डाबग्राम का दबंग टीएमसी नेता जबरन भूमि हड़पने के आरोप में गिरफ्तार
कई और टीएमसी नेता ममता बनर्जी के सूची में, गौतम देव के करीबियों पर गिर सकती है गाज
डाबग्राम का दबंग टीएमसी नेता जबरन भूमि हड़पने के आरोप में गिरफ्तार
-कई और टीएमसी नेता ममता बनर्जी के सूची में, गौतम देव के करीबियों पर गिर सकती है गाज
सिलीगुड़ी:डाबग्राम-फुलबारी इलाके के दबंग तृणमूल नेता और पार्टी के डाबग्राम फुलबारी ब्लॉक अध्यक्ष देबाशीष प्रमाणिक को न्यू जलपाईगुड़ी थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस नेता को आमबारी चौकी क्षेत्र के पगलुपारा निवासी बिमल रॉय की शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया गया था। बताया जा रहा है कि देबाशीष पर जमीन हड़पने, दस्तावेजों से छेड़छाड़, मारपीट, हत्या की कोशिश, आपराधिक साजिश रचने का आरोप लगाया गया है। बुधवार सुबह 10 बजे से सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट की पुलिस और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने उनसे पूछताछ की। बाद में उन्हें गिरफ्तार करने का निर्णय लिया गया। फिलहाल देबाशीष को सिलीगुड़ी पुलिस स्टेशन ले जाया गया है। वहां बड़ी संख्या में जमीनी स्तर के कार्यकर्ता एकत्र हुए। बाद में पुलिस देवाशीष प्रमाणिक को थाने से निकालकर मेडिकल जांच के लिए सिलीगुड़ी अस्पताल ले गयी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कल ही सचिवालय में नगर परिषदों के साथ बैठक में डाबग्राम फूलबाड़ी क्षेत्र में भूमि अतिक्रमण का मुद्दा उठाया। उन्होंने बैठक में मौजूद सिलीगुड़ी के मेयर गौतम देव को फटकार लगायी थी। देवाशीष प्रमाणिक मेयर गौतम देव के खास माने जाते है। मुख्यमंत्री ने बताया कि जमीन पर कब्जा किसी भी तरह से बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। इसके तुरंत बाद ही देबाशीष प्रमाणिक को गिरफ्तार कर लिया गया। देबाशीष प्रमाणिक बाद में तृणमूल में शामिल हो गए, हालांकि उन्होंने एक समय कांग्रेस के लिए काम किया था। फुलबाड़ी इलाके में उनका एक पलासडोपम घर भी है। हालाँकि देबाशीष के खिलाफ कई बार शिकायतें की गईं, लेकिन किसी ने पुलिस से संपर्क करने की हिम्मत नहीं दिखाई। सिलीगुड़ी के मेयर गौतम देब 2011 में डाबग्राम फूलबाड़ी विधानसभा से जीतकर विधायक बने थे। बाद में देवाशीष गौतम देव के करीबी हो गये। 2018 में जलपाईगुड़ी जिला परिषद के सदस्य भी बने। वह उस क्षेत्र में तृणमूल संगठन में व्यावहारिक रूप से अंतिम शब्द थे। लेकिन डाबग्राम फूलबाड़ी पंचायत, विधानसभा और लोकसभा चुनाव में तृणमूल के नतीजे लगातार खराब रहे हैं। निकटवर्ती सिलीगुड़ी में नतीजे अच्छे नहीं रहे। टीम की जांच में पता चला कि डाबग्राम-फूलबाड़ी इलाके में जमीन का लेनदेन तय सीमा से आगे चला गया है। उनके साथ तृणमूल के कई नेता और कार्यकर्ता शामिल थे। हाल ही में सिलीगुड़ी सेवक रोड स्थित रामकृष्ण मिशन आश्रम की जमीन हड़पने का आरोप सामने आया था। जिसे लेकर जमीनी स्तर के लोगों का चेहरा सामने आ रहा है। इसलिए नवान्न बैठक में मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार एक ओर जहां अवैध कब्जेदारों को बेदखल करने का काम शुरू कर दिया गया है, वहीं दूसरी ओर जमीन के लेन-देन पर रोक लगाने के लिए भी कदम उठाये गये हैं। रिपोर्ट अशोक झा