बंगाल के राशन वितरण में गड़बड़ी मामले में ईडी ने की चौथी गिरफ्तारी

कोलकाता: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को पश्चिम बंगाल में राशन वितरण मामले में चौथी गिरफ्तारी की है। ईडी के अधिकारियों ने एक स्थानीय व्यवसायी बिस्वजीत दास को कोलकाता के उत्तरी बाहरी इलाके में सॉल्ट लेक स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया।सूत्रों के मुताबिक, दास तृणमूल कांग्रेस नेता शंकर आध्या के करीबी विश्वासपात्र हैं, जो इस राशन वितरण मामले में ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने वाले तीसरे व्यक्ति थे। इससे पहले, ईडी के अधिकारियों ने मामले में पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक और व्यवसायी बकीबुर रहमान को भी गिरफ्तार किया था। पहले गिरफ्तार किये गये तीनों व्यक्ति फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। सूत्रों ने बताया कि ईडी के अधिकारियों की एक टीम मंगलवार शाम को ही दास के आवास पर पहुंची थी। हालाँकि, उस समय वह अपने आवास पर नहीं थे। बाद में केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों के आने की खबर मिलने पर वह अपने आवास पर वापस आये। इसके बाद, ईडी के अधिकारियों ने उनसे मैराथन पूछताछ शुरू की और मंगलवार रात भर लगातार पूछताछ के बाद आखिरकार बुधवार सुबह उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पता चला है कि दास को कोलकाता में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की एक विशेष अदालत में पेश किया जाएगा और ईडी के वकील उनकी हिरासत की मांग करेंगे।वहीं मंगलवार सुबह ईडी अधिकारियों को देखते ही विश्वजीत बाबू ने अपना फोन तालाब में फेंक दिया था, । ईडी अधिकारियों की सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ के अधिकारियों ने फोन बरामद किया था । लगातार 24 घंटे से छापेमारी व पूछताछ के बाद एनफोर्समेंट डायरेक्टर के अधिकारियों को पता चला कि विश्वजीत बाबू का इंपोर्ट एक्सपोर्ट का बिजनेस है जिसके माध्यम से उसने राशन आवंटन घोटाले के रुपये विदेश भेजे होंगे ।
मालूम हो कि इसी राशन आवंटन घोटाला में एनफोर्समेंट डायरेक्टर के अधिकारियों ने राज्य के मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक समेत 3 अन्य नेताओं को गिरफ्तार किया था, इस घोटाला में एक चौथी गिरफ्तारी है। सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक आज ही विश्वजीत दास को कोर्ट में पेश किया जाएगा।सूत्रों ने कहा कि ईडी अधिकारियों के पास उपलब्ध सुरागों के अनुसार, दास कथित राशन वितरण मामले की आय को पहले विदेशी मुद्राओं में परिवर्तित करके और बाद में हवाला के जरिये विदेशों में, विशेष रूप से दुबई और बांग्लादेश में भेज कर, आद्या का भागीदार था। दरअसल, सूत्रों ने बताया कि दास का नाम आध्या और उसके परिवार के सदस्यों से पूछताछ के दौरान सामने आया था। रिपोर्ट अशोक झा

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