आतंकी हमले का मास्टर माइंड फरहतुल्ला गोरी से हारिस फारूकी उर्फ हरीश अजमल फारूखी और अनुराग सिंह उर्फ रेहान का लिंक
कोलकाता :भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी, आतंकवादी समूह जैश ए मोहम्मद का फाइनेंसर और अक्षरधाम मंदिर में हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड फरहतुल्ला गोरी ने 22 साल बाद फिर भारत के खिलाफ जहर उगला है। इसका कनेक्शन असम पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल करते हुए भारत में इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) के दो उच्च पदस्थ नेताओं को गिरफ्तारी के साथ है या नहीं। इस बात की भी जानकारी जुटाई जा रही है।
देश में लोकसभा चुनाव के पहले एक बड़ी आतंकवादी साजिश को विफल कर दिया है। सहयोगी एजेंसियों से प्राप्त खुफिया जानकारी से संकेत मिलता है कि ये लोग तोड़फोड़ की गतिविधियों को अंजाम देने के लिए धुबरी सेक्टर के जरिए भारत में प्रवेश करने की योजना बना रहे थे। विश्वसनीय इनपुट पर तेजी से कार्रवाई करते हुए, पार्थसारथी महंत, आईजीपी (एसटीएफ) और कल्याण कुमार पाठक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एसटीएफ) के नेतृत्व में एक विशेष कार्य बल (एसटीएफ) टीम को अन्य कर्मियों के साथ वांछित आरोपियों को ट्रैक करने और पकड़ने के लिए तैनात किया गया था, जो राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के रडार पर भी थे। एसटीएफ टीम ने 19 मार्च, 2024 की शाम को धुबरी पहुंचने के बाद अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र में व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया। 20 मार्च, 2024 की सुबह, आरोपी व्यक्तियों, जिनकी पहचान हारिस फारूकी उर्फ हरीश अजमल फारूखी और अनुराग सिंह उर्फ रेहान के रूप में हुई, को अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार करने के बाद धुबरी के धर्मशाला इलाके में रोका गया। देहरादून के चकराता से ताल्लुक रखने वाले हारिस फारूकी की पहचान भारत में ISIS के प्रमुख के रूप में की गई है, जबकि उनके सहयोगी अनुराग सिंह, जो मूल रूप से पानीपत के दीवाना के रहने वाले हैं, ने इस्लाम धर्म अपना लिया है और उनकी पत्नी बांग्लादेशी नागरिक हैं। दोनों व्यक्तियों को भारत में ISIS के अत्यधिक प्रेरित और प्रेरित नेता/सदस्य के रूप में वर्णित किया गया है, जो भारत भर में भर्ती, आतंकी फंडिंग और इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) का उपयोग करके आतंकी कृत्यों की साजिश रचने सहित विभिन्न नापाक गतिविधियों में शामिल हैं। इन दोनों के खिलाफ NIA, दिल्ली, ATS, लखनऊ और अन्य एजेंसियों में कई लंबित मामले हैं। STF, असम, इन भगोड़ों के खिलाफ आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए आरोपियों को NIA को सौंप देगा। यह सफल ऑपरेशन आतंकवादी गतिविधियों को विफल करने और राष्ट्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सुरक्षा बलों के सक्रिय प्रयासों को रेखांकित करता है। बताया जा रहा है की गोरी का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वो भारत के विरुद्ध युद्ध छेड़ने का आह्वान कर रहा है। वीडियो सामने आने के बाद खुफिया एजेंसियों की नींद उड़ गई है। पूरे देश में हाई अलर्ट जारी किया गया है।।वीडियो में फरहतुल्ला गोरी भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने की बात करता नजर आ रहा है। इंटेलिजेंस सूत्रों को शक है कि गोरी का नया वीडियो लोकसभा चुनाव से पहले देश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की ISI की साजिश हो सकती है। खुफिया अधिकारी के हवाले से छपी खबर के मुताबिक ज्यादातर हाई-प्रोफाइल आतंकवादी निगरानी में हैं और पाकिस्तान FATF की कार्रवाई से बचने के लिए पैंतरेबाजी कर रहा है। अधिकारी के मुताबिक, अब 22 साल बाद गोरी का वीडियो सामने आने के बाद पाकिस्तान यह दावा करके अपनी जिम्मेदारी से बचना चाहता है कि वह भागा हुआ भारतीय है। इसके साथ ही पाकिस्तान अपने चिर परिचित अंदाज में उसकी पाकिस्तानी जमीन पर मौजूदगी से इनकार करेगा। कौन है फरहतुल्ला गोरी: फरहतुल्ला गोरी 2002 में गुजरात के अक्षरधाम मंदिर पर हुए हमले में भी शामिल था। इसने 2002 में हैदराबाद के STF ऑफिस में सुसाइड अटैक भी करवाया था। इसी घटना के बाद से गोरी भारत से फरार चल रहा है और फिलहाल वो पाकिस्तान में बैठा हुआ है। फरतुल्लाह गोरी मूलरूप से हैदराबाद के कुरमगुड़ा का रहने वाला है। वो 1994 में भारत से सऊदी फरार हुआ और साल 2015 से पाकिस्तान में ISI की सरपरस्ती में मौजूद है। टेलीग्राम, फेसबुक और यूट्यूब के जरिए वह भारतीय नौजवानों को गुमराह करने में जुटा रहता है।38 खूंखार आतंकियों की लिस्ट में शामिल: पिछले साल अक्टूबर में गृहमंत्रालय ने UAPA के तहत गोरी को मोस्टवांटेड 38 आतंकियों की लिस्ट में शामिल किया था। गोरी कट्टरपंथी संगठन दर्सगाह-ए-शहदत (डीजेएस) से भी जुड़ा है। इसके अलावा लश्कर और जैश दोनो आतंकी संगठनों का एक्टिव मेंबर है। गोरी को पाकिस्तान बेस्ड ISIS का हिंदुस्तान में नया मॉड्यूल खड़ा करने के साथ-साथ आतंकी गतिविधियों के लिए फंडिंग इक्कठा करने की जिम्मेदारी दी गयी थी। रिपोर्ट अशोक झा