भाजपा की प्रशंसा में कुणाल घोष की गई कुर्सी, महासचिव पद से हटाया
अशोक झा, सिलीगुड़ी: तृणमूल कांग्रेस ने राज्यसभा के पूर्व सांसद कुणाल घोष को पार्टी के प्रदेश महासचिव पद से हटा दिया. राज्य की सत्ताधारी पार्टी टीएमसी ने बुधवार को एक बयान जारी कर इसकी घोषणा की। तृणमूल कांग्रेस के चार बार के विधायक रॉय मार्च में तब भाजपा में चले गये थे जब तृणमूल ने अपने निवर्तमान सांसद सुदीप बंदोपाध्याय को कोलकाता उत्तरी से फिर प्रत्याशी बना दिया। बाद में भाजपा ने रॉय को बंदोपाध्याय के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा। संयोग से तृणमूल महासचिव घोष ने रक्तदान कार्यक्रम में बंदोपाध्याय को नहीं बुलाया। इस कार्यक्रम में रॉय भी पहुंचे थे।घोष ने कहा, ” तापस रॉय एक सच्चे जनाधार वाले नेता हैं। उनके दरवाजे पार्टी कार्यकर्ताओं और लोगों के लिए हमेशा खुले हैं। मैं उन्हें कई दशकों से जानता हूं। दुर्भाग्य से हमारे रास्ते अब अलग-अलग हैं क्योंकि हमारे यथासंभव प्रयास के बाद भी तापस दा को हम पार्टी में नहीं रख पाये।” उन्होंने कहा, ” मैं आशावान हूं कि चुनाव स्वतंत्र एवं निष्पक्ष होंगे तथा इस सीट को बचाये रखने के लिए किसी अनैतिक तरीके का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। लोगों को स्वतंत्र रूप से वोट डालने दें। ” रॉय ने घोष को धन्यवाद दिया और कहा कि उनके आपसी संबंध राजनीति से परे हैं।उन्होंने कहा, ” यदि आप तृणमूल में या किसी भी अन्य राजनीतिक दल में किसी से पूछेंगे तो सभी मेरी तारीफ करेंगे। कोई मेरे बारे में बुरा नहीं बोलेगा। मैं कुणाल को प्रशंसा करने के लिए धन्यवाद देता हूं।” बाद में घोष ने संवाददाताओं से कहा कि यह राजनीतिक कार्यक्रम नहीं था बल्कि एक स्थानीय क्लब द्वारा आयोजित एक रक्तदान कार्यक्रम था। उन्होंने कहा, ” मैं तापस रॉय को एक अच्छा मनुष्य और अच्छा नेता मानता हूं और मैंने यह बोल दिया है।” तृणमूल कांग्रेस ने पार्टी के रुख से अलग बयान देने के लिए बुधवार को कुणाल घोष को पार्टी के पश्चिम बंगाल महासचिव पद से हटा दिया। पार्टी ने यह कदम कोलकाता उत्तर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार तापस रॉय के साथ उनके मंच साझा करने और उनकी प्रशंसा करने के कुछ घंटों बाद उठाया। पार्टी ने एक बयान में कहा, “कुणाल घोष ऐसे विचार व्यक्त कर रहे हैं जो पार्टी के रुख से मेल नहीं खाते हैं। घोष को पहले पार्टी प्रवक्ता पद से मुक्त कर दिया गया था। अब उन्हें राज्य संगठन के महासचिव पद से हटा दिया गया है।” पार्टी प्रवक्ता पद से हटाए जाने के बावजूद घोष पार्टी मुख्यालय से लगातार संवाददाता सम्मेलन करते रहे हैं। घोष ने बुधवार को रॉय के साथ मंच साझा किया और उनकी प्रशंसा की। रिपोर्ट अशोक झा