बंगाल में मनरेगा में घोटाला जांच में जुटी ईडी की टीम

कोलकाता: बंगाल में ईडी ने मंगलवार सुबह मनरेगा धन आवंटन में कथित हेराफेरी के संबंध में कई अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी की। ईडी की कार्रवाई पर राजनीति शुरू हो गई। यहां आई ए ब्लॉक में एक पूर्व ब्लॉक विकास अधिकारी के आवास पर छापा मारा गया है। फिलहाल उनके घर की तलाशी ली जा रही है। इसी के साथ हुगली जिले के चिनसुराह में एक व्यवसायी के घर और कार्यालय पर भी तलाशी ली जा रही है। मुर्शिदाबाद जिले के बहरामपुर में राज्य सरकार के एक कर्मचारी की संपत्ति की भी तलाशी ली जा रही है। ईडी के अधिकारियों की मानें तो साल्ट लेक इलाके में जिस पूर्व ब्लॉक विकास अधिकारी के घर छापेमारी की गई, वह सर्विस के दौरान धनियाखाली में तैनात थे। उन्होंने दावा किया कि “अनियमितताओं” में पूर्व बीडीओ की संलिप्तता के सबूत मिलने के बाद उनके आवास की तलाशी ली जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि राज्य में मनरेगा के तहत 25 लाख फर्जी जॉब कार्ड जारी किए गए थे। उसी को लेकर छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है। बता दें, पश्चिम बंगाल में 100 दिनों के काम (मनरेगा) को लेकर लगातार धांधली के आरोप लग रहे हैं। हाल ही में यहां मालदा के देवतला में ग्राम पंचायत के मुखिया और टीएमसी नेता पर परियोजना के 5 करोड़ रुपये की हेराफेरी का आरोप लगा था। ग्रामीणों के एक वर्ग ने जिलाधिकारी से लिखित शिकायत की थी। प्रशासन सूत्रों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2019-20 में देवतला ग्राम पंचायत में 100 दिनों के काम के लिए 356 प्रोजेक्ट लिए गए थे. इनमें ड्रैगन फ्रूट की खेती, केले के पेड़ों की खेती, पोल्ट्री शेड का निर्माण शामिल था। स्थानीय लोगों का दावा था कि बिना कोई काम किए ही उस समय ऊपर से ही पूरी रकम गबन कर ली गई थी। बंगाल की सत्ताधारी पार्टी ने आरोप लगाया कि बीजेपी हताशा में ऐसे कदम उठा रही है। टीएमसी के वरिष्ठ नेता शशि पांजा ने आरोप लगाया कि ‘यह राज्य का बकाया दिए जाने की मांग से जनता और मीडिया का ध्यान हटाने की कोशिश है। यह बदले की राजनीति का साफ उदाहरण है।’ टीएमसी के आरोपों पर बंगाल भाजपा ने पलटवार किया है। भाजपा ने टीएमसी के आरोपों को निराधार बताया और टीएमसी पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। भाजपा नेता समिक भट्टाचार्य ने कहा हकीकत यह है कि टीएमसी भ्रष्टाचार में डूबी हुई है और लगभग पार्टी का हर नेता भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहा है। बंगाल में ईडी राशन घोटाले की भी जांच कर रही है। विभिन्न मामलों में केंद्रीय एजेंसी ने टीएमसी नेताओं पार्थ चटर्जी, ज्योतिप्रिया मलिक और अनुब्रत मंडल को गिरफ्तार किया है। हाल ही में केंद्रीय जांच एजेंसी ने राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री रथिन घोष और शहरी विकास मंत्री फिरहाद हाकिम के विभिन्न ठिकानों पर भी छापेमारी की है। रिपोर्ट अशोक झा

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