सिविल लाइन के लोगो ने नजूल भूमि मामले में सांसद को बताई पीड़ा
सिविल लाइन के लोगो ने नजूल भूमि मामले में सांसद को बताई पीड़ा
उप्र बस्ती जिले के सिविल लाइन में नजूल की जमीन को लेकर मामला गर्म होने लगा है। शुक्रवार को सिविल लाइन मोहल्ले के निवासियों ने 150 से अधिक महिला-पुरुष पीडब्लूडी डॉक बंगले के पास गोरख यादव के घर पर एकत्र हुए। जहां पर पहुंचे सांसद के समक्ष अपनी बात रखी, भाजपा सांसद ने समस्या समाधान का आश्वासन दिया। नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि अंकुर वर्मा, सभासद कृष्ण कुमार उर्फ सोनू पांडेय, पूर्व सभासद पं. सदानंद शर्मा, चंद्रशेखर मुन्ना, हरिसिंह बबलू, कुलदीप सिंह सचदेवा, सचिन शुक्ला, परमेश्वर शुक्ल, राजेश ओझा सहित अन्य लोगों ने कहा कि 40 व 50 साल से लोग यहां रह रहे हैं, अपनी गाढ़ी कमाई से मकान बनवा रखा है। जमीन बेची गई और रजिस्ट्री बैनामा कराया गया। हम सभी के नाम से खारिज दाखिल भी है। जेल से अमहट तक यह स्थिति है। अब जमीन का सर्वे हो रहा है। नजूल जमीन के नाम पर नोटिस दिया जा रहा है। जिला प्रशासन नोटिस उेकर प्रताड़ना का काम का काम कर रहा है। नोटिस देने के नाम पर कर्मचारी और लेखपाल मनमानी कर रहे हैं। नोटिस देकर कह रहे हैं कि सात दिनों में साक्ष्य दें, अन्यथा की दशा में घर गिरा दिया जाएगा। इस दौरान सांसद के सामने सिविल स्टेशन की जुटी काफी संख्या में महिलाएं हाथ जोड़े खड़ी रहीं और रोते हुए अपने आशियाना को बचाने व प्रताड़ित नहीं करने की गुहार लगाती रहीं। उनका कहना था कि यहां पर उनकी दो से तीन पीढ़ी रह रही है, अब प्रशासन बेघर करने की बात कर रहा है। इस मौके पर पहुंचे सांसद हरीश द्विवेदी ने आश्वासन दिया कि उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों से बात की है। चुनाव के दौरान तत्काल कोई कार्रवाई नहीं होने जा रही है। चुनाव बाद इस बाबत सभी जरूरी उपाय किए जाएंगे और किसी का मकान, दुकान नहीं गिरने दिया जाएगा।