दूसरे दिन भी जमकर खेली होली भेदभाव भुलाकर रंग में रंगे नजर आए लोग
दूसरे दिन भी जमकर खेली होली भेदभाव भुलाकर रंग में रंगे नजर आए लोग
उप्र बस्ती जिले में रंगों का पर्व होली शहर से लेकर सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में भी दो दिन हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। हर कोई आपसी भेदभाव भुलाकर रंगों से सराबोर नजर आया। एक-दूसरे को रंग व गुलाल लगाने के साथ ही मिठाई खिलाकर त्योहार की मिठास का अहसास कराया। ज्यादातर जगहों पर होली 25 मार्च को मनाई गई। वहीं बस्ती शहर में मंगलवार 26 को भी होली खेली गई। जमकर अबीर ग़ुलाल उड़े। लोगों न एक दूसरे पर रंगों की बारिश की। गोरखपुर का करीबी जिला होने के चलते यहां के लोग गोरक्षनाथ मंदिर की ओर से जारी निर्देशों के तहत ही पर्व मानते हैं। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में 26 को भी होली मनाई।
डीजे की धुन और होली गीतों पर युवाओं की टोली मस्ती में डूबी नजर आई। शाम को नए कपड़े पहनकर लोगों ने एक-दूसरे के घर पहुंचकर होली की शुभकामनाएं दीं। शहर के कंपनी बाग, गांधीनगर, मालवीय रोड, पुरानी बस्ती, पांडेय बाजार, अस्पताल चौराहा, कटरा, कचहरी सहित एक दर्जन से अधिक स्थानों पर सुबह जब डीजे की धुन पर युवाओं की टोली निकली तो क्या बच्चे, क्या बूढ़े, सभी खुद को होली के हुड़दंग में शामिल होने से न रोक सके।
गांधीनगर के पागल कमेटी की ओर से भव्य रूप से होली मनाया गया ।डीजे के धुन पर थिरकते रहे युवक।
इस दौरान कुछ लोग ऐसे भी थे, जिन्होंने एक-दूसरे के साथ कपड़ा फाड़ होली खेली। शाम को लोग नहा-धोकर घरों से बाहर निकले और अपने सगे संबंधियों के साथ ही मित्रों के घर पहुंचकर अबीर गुलाल लगाकर बड़ों का आशीर्वाद लिया। फगुआ और जोगीरा के बीच होली की मस्ती छाई रही। फिल्मी गीतों पर थिरकते कदम, तालियों की आवाज, रंगों की फुहार के बीच हर ओर बस बुरा न मानो होली है की धूम रही।
त्योहार में किसी प्रकार की खलल न होने पाए, इसके लिए पुलिस शहर में चक्कर काटती रही। हर चौराहे, हर बाजार के अलावा प्रमुख कॉलोनियों सहित अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर सायरन की गूंज लोगों के सुरक्षित होने का अहसास दिलाती रही। देर शाम जब शहर की होली खेलने के बाद लोग अपनों का आशीर्वाद लेने एक-दूसरे के घर जाना शुरू किए तो माहौल और खुशनुमा हो गया।