हत्या के आरोपी जेल से छूटे कैदी को बीजेपी विधायक ने घर बुलाकर खिलाया मिठाई..
गोण्डा। हत्या जैसी गंभीर घटना में आजीवन कारावास की सजा काटकर शासन द्वारा समय पूर्व रिहाई के आदेश पर मंडल कारागार गोण्डा से छूटकर आए श्यामपाल वर्मा का राजनीतिक रसूख आज भी कायम है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जेल से रिहा होकर बाहर आए सजायाफ्ता व्यक्ति को मेहनौन से भाजपा विधायक
विनय कुमार द्विवेदी ने अपने घर पर बुलाया और गले लगा लिया और अपने हाथों से मिठाई खिलाकर खुशियां साझा की और अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा है कि पूर्व ज़िलापंचायत सदस्य डॉक्टर श्यामपाल वर्मा जी विगत दो दशक में जेल में बंद थे,उनका हमारे बीच न होना मन को बहुत पीड़ा पहुँचाती थी,जेल से उनकी रिहाई के उपरांत कल उनसे मुलाकात कर मिठाई खिलाकर खुशी प्रकट की। यह मेरे लिये अत्यंत भावुक क्षण था,भावुकता में मेरी और डॉक्टर श्यामपाल वर्मा जी की आँखें भर आयी। डॉक्टर श्यामपाल वर्मा जी के स्वस्थ एवं सुखद जीवन की मैं कामना करता हूँ। ये शब्द और तस्वीरें विधायक के अपने फेसबुक पेज पर शेयर भी की गयीं जो जिले में चर्चा का विषय बनी हुई हैं। बताते चलें कि जिले के मोतीगंज थाना क्षेत्र के पेड़ारन गांव के रहने वाले माधवराम वर्मा की हत्या कर दी गई थी जिसमें इसी गांव के निवासी श्यामपाल वर्मा पुत्र स्वर्गीय जयराम वर्मा को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया था। हत्या की इस घटना में श्यामपाल वर्मा को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। पिछले करीब 18 वर्षों से जेल की सींखचों में कैद रहे श्यामपाल के विरूद्ध इस दौरान मोतीगंज व कोतवाली नगर में करीब तेरह आपराधिक मुकदमे दर्ज हुए। चार मुकदमे जेल में बंद रहने के दौरान दर्ज किए गए,जिसमें एक मुकदमा मोतीगंज थाने में दर्ज किया गया जबकि तीन मुकदमे कोतवाली नगर में विभिन्न धाराओं के अंतर्गत पंजीकृत किए गए। वर्ष 2006 में श्यामपाल वर्मा के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 307, 302, 506, 504 व 7 क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। इसी मुकदमे में श्यामपाल 11 नवंबर को मंडल कारागार गोण्डा से शासन द्वारा समय पूर्व रिहाई के आदेश पर छूटा है। रिहा होकर बाहर आए आजीवन कारावास की सजा काटने वाले श्याम पाल वर्मा के स्वागत को सत्तापक्ष के माननीय आतुर दिखाई दिए। मेहनौन विधायक विनय कुमार द्विवेदी ने तो श्यामपाल को गले लगा लिया और अपने हाथों से मिठाई खिलाकर खुशियां साझा करते हुए कहा कि जेल में रहने के दौरान उसकी कमी उन्हें बहुत अखरी। वहीं दूसरी तरफ गौरा विधायक प्रभात वर्मा व मनकापुर विधायक रमापति शास्त्री ने भी आजीवन कारावास की सजा काट रहे श्याम पाल वर्मा की समय पूर्व जेल से हुई रिहाई पर खुशियों का इजहार किया। इतना ही नहीं,सूत्रों का कहना है कि 17 नवंबर को लाव-लश्कर के साथ श्यामपाल को गोण्डा से अपने पैतृक आवास मोतीगंज थाना क्षेत्र के ग्राम पेड़ारन (राजगढ़) आना था लेकिन इसकी भनक उसके विपक्षी को लग गई जिस पर जिला प्रशासन से लेकर शासन स्तर तक मामला पहुंच गया। दरअसल इस जुलूस में कुछ माननीयों के भी शामिल होने की संभावना थी जिसके मद्देनजर पुलिस व प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ गया और अनुमति के बगैर किसी भी तरह का जुलूस निकालने पर सख्त हिदायत दी गई। इस पर बिना जुलूस के ही श्यामपाल वर्मा अपने पैतृक आवास राजगढ़ पहुंचा,जहां बड़ी संख्या में लोगों ने पहुंचकर उसे फूल-माला पहनाकर स्वागत किया और रिहाई की खुशियां साझा की। रविवार को कुछ विधायकों के भी राजगढ़ पहुंचने का कार्यक्रम तय था,लेकिन पुलिस व प्रशासन की सख्ती के चलते उन्हें अपने पैर पीछे खींचने पड़े। हालांकि मोतीगंज थाने की प्रभारी निरीक्षक अनीता यादव द्वारा रविवार को श्यामपाल वर्मा के पैतृक आवास राजगढ़ पर पुलिस का पहरा बैठा दिया गया था और वे स्वयं पल-पल की अपडेट लेती रहीं। बहरहाल, मेहनौन विधायक विनय द्विवेदी और सजायाफ्ता श्यामपाल वर्मा का गले मिलते तथा विधायक द्वारा उसे मिठाई खिलाते फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है जो क्षेत्र में ही नहीं बल्कि पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है।