महान स्वतंत्रता सेनानी त्रिलोकचंद्र उर्फ पहाड़ी बाबा की मनायी गयी 46 वीं पुण्य तिथि 

महान स्वतंत्रता सेनानी त्रिलोकचंद्र उर्फ पहाड़ी बाबा की मनायी 46 वीं पुण्य तिथि

जिले का नही पहुंचा कोई प्रशासनिक अधिकारी,मुख्य अतिथि भाजपा के विधायक ने भी कार्यक्रम से बनाई दूरी व्यस्तता को लेकर

समाधि स्थल पर फूल माला चादर चढाकर दी श्रद्धांजली

 

 

गोण्डा। महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी देश के आजादी की लड़ाई में अग्रणी भूमिका मे रहने वाले पड़ोसी देश नैपाल में जन्मे त्रिलोकचंद्र ब्रह्मचारी उर्फ पहाड़ी बाबा की 46 वीं पुण्यतिथि मसकनवा स्थित उनके समाधि स्थल पर मनाई गई। विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, शुरुआत ध्वजारोहण और राष्ट्रगान से किया गया।

 

देश के आजादी में लोगो के प्रेरणा स्रोत रहे महान सेनानी त्रिलोक चन्द्र ब्रह्मचारी उर्फ पहाड़ी बाबा का देश की आजादी दिलाने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी लोगो की माने तो बाल्यकाल में ही नैपाल देश छोड़कर  मसकनवां कस्बे में रामजानकी मन्दिर के बगल कुटी बनाकर रहते हुए जहां देश को आजादी दिलाने मे युवाओ के प्रेरणा स्रोत होते हुए एक संत के रूप मे आजादी की लड़ाई मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।इतना ही नही मसकनवां चौराहे पर अग्रेजी हुकुमत का विरोध करते हुए भारत का झंडा तिरंगा लहराया था। जिससे अग्रेजी हुकुमत ने उन्हे दंडित भी किया था।देश आजाद होने के बाद सेनानियो को मिलने वाली पेन्शन का भी परित्याग कर दिया था। ब्रह्चर्य का जीवन निर्वाह करते हुए आर्युवेदिक दवाओ से लोगो के गंभीर से गंभीर रोगो का उपचार करने मे भी उन्हे महारत हासिल थी ।पहाडी बाबा के पास इलाज के लिए भी का भीड लगती थी जडी बूटियो के द्वारा निशुल्क इलाज करते थे। 7 नवंबर 1978 को गीता का पाठ करते हुए बृहम लीन हुए थे महान सेनानी को उनकी पुण्य तिथि पर कस्बे सहित क्षेत्र के समाजसेवी इकट्ठा होकर विविध कार्यक्रमो के माध्यम से उनको याद किया जाता है।

उसी कडी मे मंगलवार को आयोजित उनकी पुण्य तिथि पर काव्य पाठ का आयोजन कर उनको याद किया गया आयोजन मे पहुंचेु विशिष्ट अतिथि स्वामीनारायन छपिया मंदिर के शास्त्री भक्ति केशवदास ने कहा कि त्रिलोकचंद्र ब्रम्हचारी पहाड़ी बाबा  नेपाल में जन्म ले कर भारत भूमि को अभिष्ट माना। एक संत होकर देश के स्वतंत्रता आंदोलन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जिसको कभी भुलाया नही जा सकता है। आयोजन की अध्यक्षता कर रहे पूर्व प्रवक्ता पंडित चंद्रनारायण शुक्ला ने कहा कि पहाड़ी बाबा एक सच्चे संत व राष्ट्रभक्त थे।

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देश मे अमृत महोत्सव की धूम सेनानी की पुण्य तिथि उपेक्षित

जहां केन्द्र व प्रदेश की भाजपा सरकार देश की आजादी मे अहम भूमिका निभाने वाले सेनानियो व अमर शहीदो के याद मे गांव गांव से मिट्टी इकट्ठा कर आजादी का अमृत महोत्सव दो सालो से मना रही है ऐसे मे पडोसी देश नैपाल से आकर देश के स्वतंत्रता के लडाई मे अग्रणी भूमिका निभाने वाले महान सेनानी की पुण्य तिथि पर जिले के किसी प्रशासनिक अधिकारी का न पहुंचना घोर उपेक्षा है।

 

 

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महान सेनानी की पुण्य तिथि पर नही पहुंचा को प्रशासनिक अधिकारी

 

अध्यक्ष साधन सहकारी समिति, प्रदेश सचिव सपा प्रबुद्ध सभा युवा समाजसेवी विक्की मिश्रा ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की पुण्यतिथि की शासन प्रशासन द्वारा अपेक्षा किए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि देश के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने वाले ऐसे वीरों के पुण्यथि पर आने के लिए जनपद व तहसील के अधिकारियों के पास समय नहीं है।

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भाजपा के विधायक समय देकर नही पहुंचे सेनानी की पुण्य तिथि पर

महान सेनानी त्रिलोक चन्द्र उर्फ पहाडी बाबा की 46 पुण्य तिथि पर आयोजित कार्यक्रम में गौरा विधान सभा के भाजपा विधायक प्रभात कुमार वर्मा को कार्यक्रम आयोजक सेनानी परिवार के पूरन चन्द गुप्ता ने मुख्य अतिथि बनाया था सभा स्थल पर बैनर भी लगा गया था। लेकिन वह भी सेनानी की पुण्य तिथि पर अन्तिम समय मे व्यस्ता बताकर नही पहुचे।

 

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