पाकिस्तान का ट्रेनिंग नहीं आया काम, भारत बांग्लादेश बॉर्डर से पकड़ा गया कश्मीरी आतंकी जावेद मुंशी
वह तहरीक-ए-मुजाहिदीन नमक आतंकवादी संगठन के लिए करता है काम
– जावेद मुंशी कश्मीर घाटी में कई विध्वंसक गतिविधियों में था शामिल
– मुंशी के पास से एक संदिग्ध किताब, एक सीडी, एक प्लास्टिक बैग और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद
बांग्लादेश बोर्डर से अशोक झा: पाकिस्तान से ट्रेनिंग लेकर आए कश्मीरी आतंकवादी को पश्चिम बंगाल की स्पेशल टास्क फोर्स ने कैनिंग इलाके से पकड़ा। गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए पश्चिम बंगाल पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की एक टीम ने दक्षिण 24 परगना के कैनिंग इलाके में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास एक पाकिस्तान प्रशिक्षित आतंकवादी को पकड़ा है, जिसकी पहचान जावेद मुंशी के रूप में हुई है। तहरीक-ए-मुजाहिदीन एक आतंकवादी संगठन है। जो कश्मीर घाटी में सक्रिय है। यह गिरफ्तारी जम्मू-कश्मीर और बंगाल पुलिस के संयुक्त अभियान का परिणाम है और कैनिंग अस्पताल के पास एक सटीक ऑपरेशन के दौरान अंजाम दी गई।अलीपुर कोर्ट ने कश्मीर में प्रतिबंधित
तहरीक-ए-मुजाहिदीन संगठन के संदिग्ध सदस्य जावेद मुंशी को जम्मू-कश्मीर पुलिस की मांग के अनुसार 31 दिसंबर तक ट्रांजिट रिमांड पर भेज दिया। जावेद मुंशी को दक्षिण 24 परगना में जम्मू-कश्मीर पुलिस और पश्चिम बंगाल एसटीएफ के संयुक्त अभियान में पकड़ा गया।लंबे समय से पुलिस के रडार पर था जावेद मुंशी: जावेद मुंशी कथित तौर पर कश्मीर घाटी में कई विध्वंसक गतिविधियों में शामिल रहा है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार तहरीक-ए-मुजाहिदीन के साथ मुंशी का संबंध पाकिस्तान आधारित आतंकी नेटवर्क और बांग्लादेश में अन्य चरमपंथी समूहों के साथ उसकी संलिप्तता को उजागर करता है।कोर्ट में पेशी और साक्ष्य का खुलासा: गिरफ्तारी के बाद मुंशी को अलीपुर कोर्ट में पेश किया गया। जहां उसे 31 दिसंबर तक ट्रांजिट रिमांड पर भेजा गया। सरकारी वकील ने अदालत में बताया कि मुंशी के पास से एक संदिग्ध किताब, एक सीडी, एक प्लास्टिक बैग और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए गए हैं। जो मामले की गंभीरता को दर्शाते हैं। कोर्ट ने ट्रांजिट रिमांड को मंजूरी देकर इस मामले में न्यायिक प्रक्रिया की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।परिवार का दावा और कानूनी प्रक्रिया पर भरोसा: जावेद मुंशी के परिवार ने उनके श्रीनगर में निवास की पुष्टि की। लेकिन किसी आतंकवादी संगठन से उनके संबंधों की जानकारी होने से इनकार किया। परिवार ने बयान दिया कि अगर जावेद पर लगाए गए आरोप सही साबित होते हैं तो हमें कानून की निष्पक्षता पर भरोसा है। यह बयान इस मामले के व्यक्तिगत और कानूनी पहलुओं को उजागर करता है।आतंकवाद के खिलाफ व्यापक कार्रवाई: जावेद मुंशी की गिरफ्तारी उस व्यापक अभियान का हिस्सा है। जिसमें हाल ही में पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में आठ संदिग्ध आतंकवादियों को पकड़ा गया था। ये सभी बांग्लादेश के अंसार-अल-इस्लाम से जुड़े थे और कथित रूप से देश के चिकन नेक गलियारे को निशाना बनाने की साजिश रच रहे थे। इस अभियान में बंगाल, असम और केरल पुलिस के संयुक्त प्रयास शामिल थे। मुर्शिदाबाद जिले में दो संदिग्धों की गिरफ्तारी भी इस बात का प्रमाण है कि भारतीय सुरक्षा बल राज्य और देशभर में आतंकी नेटवर्क को खत्म करने के लिए पूरी सतर्कता और समन्वित रणनीति अपना रहे हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा पर मजबूत पकड़: जावेद मुंशी की गिरफ्तारी और अन्य आतंकियों की धरपकड़ राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। पुलिस और न्यायिक प्रक्रिया के समन्वित प्रयास आतंकवाद के बढ़ते खतरों से निपटने के लिए ठोस रणनीति को रेखांकित करते हैं। दक्षिण 24 परगना में जावेद मुंशी की गिरफ्तारी भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के आतंकवाद विरोधी अभियानों की सफलता का प्रतीक है। यह कार्रवाई यह सुनिश्चित करती है कि देश में आतंकवादी नेटवर्क को समाप्त किया जाए और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत बनाया जाए। जांच अभी जारी है और अधिकारियों का उद्देश्य न्याय को कायम रखना और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाना है।