खुले बैकयार्ड में अंडा उत्पादन से उत्तर प्रदेश में होगी पिंजरा-मुक्त पोल्ट्री क्रांति की शुरुआत
यूपी के अन्य जिलों में बड़े पैमाने पर होगा बैकयार्ड मुर्गी पालन से पिंजरा रहित अंडा उत्पादन
*जैव सुरक्षा और मुर्गी कल्याण की भावना का पोषण करती है पिंजरा-मुक्त प्रणाली*
*स्वास्थ्य वर्धक रसायन व प्रोटीन युक्त होते हैं केज फ्री अंडे*
*नेचुरल व सस्ते पशु आहार से उत्पादन लागत होगी आधी*
*अंडा उत्पादक किसानों की उम्मीदों को लगेंगे पंख, होगा बड़ा आर्थिक लाभ*
*पंजाब की ‘ब्लैक आई’ कंपनी करेगी सस्ते संपूर्ण नेचुरल फीड से बैकयार्ड केज फ्री मुर्गी पालन*
बहराइच 8 जून। बहराइच सहित देवीपाटन मंडल के जनपदों तथा यूपी के अन्य जिलों से उत्पादन के लिए रोड मैप तैयार कर चुका पिंजरा-मुक्त जैविक अंडा देश के महानगरों तथा विदेश में अपनी अलग छाप छोड़ने जा रहा है।
केज फ्री अंडा उत्पादन नये पोल्ट्री उत्पादकों को तो बड़ा लाभ दिलाएगा ही, बंद होने की कगार पर खड़े मुर्गी व अंडा उत्पादक पोल्ट्री उद्योग को पुनर्जीवित करने की दिशा में भी उम्मीद की किरण साबित हो सकता है। जैव सुरक्षा और मुर्गी कल्याण को बढ़ावा देने के साथ अंडा उत्पादन की यह प्रणाली मानवता, संवेदनशीलता व मानव स्वास्थ्य की पोषक है।
पंजाब की प्रतिष्ठित कंपनी ‘ब्लैक आई मल्टी लेयर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी’ ने उत्तर प्रदेश में केज फ्री अंडा उत्पादन का बीड़ा उठाया है। कंपनी ने बहराइच के पशुपालन विभाग के अधिकारियों व पोल्ट्री किसानों से मुलाकात कर इस दिशा में कोशिशें शुरू कर दी हैं।
‘ब्लैक आई’ कंपनी के प्रतिनिधि रितेश कुमार ने यहां पत्रकारों से बताया कि विदेशों व भारतीय महानगरों में तमाम बड़े रेस्त्रां व फूड श्रृंखलाओं ने अपने प्रतिष्ठानों में केज फ्री अंडे परोसने शुरू किए हैं और इस समय विश्व भर में इनकी मांग लगातार बढ़ रही है। कुछ देशों ने तो अपने यहां इस प्रणाली से पैदा अंडे अनिवार्य कर दिए हैं। भारत मे भी इस पर काम हो रहा है।
कंपनी प्रतिनिधि राजन सोनी ने बताया कि मुर्गियों के लिए सौ फीसदी नेचुरल लेकिन सस्ता फीड अभियान की सफलता का मुख्य आधार है। हमारा मकसद आधे मूल्य पर नेचुरल फीड देकर किसानों के लिए महंगे बाजारू फीड की निर्भरता समाप्त कर उन्हें कई गुना आर्थिक मुनाफा दिलाना है। सोनी ने बताया कि हमने देश के महानगरों व विदेशों में अपना ग्राहक बेस तैयार किया है। कंपनी बैकयार्ड मुर्गी पालन से पैदा समस्त अंडे उचित मूल्य पर वापस खरीदने का उत्पादक किसानों से एग्रीमेंट करेगी। इससे किसान बाजार में अपना उत्पाद बेचने की चिंता से मुक्त रहेंगे।
कंपनी अधिकारी राखी राजन ने बताया कि केज फ्री अंडे की बढ़ती मांग का कारण लोगों में बढ़ते मानवतापरक संवेदनशील दृष्टिकोण, इसके स्वास्थ्य वर्धक गुण और कम उत्पादन लागत है। पिंजरे में बंद मुर्गियों में डर का समावेश होता है जबकि पिंजरा-मुक्त प्रणाली से मुर्गियों व अंडों को आजाद माहौल मिलता है। आजाद मुर्गियों से पैदा हुए अंडों में स्वास्थ्य वर्धक रसायनों व प्रोटीन की अधिक मात्रा होती है।
राखी ने कहा कि पिंजरे से मुक्त मुर्गियाँ एक खुली जगह में रहती हैं, जिससे उन्हें अपने प्राकृतिक व्यवहार को व्यक्त करने की अनुमति मिलती है। इस आवास में पर्चियां, खरोंच क्षेत्र और घोंसला बक्से जैसे संवर्धन शामिल हैं। इससे संक्रमण की संभावना कम से कम हो जाएगी। उन्होंने कहा कि यह प्रणाली जैव सुरक्षा और मुर्गी कल्याण की भावना का पोषण करती है।
उत्तर प्रदेश आए ब्लैक आई कंपनी के दल में शामिल मिस पूजा ने बताया कि हमने वैज्ञानिकों की मदद से शोध किए हैं। हमारी टीम ने लखनऊ व उन्नाव के साथ बहराइच के पयागपुर, मिंहीपुरवा व फखरपुर ब्लाकों में दौरा कर वहां के मुर्गी पालकों से मुलाकात कर संभावनाओं का आंकलन किया है। अति शीघ्र हम प्रदेश में केज फ्री अंडा उत्पादन शुरू करने जा रहे हैं।
प्रगतिशील किसान शादाब, आसिफ, राजकुमार व अनिल मिश्रा ने बताया कि बैकयार्ड मुर्गी पालन व उसमें इस्तेमाल होने वाले नेचुरल फीड, दवाइयों की आपूर्ति और कंपनी द्वारा वापस खरीदे जाने वाले अंडे की कीमतों पर चर्चा जारी है।
गौरतलब है कि गत वर्ष मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया था की अमेरिका व योरोपीय देशों में मैकडॉनल्ड्स व कुछ अन्य फूड श्रृंखलाओं ने अपने आउटलेट्स पर केज फ्री पोल्ट्री उत्पाद का प्रयोग अनिवार्य कर दिया है। विदेशों में दिनों दिन केज फ्री अंडा उत्पादन व इसपर निर्भरता बढ़ रही है।