संदेशखाली में प्रदर्शन आठवें दिन भी जारी

कोलकाता: संदेशखाली में प्रदर्शन शुक्रवार को लगातार आठवें दिन भी जारी है। प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हैं जो तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख और उसके साथियों को गिरफ्तार करने की मांग कर रही हैं। इन महिलाओं ने शेख और उसके साथियों पर जमीन पर कब्जा करने और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इससे पहले भाजपा नेताओं को भी पुलिस ने इलाके में जाने से रोका है जिसको लेकर BJP ने विरोध करते हुए कई बयान दिए है। बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के साथ कथित यौन शोषण और हिंसा के मामले ने देशभर को आश्चर्य में डाल दिया है। हालात ऐसे हैं कि अब राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेसकी सहयोगी मानी जा रही कांग्रेस भी ममता बनर्जी के विरोध में खड़ी हो गई है। नारेबाजी करते कांग्रेस नेता और कांग्रेस प्रतिनिधि जब आगे बढ़ रहे थे, पुलिस ने उन्हें रोका और रामपुर में बैरिकेडिंग कर दी, बता दें कि संदेशखाली में शुक्रवार सुबह भाजपा प्रतिनिधिमंडल को भी रोका गया था।संदेशखाली के लिए आगे बढ़ने से कांग्रेस सांसद ने ममता बनर्जी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि, ममता क्रूरता की रानी है वह आग से खेल रही हैं। अधीर रंजन ने कहा कि हम सब कुछ राजनीतिक तौर पर करेंगे. हम बम या बंदूकें नहीं ले जा रहे हैं। बीजेपी भी रुकी लेकिन वो कुछ और हैं। हम कुछ और हैं। NCPCR ने संदेशखाली में पश्चिम बंगाल पुलिस और उपद्रवियों के एक समूह को एक शिशु के साथ कथित दुर्व्यवहार के लिए नोटिस जारी किया है। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि बंगाल में राष्ट्रपति शासन जारी करने की मांग तो कोई भी कर सकता है। मैं केंद्र की बीजेपी सरकार से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने इस मामले में कोई उचित कदम क्यों नहीं उठाया। उनका एक ही मकसद है कि सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति हो। ममता बनर्जी और प्रधानमंत्री मोदी दोनों ही बखूबी जानते हैं कि 2021 में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की वजह से ही उन्हें जीत हासिल हुई थी। भाजपा और TMC दोनों पार्टियों को चुनावी ध्रुवीकरण सूट करता है।इस घटना को हिंदू-मुस्लिम रंग न दिया जाए- अधीर
अधीर रंजन ने कहा कि हम जानना चाहते हैं कि संदेशखाली की वास्तविक घटना क्या है। वास्तव में यहां क्या हुआ था, क्यों लोगों को यहां प्रवेश करने से रोका गया है? संदेशखाली बशीरहाट का एक उपखंड है और पश्चिम बंगाल का हिस्सा है, फिर हमें यहां प्रवेश करने से क्यों रोका गया है? इस घटना को हिंदू-मुस्लिम रंग न दिया जाए। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि यह एक बहुत ही खतरनाक बात है जिसे सीएम ममता बनर्जी चतुराई से बढ़ाने की कोशिश कर रही हैं और यह विधानसभा में उनके भाषण में बहुत स्पष्ट है।मायावती ने भी की कार्रवाई की मांग : बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती ने X पर ट्वीट करते हुए कहा है कि पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में हाल ही में महिला उत्पीड़न आदि की उजागर हुई घटनाओं को लेकर वहां जारी तनाव व हिंसा अति चिन्तनीय है। राज्य सरकार इस मामले में निष्पक्ष होकर दोषियों के खिलाफ सख़्त कानूनी कार्रवाई करे ताकि ऐसी घटनाओं की आगे यहां पुनरावृति ना हो सके।
क्यूबीजेपी की फैक्ट फाइंडिंग टीम को भी रोका गया
बता दें कि इसके पहले, बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल को भी संदेशखाली जाने से शुक्रवार सुबदह रोका गया था. जानकारी के मुताबिक, बीजेपी की फैक्ट फाइंडिंग टीम पश्चिम बंगाल के संदेशखाली जा रही थी. जिसमें भाजपा का छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल शामिल था. इस टीम को बंगाल पुलिस ने रास्ते में ही रोक दिया। राज्यपाल से मिलने पहुंचे बीजेपी के सदस्य़
प्रतिनिधि मंडल को रोके जाने से बाद भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी झड़प हो गई. पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद भाजपा प्रतिनिधिमंडल के सदस्य सड़क पर ही धरने पर बैठ गए. इसके बाद प्रतिनिधिमंडल के सदस्य राज्यपाल से मिलने पहुंचे हैं. प्रतिनिधिमंडल की सदस्य अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि ‘हम पीड़ितों से मिलने और उन्हें न्याय दिलाने आए हैं, लेकिन पुलिस जिस तरह से हमें रोक रही है अगर ऐसा शाहजहां शेख को गिरफ्तार करने में तत्परता दिखायी जाती तो ये स्थिति पैदा ही नहीं होती। रिपोर्ट अशोक झाआठवें दिन भी राजनीति का हॉट केक बना रहा संदेशखाली
– भाजपा, कांग्रेस और बहुजन समाजवादी पार्टी ने ममता सरकार को घेरा
अशोक झा, सिलीगुड़ी: संदेशखाली में प्रदर्शन शुक्रवार को लगातार आठवें दिन भी जारी है। प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हैं जो तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख और उसके साथियों को गिरफ्तार करने की मांग कर रही हैं। इन महिलाओं ने शेख और उसके साथियों पर जमीन पर कब्जा करने और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इससे पहले भाजपा नेताओं को भी पुलिस ने इलाके में जाने से रोका है जिसको लेकर BJP ने विरोध करते हुए कई बयान दिए है। बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के साथ कथित यौन शोषण और हिंसा के मामले ने देशभर को आश्चर्य में डाल दिया है। हालात ऐसे हैं कि अब राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेसकी सहयोगी मानी जा रही कांग्रेस भी ममता बनर्जी के विरोध में खड़ी हो गई है। नारेबाजी करते कांग्रेस नेता और कांग्रेस प्रतिनिधि जब आगे बढ़ रहे थे, पुलिस ने उन्हें रोका और रामपुर में बैरिकेडिंग कर दी, बता दें कि संदेशखाली में शुक्रवार सुबह भाजपा प्रतिनिधिमंडल को भी रोका गया था।संदेशखाली के लिए आगे बढ़ने से कांग्रेस सांसद ने ममता बनर्जी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि, ममता क्रूरता की रानी है वह आग से खेल रही हैं। अधीर रंजन ने कहा कि हम सब कुछ राजनीतिक तौर पर करेंगे. हम बम या बंदूकें नहीं ले जा रहे हैं। बीजेपी भी रुकी लेकिन वो कुछ और हैं। हम कुछ और हैं। NCPCR ने संदेशखाली में पश्चिम बंगाल पुलिस और उपद्रवियों के एक समूह को एक शिशु के साथ कथित दुर्व्यवहार के लिए नोटिस जारी किया है। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि बंगाल में राष्ट्रपति शासन जारी करने की मांग तो कोई भी कर सकता है। मैं केंद्र की बीजेपी सरकार से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने इस मामले में कोई उचित कदम क्यों नहीं उठाया। उनका एक ही मकसद है कि सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति हो। ममता बनर्जी और प्रधानमंत्री मोदी दोनों ही बखूबी जानते हैं कि 2021 में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की वजह से ही उन्हें जीत हासिल हुई थी। भाजपा और TMC दोनों पार्टियों को चुनावी ध्रुवीकरण सूट करता है।इस घटना को हिंदू-मुस्लिम रंग न दिया जाए- अधीर
अधीर रंजन ने कहा कि हम जानना चाहते हैं कि संदेशखाली की वास्तविक घटना क्या है। वास्तव में यहां क्या हुआ था, क्यों लोगों को यहां प्रवेश करने से रोका गया है? संदेशखाली बशीरहाट का एक उपखंड है और पश्चिम बंगाल का हिस्सा है, फिर हमें यहां प्रवेश करने से क्यों रोका गया है? इस घटना को हिंदू-मुस्लिम रंग न दिया जाए। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि यह एक बहुत ही खतरनाक बात है जिसे सीएम ममता बनर्जी चतुराई से बढ़ाने की कोशिश कर रही हैं और यह विधानसभा में उनके भाषण में बहुत स्पष्ट है।मायावती ने भी की कार्रवाई की मांग : बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती ने X पर ट्वीट करते हुए कहा है कि पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में हाल ही में महिला उत्पीड़न आदि की उजागर हुई घटनाओं को लेकर वहां जारी तनाव व हिंसा अति चिन्तनीय है। राज्य सरकार इस मामले में निष्पक्ष होकर दोषियों के खिलाफ सख़्त कानूनी कार्रवाई करे ताकि ऐसी घटनाओं की आगे यहां पुनरावृति ना हो सके।
क्यूबीजेपी की फैक्ट फाइंडिंग टीम को भी रोका गया
बता दें कि इसके पहले, बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल को भी संदेशखाली जाने से शुक्रवार सुबदह रोका गया था. जानकारी के मुताबिक, बीजेपी की फैक्ट फाइंडिंग टीम पश्चिम बंगाल के संदेशखाली जा रही थी. जिसमें भाजपा का छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल शामिल था. इस टीम को बंगाल पुलिस ने रास्ते में ही रोक दिया। राज्यपाल से मिलने पहुंचे बीजेपी के सदस्य़
प्रतिनिधि मंडल को रोके जाने से बाद भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी झड़प हो गई. पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद भाजपा प्रतिनिधिमंडल के सदस्य सड़क पर ही धरने पर बैठ गए. इसके बाद प्रतिनिधिमंडल के सदस्य राज्यपाल से मिलने पहुंचे हैं. प्रतिनिधिमंडल की सदस्य अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि ‘हम पीड़ितों से मिलने और उन्हें न्याय दिलाने आए हैं, लेकिन पुलिस जिस तरह से हमें रोक रही है अगर ऐसा शाहजहां शेख को गिरफ्तार करने में तत्परता दिखायी जाती तो ये स्थिति पैदा ही नहीं होती। रिपोर्ट अशोक झा

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