह से हमें घसीटा गया और अपमानित किया गया, आज का दिन लोकतंत्र के लिए एक कलंकित दिन है। तस्वीरें झूठ नहीं बोलतीं। हमारे सांसदों को जिस तरह से परेशान किया गया वह खुलकर सामने आ गया है। गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री से मुलाकात की मांग को लेकर दिल्ली में कृषि भवन में धरने पर बैठे तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के महासचिव अभिषेक बनर्जी और पार्टी के कई अन्य नेताओं को हिरासत में ले लिया गया था। हालांकि करीब तीन घंटे बाद सभी को रिहा कर दिया गया। बनर्जी ने कहा कि आज का दिन ‘नए भारत’ में एक मिसाल बन गया है जब दिल्ली पुलिस ने जन प्रतिनिधियों के साथ दुर्व्यवहार किया और सरकार से सवाल करने वाले पत्रकारों के खिलाफ मामला दर्ज किया।
टीएमसी बोली- राज्य मंत्री ने मिलने से किया इनकार
यह घटनाक्रम तब हुआ, जब पश्चिम बंगाल को निधि जारी करने की मांग को लेकर केंद्र और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच रस्साकशी तेज हो गई और तृणमूल कांग्रेस ने लगातार दूसरे दिन राष्ट्रीय राजधानी में विरोध प्रदर्शन किया। महात्मा गांधी की जयंती पर दिल्ली में राजघाट पर दो घंटे तक धरना देने के एक दिन बाद बनर्जी ने टीएमसी सांसदों, विधायकों और राज्य के मंत्रियों और समर्थकों सहित मनरेगा श्रमिकों के साथ राष्ट्रीय राजधानी स्थित जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया। बाद में, उन्होंने कृषि भवन में ग्रामीण विकास मंत्रालय तक मार्च निकाला, जहां केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति से मुलाकात करने का उनका कार्यक्रम था। कृषि भवन जाने के करीब डेढ़ घंटे बाद टीएमसी नेताओं ने दावा किया कि राज्य मंत्री ने यह कहते हुए उनसे मिलने से इनकार कर दिया कि वह पांच से अधिक प्रतिनिधियों से नहीं मिलेंगी
क्या है विवाद ?
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम और पीएम आवास योजना के तहत राज्य का बकाया ₹15,000 करोड़ रोकने का आरोप लगाया है। बीजेपी ने इस आरोप को खारिज कर दिया है और टीएमसी पर पश्चिम बंगाल में घोटालों से ध्यान भटकाने के लिए दिल्ली में “नाटक” करने का आरोप लगाया है। कृष्णानगर से लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा ने आरोप लगाया कि केंद्र पश्चिम बंगाल से कर तो वसूल रहा है, लेकिन राज्य का बकाया नहीं दे रहा है। @रिपोर्ट अशोक झा