मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की एडवांस सुरक्षा टीम पर कुकी उग्रवादियों ने घात लगाकर हमला

सिलीगुड़ी: पूर्वोत्तर के मणिपुर में पिछले एक साल से चल रही हिंसा के बीच आज मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की एडवांस सुरक्षा टीम पर कुकी उग्रवादियों ने घात लगाकर हमला किया है। जिरीबाम जा रही इस अग्रिम सुरक्षा टीम पर उग्रवादियों ने तब हमला किया जब यह टीम सीएम के मंगलवार के दौरे से पहले जिरीबाम जा रही थी। इसी दौरान कुछ उग्रवादियों ने उनके काफिले पर हमला कर दिया। जानकारी सामने आ रही है कि इस हमले में दो जवान घायल हो गए हैं। दिलचस्प बात यह है कि एन बीरेन सिंह कल जिरीबाम जा रहे थे, लेकिन ये हमला उससे पहले ही हो गया। इस घटना से देशभर में हड़कंप मच गया है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह का काफिला मणिपुर के हिंसा प्रभावित जिरीबाम जिले की ओर जा रहा था। इसी दौरान अचानक उनके बेड़े पर गोलीबारी शुरू हो गई। सुरक्षा बलों ने भी इस गोलीबारी का जवाब देना शुरू कर दिया। दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हो गई। कोटलेन गांव के पास दोनों तरफ से काफी देर तक फायरिंग की खबरें आ रही है। इस घटना ने मणिपुर में पिछले साल से चल रहे जातीय तनाव को और बढ़ा दिया है। अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार (7 जून) को जिरीबाम के बाहरी इलाकों से करीब 239 मीतेई लोगों को निकाला गया, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे और उन्हें जिले के एक बहु-खेल परिसर में नए बनाए गए राहत शिविर में ले जाया गया। किसान की हत्या से गुस्साए स्थानीय लोगों ने उसका शव बरामद होने के बाद कुछ परित्यक्त संरचनाओं में आग लगा दी थी, जिसके बाद जिरीबाम में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई थी। स्थानीय लोगों ने जिरीबाम पुलिस स्टेशन के सामने भी विरोध प्रदर्शन किया तथा अपने लाइसेंसी हथियार वापस मांगे, जिन्हें चुनाव के दौरान जब्त कर लिया गया था। मैतई, मुस्लिम, नागा, कुकी और गैर-मणिपुरी लोगों का घर जिरीबाम पहले जातीय संघर्ष से अप्रभावित रहा है। इम्फाल घाटी में रहने वाले मीतई और पहाड़ी इलाकों में रहने वाले कुकी के बीच संघर्ष के कारण 200 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और हज़ारों लोग बेघर हो गए हैं।
उग्रवादियों ने 50 घरों में लगाई आग: इस घटना से पता चलता है कि मणिपुर में हिंसा की घटनाएं अभी भी कम नहीं हुई हैं। उग्रवादियों ने जिरीबाम इलाके में दो पुलिस चौकियों, एक वन विभाग कार्यालय और 50 से अधिक घरों में आग लगा दी। आतंकियों की हिंसा के बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट हो गई हैं। इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। फिलहाल इस इलाके में तनावपूर्ण माहौल है। उग्रवादियों ने लमताई खुनौ, डिबोंग खुनौ, नुनखाल और बेगरा गांव में 70 से अधिक घरों में आग लगा दी। मणिपुर के जिरीबाम में संदिग्ध उग्रवादियों द्वारा 59 वर्षीय एक व्यक्ति की हत्या के बाद हिंसा की खबरें हैं। सोइबन सरतकुमार सिंह नाम का शख्स 6 जून को अपने खेत पर जाने के बाद लापता हो गया था। बाद में इस शख्स का शव मिला। इससे पहले मणिपुर में भी जातिगत आरक्षण के मुद्दे पर भड़की हिंसा में 200 से ज्यादा नागरिक मारे गए थे| साथ ही कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा महिलाओं और लड़कियों के साथ बेहद अमानवीय और अपमानजनक कृत्य किया गया। रिपोर्ट अशोक झा

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