निष्क्रिय आशाओं को बर्खास्त करने का कमिश्नर ने दिए निर्देश
निष्क्रिय आशाओं को बर्खास्त करने का कमिश्नर ने दिए निर्देश
उप्र बस्ती मंडल के तीनों जनपदों में जो आशाएं निष्क्रिय हैं, उनके बर्खास्तगी की कार्रवाई सीएमओ करें। यह निर्देश आयुक्त ने मंडल के तीनों सीएमओ को दिया। वे स्वास्थ्य विभाग की मंडलीय समीक्षा कर रहे थे। समीक्षा में उन्होंने पाया कि नवजात बच्चों को घर पर देखने जाने में तमाम आशाएं रूचि नहीं ले रही हैं। यूनिसेफ की मॉनिटरिंग में पाया की नवजात के घर भ्रमण में मंडल की आशाओं का प्रतिशत 85 है।डिविजनल हेल्थ कोऑर्डिनेटर यूनिसेफ सुरेंद्र शुक्ल ने बताया कि सोशल अवेयरनेस एंड एक्शन टू न्यूट्रलाइज निमोनिया सक्सेसफुली (सांस) कार्यक्रम के अंतर्गत बस्ती में प्रशिक्षण कराया जा चुका है। सिद्धार्थनगर में अभी प्रशिक्षण कराया जा रहा है। जनपद सिद्धार्थनगर के इटवा ब्लॉक में नया एसएनसीयू स्थापित किए जाने के लिए शासन से धन प्राप्त हो गया है, जिसको इसी फाइनेंशियल ईयर में पूरा करा लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि एचबीएनसी कार्यक्रम के तहत आशाओं का नवजात शिशुओं के घर भ्रमण में जनपद बस्ती में 65 प्रतिशत, संतकबीरनगर 75 प्रतिशत और सिद्धार्थनगर 68 प्रतिशत है। मण्डलायुक्त ने निर्देश दिया है कि एसएनसीयू में कम्यूनिटी रेफरल जनपद सिद्धार्थनगर में 8.34 प्रतिशत है, जिसको बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। डिलीवरी के बाद उसकी इंट्री ‘मंत्र पोर्टल’ पर अप्रैल से जनवरी तक बस्ती 102 प्रतिशत, संतकबीरनगर 96 प्रतिशत, सिद्धार्थनगर 93 प्रतिशत है, जिसमे सुधार की जरूरत है।