ममता ने शाहजहां शेख के भाई सिराज शेख को टीएमसी के जोनल अध्यक्ष पद से हटाया
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के संदेशखाली मामले में सियासी तौर पर घिरने के बाद टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी अब एक्शन लेती नजर आ रही हैं। ममता बनर्जी की टीएमसी ने आरोपी शाहजहां शेख के भाई सिराज शेख को टीएमसी के जोनल अध्यक्ष पद से हटा दिया है। जोनल अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी अजित माइती को दी गई है। शाहजहां शेख अब भी फरार है और पश्चिम बंगाल पुलिस कह रही है कि उसकी तलाश जारी है। विपक्षी दलों का कहना है कि अब पछताते क्या होत है जब चिड़िया चुग गई खेत। शाहजहां शेख और उसके गुर्गों पर संदेशखाली की महिलाओं ने अगवा कर यौन उत्पीड़न करने का गंभीर आरोप लगाया है। इस इलाके में अब तक राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय एससी-एसटी आयोग की टीमों ने दौरा किया और वहां की महिलाओं से उनके आरोपों के बारे में बातचीत की है। बीजेपी के नेता शुभेंदु अधिकारी और अन्य ने इस मसले पर ममता बनर्जी और उनकी सरकार को सियासी तौर पर घेर रखा है। बीजेपी के नेता लगातार संदेशखाली जा रहे हैं और वहां शाहजहां शेख के अत्याचारों की बात कह रहीं महिलाओं का मुद्दा जोर शोर से उठा रहे हैं। इसी वजह से संदेशखाली में बड़ी तादाद में पुलिस तैनात की गई है। लगातार संदेशखाली को लेकर मचे बवाल के कारण पश्चिम बंगाल के डीजीपी राजीव कुमार खुद दो बार इस इलाके का दौरा कर चुके हैं।।टीएमसी के नेता शाहजहां शेख को अब तक पश्चिम बंगाल पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
टीएमसी के नेता शाहजहां शेख का नाम पिछले दिनों तब चर्चा में आया था, जब उसके यहां छापा मारने गई ईडी की टीम पर हमला किया गया था। शाहजहां शेख के यहां ईडी के अफसर राशन घोटाला के सिलसिले में छापा मारने गए थे। शाहजहां शेख उस घटना के बाद से ही फरार है। इसके बाद ही संदेशखाली की महिलाओं ने शाहजहां शेख और उसके गुर्गों की तरफ से अत्याचार की दास्तां सुनानी शुरू की। महिलाएं इतनी भड़की हुई हैं कि उन्होंने शेख और उसके गुर्गों के तमाम घर और पोल्ट्री फार्म फूंक तक दिए।