देश की मजबूती के लिए सभी काम भाजपा करने को तैयार : अमित शाह

देश की मजबूती के लिए सभी काम भाजपा करने को तैयार : अमित शाह
– बीजेपी धर्म के आधार पर आरक्षण में विश्वास नहीं रखती
अशोक झा, सिलीगुड़ी: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक इंटरव्यू में कई राजनीतिक मुद्दों पर टिप्पणी की है। इसमें उन्होंने इस साल के लोकसभा चुनाव से लेकर चुनाव अवरोध योजना, वन नेशन वन इलेक्शन फैसले, संविधान बदलने के विपक्ष के आरोपों जैसे कई मुद्दों पर अपना पक्ष रखा। इस मौके पर उन्होंने एक ओर जहां चुनावी बांड को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर टिप्पणी की, वहीं दूसरी ओर देश में वन नेशन, वन इलेक्शन कैसे होगा, इस पर भी अपना रुख साफ किया। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से इलेक्टोरल बॉन्ड, संविधान संशोधन की अटकलों, बीजेपी के 400 पार के नारे, ईवीएम और अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी जैसे कई मुद्दों पर अपनी राय रखी। एक देश, एक चुनाव से कम समय में भंग हो जाएगी सरकार?: मोदी सरकार ने एक देश, एक चुनाव में सभी विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ कराने की योजना की घोषणा की है। इसके लिए सरकार संसद में कानून पारित करने की तैयारी कर रही है और अगर यह अस्तित्व में आया तो कुछ ही समय में राज्यों में सरकारें बर्खास्त होने की आशंका है|शाह ने इस पर टिप्पणी करते हुए इस योजना को कैसे लागू किया जाएगा इसकी प्लानिंग बताई है।60 के दशक तक देश में एक राष्ट्र, एक चुनाव की व्यवस्था थी। यह गणित तब थोड़ा गड़बड़ा गया जब इंदिरा गांधी ने विपक्षी सरकारों को सामूहिक रूप से ध्वस्त कर दिया। अब कानून बनाकर इन चुनावों को मजबूत करने की जरूरत है। पांच साल में पार्टियां एक बार जनता के सामने जाएंगी, मतदाता एक बार वोट देंगे और जिसे बहुमत मिलेगा वही सरकार चलाएगा। कैसे लागू होगी योजना?: जिसका कार्यकाल बचा है, उसे कोई पूरा नहीं कर सकता। हालाँकि, नया कार्यकाल केवल 2029 तक रहेगा, जिसके बाद अगले पाँच वर्षों के लिए नए चुनाव होंगे। इस दौरान चुनी हुई सरकारों को कोई नहीं गिराएगा। लेकिन नई सरकारें अल्पावधि के लिए चुनी जाएंगी और 2029 से सभी सरकारें पांच साल के लिए चुनी जाएंगी।चुनावी बांड पर साफ किया रुख: इस बीच अमित शाह ने कहा है कि चुनावी बांड पर सुप्रीम कोर्ट से ऐसे फैसले की उम्मीद नहीं थी। मुझे ऐसे नतीजे की उम्मीद नहीं थी। चुनावी बांड की व्यवस्था को अच्छी तरह से समझना चाहिए।अब बांड प्रणाली मौजूद नहीं है, लेकिन चुनाव अभी भी चल रहे हैं। लागत कम नहीं हो रही है। कौन खर्च कर रहा है। यह सब कैसे हो रहा है? काले धन के अलावा कोई विकल्प नहीं है। बिना कोई विकल्प दिए चुनावी बांड का विकल्प बंद कर दिया गया। किसी बिंदु पर सुप्रीम कोर्ट को इस पर पुनर्विचार करना होगा।उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ये झूठ फैला रही है कि बीजेपी संविधान और आरक्षण को खत्म कर देगी। शाह ने कहा कि दो चरणों के चुनाव के बाद बीजेपी और उसके सहयोगी 100 सीटों के आंकड़े को पार चुके हैं।केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जनता के आशीर्वाद और समर्थन की बदौलत बीजेपी 400+ लोकसभा सीटों के लक्ष्य की तरफ बढ़ रही है।अमित शाह ने गुवाहाटी में कहा, ‘दो चरणों के बाद, हमारे आतंरिक आंकलन के मुताबिक हम कह सकते हैं कि बीजेपी और उसके सहयोगी 100 का आंकड़ा पार कर चुके हैं। हमें पूरा भरोसा है कि हम ‘400 पार’ के संकल्प की तरफ बढ़ रहे हैं। शुरुआती रुझानों के मुताबिक बीजेपी दक्षिण भारत में अच्छा प्रदर्शन करने जा रही है।’ उन्होंने दावा किया कि बीजेपी और उसके सहयोगी दल असम की 14 में से 12 सीटों पर जीत हासिल करेंगे। अमित शाह एक दिन पहले सोमवार को गुवाहाटी आए और वहां शाम को बीजेपी कैंडिडेट बिजुली कलिता मेधी के पक्ष में रोडशो किया। बीजेपी असम की 14 लोकसभा सीटों में से 11 पर लड़ रही है। 2 सीटों पर उसकी सहयोगी असम गण परिषद और एक पर यूपीपीएल चुनाव लड़ रही है। शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस झूठ फैला रही है कि भारतीय जनता पार्टी तीसरे कार्यकाल के लिए सत्ता में आई तो उसका इरादा संविधान बदलने और आरक्षण समाप्त करने का है। उन्होंने जनता दल (सेक्युलर) सांसद प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े ‘सेक्स स्कैंडल’ को लेकर भी कांग्रेस पर हमला बोला और पूछा कि कर्नाटक की सत्तारूढ़ पार्टी ने आरोपी सांसद के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की।उन्होंने गुवाहाटी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘कांग्रेस इस तरह के झूठ फैला रही है कि भाजपा संविधान बदल देगी और आरक्षण समाप्त कर देगी। हम मतदाताओं को अल्पसंख्यक या बहुसंख्यक के रूप में नहीं देखते। भाजपा असम में 14 लोकसभा सीट में से 12 पर जीत दर्ज करेगी। शाह ने कहा कि भाजपा अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए आरक्षण की समर्थक है और उनके अधिकारों की रक्षा में सक्रिय भूमिका निभाती रहेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने कई सार्वजनिक भाषणों में इस बात को स्पष्ट कर चुके हैं। शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने दलित, आदिवासी एवं अन्य पिछड़ा वर्ग समुदाय के लोगों को उनके अधिकारों से वंचित किया है क्योंकि उन्होंने अविभाजित आंध्र प्रदेश में मुसलमानों को आरक्षण दिया था, जिसमें अन्य पिछड़ा वर्ग प्रभावित हुआ था। बीजेपी धर्म के आधार पर आरक्षण में विश्वास नहीं रखती : शाह
उन्होंने कहा कि बिना कोई सर्वेक्षण किए कांग्रेस ने कर्नाटक के सभी मुसलमानों को ओबीसी श्रेणी में डाल दिया और अल्पसंख्यकों के लिए चार प्रतिशत कोटा आरक्षित कर दिया। गृह मंत्री ने कहा कि भाजपा धर्म के आधार पर आरक्षण में विश्वास नहीं रखती और पार्टी इन राज्यों में सत्ता में आने पर धर्म-आधारित आरक्षण को समाप्त कर देगी। बीजेपी नेता ने कहा कि किसी धर्मनिरपेक्ष देश में धर्म के आधार पर कानून होना सही नहीं है और यह संविधान की भावना के विरुद्ध है। शाह ने कहा, ‘भाजपा धर्म के आधार पर आरक्षण में विश्वास नहीं रखती। हम देशभर में समान नागरिक संहिता लागू करने और यह सुनिश्चित करने के पक्ष में हैं कि सभी धर्मों के लोगों के लिए एक कानून हो।’ वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि किसी धर्मनिरपेक्ष देश में धर्म के आधार पर कानून होना सही नहीं है और यह संविधान की भावना के विरुद्ध है। उन्होंने कहा कि भाजपा ‘मुस्लिम पर्सनल लॉ’ को वापस लाने के कांग्रेस के घोषणापत्र में किए गए वादे की निंदा करती है।
रेवन्ना मामले को बताया बेहद दुखदायी
रेवन्ना के मामले का हवाला देते हुए शाह ने कहा कि भाजपा किसी भी कीमत पर महिलाओं का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा, ‘मीडिया में रेवन्ना को लेकर जो मामला सामने आया है वह बेहद दुखदायी है और इसे किसी भी तरह से बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।’ शाह ने कहा कि कांग्रेस आरोप लगा रही है कि इस घटना में राजग सहयोगी के उम्मीदवार शामिल हैं, ‘लेकिन मैं सिर्फ एक छोटा सा सवाल पूछना चाहता हूं कि उस राज्य (कर्नाटक) में किसकी सरकार है?’ उन्होंने पूछा कि कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने इस मामले में कोई कार्रवाई क्यों नहीं की। शाह ने कहा, ‘हम कोई कार्रवाई नहीं कर सकते क्योंकि कानून-व्यवस्था राज्य का मुद्दा है। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी हमसे इस मुद्दे पर सवाल कर रहीं हैं, लेकिन मैं उनसे कहना चाहता हूं कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी या मुझसे पूछने के बजाय, अपनी पार्टी के मुख्यमंत्री से पूछना चाहिए।’
फर्जी वीडियो से लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहा विपक्ष: शाह
आरक्षण को लेकर अपने बयान संबंधी ‘फर्जी वीडियो’ के संदर्भ में शाह ने कहा कि विपक्ष लोगों को गुमराह करने के लिए हर हथकंडे अपना रहा है। शाह ने आरोप लगाया कि जब से राहुल गांधी ने कांग्रेस का नेतृत्व संभाला है, उसकी राजनीति का स्तर गिरता जा रहा है और भ्रम पैदा करने तथा लोगों को गुमराह करने का प्रयास निंदनीय है।राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के क्रमश: अमेठी और रायबरेली से चुनाव लड़ने के बारे में शाह ने कहा कि वे उत्तर प्रदेश में अपनी पारंपरिक सीटों से भाग रहे हैं और ‘मुझे नहीं लगता कि उनमें वहां से चुनाव लड़ने की हिम्मत है। रिपोर्ट अशोक झा

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