भारत बांग्लादेश के बीच तीन विकास परियोजनाओं का ‘श्री गणेश’ आज
भारत बांग्लादेश के बीच तीन विकास परियोजनाओं का ‘श्री गणेश’ आज
-भारत-बांग्लादेश के रिश्तों में आज एक और नया अध्याय जुड़ जाएगा
अशोक झा, सिलीगुड़ी: nभारत बांग्लादेश सीमावर्ती उत्तर बंगाल की नजर आज भारत बांग्लादेश के साथ हो रहे तीन परियोजनाओं पर लगी हुई है। उत्तर बंगाल के कारोबारी के अनुसार भारत-बांग्लादेश के रिश्तों में आज एक और नया अध्याय जुड़ जाएगा। इससे न केवल भारत अपने पड़ोसी देश को कारोबार में आगे बढ़ाएगा बल्कि उसकी ऊर्जा की आवश्यकताओं को भी पूरा करने में मदद करेगा।
मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना सुबह 11 बजे एक वर्चुअली कार्यक्रम से जुड़ेंगे। इस दौरान दोनों देशों के प्रमुख भारतीय सहायता प्राप्त तीन विकास परियोजनाओं का ‘श्री गणेश’ करेंगे। इन तीन परियोजनाओं में अगरतला-अखौरा क्रॉस बॉर्डर रेल लिंक, मोंगला रेल लाइन और मैत्री सुपर थर्मल पावर प्लांट यूनिट-2 शामिल हैं। अगरतला-अखौरा क्रॉस बॉर्डर रेल लिंक : अगरतला-अखौरा क्रॉस बॉर्डर रेल लिंक 15 किलोमीटर लंबा है। यह सीमा पार व्यापार में भी काफी मदद करेगा। इससे ढाका के रास्ते अगरतला से कोलकाता आने-जाने में लगने वाला समय भी कम होगा। कोलकाता से अगरतला (गुवाहाटी के रास्ते) की रेल यात्रा का 31 घंटे और 1500 किलोमीटर का समय घटकर केवल 10 घंटे और 500 किलोमीटर रह जाएगा। परियोजना के तहत भारतीय हिस्से को पूरा करने की अनुमानित लागत 862.58 करोड़ रुपये है।
जनवरी 2010 में बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शेख हसीना की नई दिल्ली यात्रा के दौरान, दोनों देश ब्राह्मणबारिया के अखौरा से अगरतला के निश्चिंतपुर तक ट्रैक बिछाने पर सहमत हुए। 15.064 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन का निर्माण 2018 में शुरू किया गया था। इनमें से 5.05 किलोमीटर लंबा रेल मार्ग भारत में और शेष 10.014 किलोमीटर लंबा रेल मार्ग बांग्लादेश में पड़ता है। खुलना-मोंगला पोर्ट रेल परियोजना : खुलना-मोंगला बंदरगाह रेल लाइन परियोजना, जिसकी कुल लागत 388.92 मिलियन है, भारत सरकार द्वारा रियायती कर्ज सुविधा के साथ बनाई गई है। इस परियोजना में मोंगला बंदरगाह और बांग्लादेश के खुलना क्षेत्र में मौजूदा रेल नेटवर्क के बीच लगभग 65 किलोमीटर ब्रॉड गेज रेल मार्ग का निर्माण शामिल है। इसके साथ ही बांग्लादेश का दूसरा सबसे बड़ा बंदरगाह मोंगला देश के ब्रॉड-गेज रेलवे नेटवर्क से जुड़ गया है। यह ध्यान रखना जरूरी है कि बांग्लादेश सरकार ने हाल ही में चट्टोग्राम और मोंगला पोर्ट के माध्यम से पश्चिम बंगाल से पूर्वोत्तर राज्यों तक कार्गो के ट्रांस-शिपमेंट की इजाजत दी है। मैत्री सुपर थर्मल पावर परियोजना : 1.6 बिलियन डॉलर के भारतीय रियायती कर्ज के तहत बनाई जा रही मैत्री सुपर थर्मल पावर परियोजना, बांग्लादेश के खुलना डिवीजन के रामपाल में स्थित 1,320 मेगावाट का प्लांट है। यह परियोजना बांग्लादेश-भारत मैत्री पावर कंपनी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा कार्यान्वित की गई है, जो भारत के एनटीसीएल और बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड के बीच 50-50 प्रतिशत का संयुक्त उद्यम है। बिजली संयंत्र की इकाई I का सितंबर 2022 में दोनों प्रधानमंत्रियों द्वारा संयुक्त रूप से अनावरण किया गया था और इकाई 2 का उद्घाटन आज किया जाएगा। बिजली संयंत्र के पूर्ण संचालन से बांग्लादेश में ऊर्जा सुरक्षा बढ़ेगी। रिपोर्ट अशोक झा