चित्रकूट के तुलसी जल प्रपात में “ग्लास स्काई वाक ब्रिज” बनकर तैयार
चित्रकूट के पाठा इलाके मे तकरीबन ₹4 करोड की लागत से तुलसी जल प्रपात मे बनाये गये पर्यटक स्थल “ग्लास स्काई वॉक ब्रिज” का यहां आने वाले पर्यटक बहुत जल्द आनंद उठा सकेंगे। गुरुवार को रानीपुर वन्य जीव बिहार के उपनिदेशक डा एनके सिंह ने तुलसी जल प्रपात और ग्लास स्काई वाक ब्रिज का निरीक्षण किया। और उसकी रमणीयता का अवलोकन किया।
डा.सिंह ने बताया कि शासन के प्रयास से भगवान श्रीराम की तपोभूमि पर्यटन की दृष्टि से भी विकसित हो रही है। श्रद्धालुओं के साथ पर्यटकों को आकर्षित करने के क्रम में पाठा क्षेत्र के मारकुंडी में पहला कांच का धनुषाकार ब्रिज तैयार हो गया है। लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद जल्द ही इसके उद्घाटन की संभावनाएं हैं। इसके बाद यह पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। यह कांच का पुल उत्तर प्रदेश का पहला ग्लास स्काई वाक ब्रिज है। यहां बड़ी संख्या में पर्यटकों के आने की संभावना है। इस पुल का आकार धनुष बाण की तरह है।
रानीपुर टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक डा. एनके सिंह ने बताया कि आने वाले दिनों में यह ईको टूरिज्म का बहुत बड़ा केंद्र बनेगा। उत्तर प्रदेश सहित देश के विभिन्न हिस्सों में यहां पर्यटक पहुंचेंगे। इस ब्रिज पर टहलने के लिए टिकट का निर्धारण होगा। इसका प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।