राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद 11 महीने में पूरी तरह बनकर होगा तैयार- नृपेंद्र मिश्रा

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद 11 महीने में पूरी तरह बनकर होगा तैयार- नृपेंद्र मिश्रा

अयोध्या राम मंदिर निर्माण समिति ने 2024 दिसंबर तक पूरे मंदिर के निर्माण करने की अंतिम तिथि तय कर दिया है। साथ यह भी निर्णय लिया कि सबसे ऊपर यानी दूसरे तल पर केवल विशेष अनुष्ठान आयोजित होंगे, जो ट्रस्ट के अनुमति और स्पॉन्सरशिप में होगा। यहां सभी श्रद्धालुओं को जाने की अनुमति नहीं होगी। राममंदिर का भूतल 31 दिसंबर को पूरी तरह तैयार हो गया है। अब यहीं पर 22 जनवरी को तारीख को प्राण प्रतिष्ठा के सभी आयोजन सम्पन्न होने हैं। इसके बाद 23 तारीख से रामभक्त गर्भगृह में रामलला का दर्शन करेंगे। भक्तों को दर्शन कराने के साथ प्रथम तल का निर्माण भी शुरू हो जाएगा। निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा के अनुसार भूतल पर रामलला विराजमान होंगे। प्रथम स्थल पर सभी भाइयों के साथ पूरा रामदरबार होगा। भूतल और प्रथम तल तक दर्शन की अनुमति सभी को होगी,लेकिन दूसरे तल पर केवल विशेष अनुष्ठान का केंद्र बनाया गया है। इसलिए वहां सभी को जाने की अनुमति नहीं होगी। प्राण प्रतिष्ठा के बाद 11 माह में पूरा बनकर तैयार हो जाएगा मंदिर निर्माण समिति ने बैठक कर निर्णय लिया है कि अब अगले दिसंबर यानी पूरे 11 माह में द्वितीय तल शिखर मंदिर ,पर कोटा के सात मंदिर का काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद के वर्ष में बाकी के 71 एकड़ में ऑडिटोरियम और ट्रस्ट के दफ्तर आदि कई निर्माण होंगे। उन्होंने कहा कुल मिलाकर मंदिर का कार्य 2024 में पूरा हो जाएगा।
गर्भगृह में उत्तरी द्वार से प्रवेश करेंगे प्रधानमंत्री
समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया​ कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव पर मंदिर के उत्तरी द्वारा से प्रवेश करेंगे और सीधे गर्भगृह में जाएंगे। उन्होंने बताया विशेष अतिथियों के लिए कोटे के अंदर बैठने की व्यवस्था की गई है। इसके बाद प्रमुख साधु-संत मंदिर में बने मंडप में बैठेंगे। शेष अतिथियों के लिए कुर्सियां लगाई गई हैं। उन्होंने बताया प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम लगभग दो घंटे चलेगा

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