ईडी के हाथ इस स्कैम से जुड़ी एक डायरी राशन घोटाला का खुलेगा कई राज
ईडी के हाथ इस स्कैम से जुड़ी एक डायरी राशन घोटाला का खुलेगा कई राज
कोलकाता: बंगाल में हुए राशन घोटाले से जुड़े मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। शनिवार (28 अक्टूबर, 2023) को पता चला कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के हाथ इस स्कैम से जुड़ी एक डायरी लगी है। ऐसे में माना जा रहा है कि यह मैरून रंग की डायरी घोटाले के बड़े सारे राज खोल सकती है। बताया गया कि इसमें बंगाल के घोटालेबाजों के नाम कोडवर्ड में लिखे हुए हैं। ईडी ने छापेमारी के दौरान इस डायरी को जब्त किया था, जिसमें स्कैम से जुड़े कई सफेदपोशों के नाम हैं। कैसे हैं मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ? ईडी अधिकारी पता लगाने पहुंचे अस्पताल
ईडी की हिरासत का आदेश सुनने के बाद कोर्ट में ज्योतिप्रिया मल्लिक की तबीयत बिगड़ गई। पूर्व खाद्य मंत्री और वन मंत्री अपोलो अस्पताल में भर्ती है। न्यायाधीश ने आदेश दिया कि ईडी हिरासत की अवधि अस्पताल से छुट्टी के बाद ही शुरू होगी. कैसे हैं मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक? ईडी अधिकारी पता लगाने अस्पताल पहुंचे।
ज्योतिप्रिय मल्लिक के पहले भी कई मंत्रियों, विधायकों व तृणमूल नेताओं की हुई है गिरफ्तारी
पश्चिम बंगाल में राशन वितरण भ्रष्टाचार के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राज्य के मौजूदा वन मंत्री व पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक को गिरफ्तार किया है. यह तृणमूल सरकार के सत्ता में रहने के दौरान पहले मंत्री नहीं हैं, जो भ्रष्टाचार के किसी मामले में गिरफ्तार हुए हैं. उनके पहले रोजवैली चिटफंड घोटाला, सारधा चिटफंड घोटाला, नारद घूसखोरी कांड, शिक्षक नियुक्ति घोटाला, पशु तस्करी के मामले में केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा गिरफ्तार किये जाने की सूची में पूर्व मंत्री, विधायक व तृणमूल नेता भी हैं।अब बकीबुल के तार जुड़े फिल्म जगत से
राशन वितरण भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार व्यवसायी बकीबुल रहमान उर्फ बकीबुर की संपत्तियों के तथ्यों की जानकारी जुटाने में इडी लगी हुई है। सूत्रों के अनुसार. जांच में अब रहमान का फिल्म जगत से भी कनेक्शन सामने आ रहा है. बताया जा रहा है कि रहमान ने कुछ फिल्मों में निवेश भी किया था। वर्ष 2014 में रिलीज हुई एक बांग्ला फिल्म में उसने पैसा लगाया था।।उक्त फिल्म में शिक्षक भर्ती घोटाले मामले में गिरफ्तार पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की मित्र अर्पिता मुखर्जी ने भी अभिनय किया था। अर्पिता भी घोटाले मामले में गिरफ्तार हो चुकी हैं। रहमान राज्य के वन मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक का करीबी बताया जा रहा हैं, जिन्हें भी इडी ने गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि केंद्रीय जांच एजेंसी उक्त मामले को लेकर जल्द कुछ प्रभावशाली लोगों को भी पूछताछ के लिए तलब कर सकती है। गिरफ्तारी के पहले उनके आवासों में घंटों तक छापेमारी की गयी. इस क्रम में मंत्री के मोबाइल फोन भी जब्त कर लिये गये।।मंत्री व उनके परिजनों के बैंक खातों को फिलहाल फ्रीज कर दिया गया है। साथ ही वित्तीय लेन-देन से संबंधित कुछ दस्तावेज भी जब्त किये गये हैं. मंत्री के घरों, उनके पीए अमित दे और व्यवसायी अभिजीत दास के आवासों समेत 12 ठिकानों पर ईडी ने अभियान चलाया था।डायरी में ‘बालूदा’ नाम से कुछ जानकारियों का उल्लेख: सूत्रों के अनुसार, हावड़ा के निवासी दास मल्लिक के पूर्व पीए व करीबी हैं और उनके आवास से केंद्रीय जांच एजेंसी को कुछ दस्तावेज के साथ एक डायरी मिली है. बताया जा रहा है कि उक्त डायरी में ‘बालूदा’ नाम से कुछ जानकारियों का उल्लेख है, इसके अलावा कुछ लेन-देन की जानकारी भी है. साथ मिले दस्तावेजों के आधार पर तीन निजी संस्थानों का भी पता चला है। यह अंदेशा जताया जा रहा है कि संस्थानों के जरिये करीब 12 करोड़ रुपये काले धन को सफेद किया गया है। इतना ही नहीं, संस्थानों के बैंक खातों में करीब आठ करोड़ की राशि भी जमा हुई। यह राशि नकद जमा हुई है. ईडी सूत्रों के अनुसार, मामले में पहले से गिरफ्तार व्यवसायी बकीबुल रहमान और मंत्री के पीए अमित दे से पूछताछ कर कई अहम तथ्य मिले हैं। मल्लिक पर आरोप है कि उन तथ्यों को लेकर पूछे गये प्रश्नों का उन्होंने जवाब नहीं दिया। उनके बयान में भी विसंगतियां मिलीं।मंत्री के परिजनों के अलावा घर में काम करने वाले कर्मचारी भी जांच के दायरे में
इस मामले में ईडी की जांच के दायरे में मंत्री मल्लिक की पत्नी व बेटी के अलावा उनके यहां काम करने वाले कर्मचारी भी जांच के दायरे में हैं। सूत्रों के अनुसार, जांच में जिन तीन निजी संस्थानों का पता चला है, उनकी पूर्व निदेशक मंत्री की पत्नी व बेटी थीं। अब यह बात सामने आ रही है कि इन संस्थानों के मौजूदा निदेशक हैं, जो मल्लिक के कर्मचारी बताये जा रहे हैं। इधर, मंत्री और उनके परिजनों की संपत्तियों से जुड़े तमाम तथ्यों की जानकारी एकत्रित करने में केंद्रीय जांच एजेंसी जुटी है। ईडी ने अदालत में दावा किया है कि वर्ष 2016 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान हुए विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग को दिये हलफनामा में ज्योतिप्रिय मल्लिक ने अपनी पत्नी के बैंक खातों में 45 हजार रुपये राशि बतायी थी, वह एक वर्ष में बढ़कर छह करोड़ हो गयी। घोटाले की जांच के तहत ईडी ने अमित दे और अभिजीत दास से फिर पूछताछ की है। @रिपोर्ट अशोक झा