सिक्किम के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष के एन राई पर जानलेवा हमला, राजनीति गरमाई

कोलकाता: सिक्किम के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष के एन राई पर जानलेवा हमला के बाद राजनीति गरमा गई है। विपक्षी दल राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर रही है। सिक्किम पुलिस ने राज्य के नामची जिले में राज्य विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष के एन राई पर हमले के सिलसिले में छह व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। सिक्किम विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष एवं सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) के वरिष्ठ नेता के एन राय और पार्टी प्रवक्ता एस के तिमशीना पर शुक्रवार दोपहर मेल्ली शहर में अज्ञात लोगों ने हमला किया। राय को सिलीगुड़ी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल के एक चिकित्सक ने कहा कि राय की हालत स्थिर है और वह पांच से छह दिनों में ठीक हो जाएंगे। सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग अपनी पार्टी के घायल सहयोगी से मिलने अस्पताल गए और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। चामलिंग ने सिक्किम में ‘अराजकता’ के लिए मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग को जिम्मेदार ठहराया और नैतिक आधार पर उनके इस्तीफे की मांग की। उन्होंने कहा कि एसडीएफ उपाध्यक्ष राय पर हमले के लिए तमांग की शासन शैली जिम्मेदार है। इस बीच, नामची जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) शेरिंग नामग्याल ग्यात्सो ने संवाददाताओं को बताया कि शुक्रवार रात पुलिस के कई दलों द्वारा गहन तलाशी अभियान चलाया गया, जिसमें आरोपी लक्ष्मण राय, जितेन राय और डेविड राय को कुबिंदेय जंगल से गिरफ्तार किया गया। एक अन्य आरोपी अवन तमांग को मेल्ली गुम्पा क्षेत्र के पास से गिरफ्तार किया गया, जबकि करण तमांग और सरोज थापा को तिवेनी जंगल से गिरफ्तार किया गया।।पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने कहा कि उन पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 307, 341, 324, 427 और 34 के तहत आरोप लगाए गए हैं।
एसपी ने यह भी कहा कि सिक्किम विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और अन्य पर हमला करने के पीछे उनके मकसद का पता लगाने के लिए आरोपी व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है।।एसडीएफ के एक पदाधिकारी डॉ. शिव प्रसाद तिम्सिना ने हमले की जानकारी देते हुए मेल्ली पुलिस थाने में एक प्राथमिकी दर्ज करायी थी। तिम्सिना ने एक शिकायत में कहा कि आरोपी व्यक्ति माजी गांव में एक एसयूवी में आए थे और राय और अन्य लोगों पर हमला करने के बाद वहां से भाग गए। सिक्किम लोकतांत्रिक मंच (एसडीएफ) ने सत्तारूढ़ सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) पर अपने कार्यकर्ताओं पर हमले का आरोप लगाते हुए निर्वाचन आयोग से लोकसभा और विधानसभा चुनावों से पहले राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने का आग्रह किया है। रिपोर्ट अशोक झा

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