बम के हमले में बंगाल का सीआरपीएफ जवान घायल
सिलीगुड़ी: पड़ोसी राज्य मणिपुर में हिंसा के बीच मणिपुर के मंत्री वाई खेमचंद के आवास के गेट पर रात एक बम विस्फोट हुआ। पुलिस ने यह जानकारी दी।
उसने बताया कि एक मोटरसाइकिल पर आए दो हमलावरों ने हथगोला फेंका, जो मंत्री के आवास के मुख्य द्वार से कुछ मीटर की दूरी पर गिरा। मुख्यमंत्री ने किया घटनास्थल का दौरा पुलिस के अनुसार, हमले में घायल सीआरपीएफ जवान की पहचान दिनेश चंद्र दास के रूप में हुई है और वह पश्चिम बंगाल का रहने वाला है। उसने बताया कि जवान के हाथ में चोट आई है। पुलिस के मुताबिक, हमले में एक महिला भी घायल हुई है और उसके दाएं पैर में चोट आई है। यूमनाम राज्य सरकार में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री हैं। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने घटनास्थल का दौरा किया और हमले की निंदा की। इससे पहले भीड़ ने मणिपुर की इंफाल घाटी में सुरक्षा व्यवस्था और कर्फ्यू के बावजूद भीड़ ने मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के खाली पड़े पैतृक आवास पर हमला करने की कोशिश की। सुरक्षा बलों ने हालांकि, हवा में गोलीबारी करके इस प्रयास को विफल कर दिया। सिंह राज्य की राजधानी के मध्य में एक अलग आधिकारिक आवास में रहते हैं। मणिपुर के इंफाल वेस्ट जिले में बदमाशों ने दो घरों में आग लगा दी गई और कई राउंड गोलीबारी की थी। हमले के बाद आरोपी मौके से भाग गए थे। वहीं, पुलिस ने बताया कि इलाके में अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात कर दिया गया है और स्थिति नियंत्रण में है। हिंसा में 180 से अधिक लोगों की मौत मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पर्वतीय जिलों में जनजातीय एकजुटता मार्च के बाद तीन मई को जातीय हिंसा भड़क गई थी। हिंसा की घटनाओं में अब तक 180 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। मणिपुर की आबादी में मेइती समुदाय के लोगों की जनसंख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं। वहीं, नगा और कुकी आदिवासियों की आबादी करीब 40 प्रतिशत है और वे ज्यादातर पर्वतीय जिलों में रहते हैं। @ रिपोर्ट अशोक झा