मेथीबारी से सुकुना तक एनएच 55 सड़क के चौड़ीकरण में पेड़ बने बाधा
एचवन विभाग कर रहा अनुमति देने में देरी, लोगों में रोष
सिलीगुड़ी: रोजाना यातायात में आ रही परेशानी, दुर्घटना और पर्यटकों की सुविधा के लिए सड़क चौड़ीकरण किया जा रहा है। यह राष्ट्रीय राजमार्ग 55 सड़क के मेथीबाड़ी से सुकुना तक फिलहाल चौड़ा किया जा रहा है। प्रशासन की यह पहल काफी उत्साहजनक और लोगों के लिए फायदेमंद है। कार्य की प्रगति को लेकर लोगों में खुशी है। इसी बीच सड़क किनारे पेड़ को नहीं कटे जाने या दूसरी जगह सिप्ट नही किए जाने से कार्य में अवरोध उत्पन्न हो रहा है। सड़क चौड़ीकरण के बीच में पेड़ नहीं काटे जाते हैं और जो पेड़ हैं पत्तियां चौड़ीकरण में बाधक बन रही हैं। इस बात को ध्यान में रखकर गोरखा एक पूर्व सैन्य अर्धसैनिक संगठन सिलीगुड़ी डिवीजन सुरेन प्रधान महासचिव
सुरेन प्रधान ने परिदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद एनएच 55 के कार्यपालक अभियंता श्री देवब्रत ठाकुर ने कार्यालय आकर इस पर विस्तार से चर्चा की। जिस जमीन पर सड़क चौड़ी की जा रही है वहां पर कई पेड़ हैं और अगर उन पेड़ों को नहीं काटा जाएगा तो सड़क चौड़ी करने का सही मतलब सामने नहीं आएगा। लेकिन जब मैंने आज श्री देवव्रत से सुना, तो उन्होंने पहले ही डीएफओ दार्जिलिंग को लिखा था और जंगल की अनुमति नहीं मिली है। जबकि बीएलआरओ माटीगाड़ा रिपोर्ट और वहां के पदचिह्नों के अनुसार वन भूमि जंगल की नहीं है। संगठन की ओर से मांग है की संबंधित एजेंसियों और विभागों से अनुरोध है कि वे इस मामले में उचित पहल करें, पेड़ों को कटवाएं और आम लोगों के लाभ के लिए अच्छी गुणवत्ता के साथ सड़क को चौड़ा करें। जिला पदाधिकारी दार्जिलिंग, डीएफओ दार्जिलिंग, क्षेत्र के विधायक, सांसद, हम सभी जल्द से जल्द पहल के लिए आग्रह कर रहे हैं। इस कार्य में होने वाली देरी से लोगों में धीरे -धीरे आक्रोश बढ़ रहा है। सुरेन प्रधान ने कहा की मेरे साथ संगठन सिलीगुड़ी डिवीजन के कोषाध्यक्ष मदन राणा भी मौजूद थे। चौड़ीकरण को सही तरीके से पूरा करने में जो भी बाधा आए उसे समाप्त करना चाहिए। रिपोर्ट अशोक झा