राज्य में दुर्गा पूजा कमेटियों को ममता सरकार देंगी 85 हजार की नगद राशि

इसके साथ ही बिजली शुल्क में 75 फीसदी छूट, साथ ही फायर लाइसेंस सहित अन्य शुल्क में छूट का ऐलान

अशोक झा, कोलकाता: बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार कोलकाता में दुर्गा पूजा कमेटियों के साथ बैठक की। इस बैठक में पूजा कमेटियों के साथ कई धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने हिस्सा लिया।ममता बनर्जी ने पूजा कमेटियों को इस साल 85 हजार अनुदान देने का ऐलान किया है। इसके साथ ही बिजली शुल्क में 75 फीसदी छूट दी गयी। साथ ही फायर लाइसेंस सहित अन्य शुल्क में छूट का ऐलान किया। बता दें कि पिछले साल पूजा कमेटियों को 70 हजार रुपए अनुदान दिये गये थे। इस बार इसमें 15 हजार रुपए का इजाफा किया गया है। ममता बनर्जी ने कहा कि अगले साल एक लाख रुपए अनुदान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 15 अक्टूबर को पूजा कॉर्निवल का आयोजन किया जाएगा। 13 और 14 अक्टूबर को दुर्गा पूजा प्रतिमाओं का विसर्जन होगा।
सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि कोलकाता के साथ-साथ जिलों में पूजा का आयोजन किया जा रहा है। पूरे राज्य में करीब 42 हजार पूजा का आयोजन होता है। उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े पूजा पंडालों में पुलिस की व्यवस्था रहती है, लेकिन स्वयंसेवी संस्थाओं को भी आगे आना चाहिए।उन्होंने महिलाओं और छात्रों को भी आयोजन में शामिल करने का आह्वान किया।।उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा एक मिलन तीर्थ के रूप में इस्तेमाल करते हैं। ईद, छठ पूजा में भी करते हैं। इस अवसर पर छुट्टी भी देते हैं।
सीएम ममता बनर्जी ने मंगलवार को पूजा समितियों के अध्यक्ष और सरकारी अधिकारियों संग बैठक के दौरान कहा, “पिछले साल तक हम प्रत्येक क्लब को 70,000 रुपये देते थे। इस साल हम राशि बढ़ाकर 85,000 रुपये कर रहे हैं। अगले वर्ष हम अनुदान बढ़ाकर एक लाख रुपये करेंगे। मैं इसकी पहले से घोषणा कर रही हूं।” ममता बनर्जी ने घोषणा की कि क्लबों को पहले की तरह सभी सरकारी शुल्कों पर पूरी छूट मिलती रहेगी और बिजली बिल पर सब्सिडी मौजूदा 66% से बढ़ाकर 75% कर दी जाएगी।सुरक्षा उपायों में नाकाम क्लबों को ब्लैक लिस्ट में डालेंगे। टीएमसी के नेताओं ने कहा कि दुर्गा पूजा आयोजकों के लिए अ बढ़ाने का निर्णय मंगलवार सुबह राज्य कैबिनेट बनर्जी की एक संक्षिप्त बैठक में लिया गया। पूजा आयोजकों को संबोधित करते हुए, बनर्जी ने बंगाल के सबसे बड़े दुर्गा पूजा महोत्सव के दौरान सुरक्षा उपायों पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, “पुलिस और पूजा आयोजकों को प्रत्येक स्थल पर भीड़ के लिए कई प्रवेश और निकास बिंदु सुनिश्चित करने चाहिए। सभी जगह क्विक रिस्पांस टीमें लगाई जाएं। कोई हंगामा नहीं होना चाहिए। यातायात रोकने या असुविधा पैदा करने के लिए जिम्मेदार पाए जाने वाले आयोजकों को ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा।
थीम पूजा को लेकर ममता ने किया सतर्क: ममता बनर्जी ने कहा कि वह वीआईपी कार्ड के खिलाफ है। ऐसा नहीं होना चाहिए कि वीआईपी को ज्यादा सुविधा मिले। आम लोगों को वंचित नहीं किया जाना चाहिए। इतने भीड़ में वीआईपी का मूवमेंट देखने पर आम लोगों में बाधा होती है। उन्होंने कहा कि कोई भी थीम बनाए, तो पुलिस के साथ शेयर करें। क्योंकि ऐसी स्थिति में भगदड़ मच सकती है। लाइट से विमान सेवा बाधित हो सकती है. इस बारे में ध्यान देने की जरूरत है।पुलिस और पूजा आयोजकों में समन्वय पर जोर: ममता बनर्जी ने कहा कि पूजा को लेकर समन्वय जरूरी है। पुलिस कंट्रोल रूम, स्टेट कंट्रोल, डिस्ट्रिक कंट्रोल रूम और पूजा कंट्रोल रूम आपस में समन्वय काम करे।उन्होंने कहा कि पूजा के दौरान हेल्पलाइन काम करें. इसकी व्यवस्था करनी होगी उन्होंने कहा कि महिलाओं को कोई समस्या नहीं है और विरिष्ठ और दिव्यांग लोगों को समस्या नहीं हो. इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।भीड़ से मुकाबला के लिए एक अलग एंट्री और एक्जिट की व्यवस्था करें।

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