अतिक्रमण हटाने के नाम पर हो रहा वोट पॉलिटिक्स, सुभेंदु ने लगाया ममता पर सीधा आरोप
कहा, हिंदुओं को उजाड़कर रोहिंग्या को बसाने की हो रही साजिश
अशोक झा, सिलीगुड़ी: पश्चिम बंगाल के बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने बुधवार (26 जून) को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा। सुवेंदु अधिकारी ने कोलकाता प्रशासन और पुलिस की ओर से चलाए जा रहे कथित अवैध अतिक्रमण पर नाराजगी जाहिर की। सुवेंदु अधिकारी ने कहा, ”अवैध अतिक्रमण वाली जमीन सरकार खाली कराती है, इसमें कोई दिक्कत नहीं है। समस्या ये है कि वो गरीब हॉकर लोगों को हटा रहे हैं। इसमें भी खासकर हिंदू हॉकर को हटाया जा रहा है। ममता बनर्जी वोट पॉलिटिक्स कर रही है।
‘डेमोग्राफी बदलने की कोशिश कर रही टीएमसी’: नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि कोलकाता के कई वार्ड में बीजेपी को भारी वोट मिले। ये कार्रवाई पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है। इसी वजह से ये कार्रवाई हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि ये लोग (टीएमसी) पहले हिंदू लोगों को उठा रहे हैं। इसके बाद रोहिंग्या को बैठाएंगे। उन्होंने कहा कि ये (टीएमसी) डेमोग्राफी बदलने की कोशिश कर रही है। उन्होंने ममता बनर्जी की सरकार को चेतावनी देते हुए पुलिस-प्रशासन की ओर से की जा रही कार्रवाई पर तुरंत रोक लगाने की मांग की। उन्होंने कहा कि सीएम ममता बनर्जी की ओर से इस कार्रवाई पर तुरंत रोक लगाई जाए, वरना बीजेपी के कार्यकर्ता, नेता और विधायक इसके खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे। कोलकाता में चल रहा अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान: गौरतलब है कि बुधवार को पुलिस-प्रशासन ने कोलकाता के कई इलाकों में कथित अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की। इस दौरान बेहला, रवींद्र सदन, राजरहाट, साल्टलेक, अलीपुर और कई इलाकों में कार्रवाई की गई। अधिकारी ने कहा की सिलीगुड़ी के वार्ड 46 में धरल्ले से अवैध भवनों का निर्माण हो रहा है। वहां देखने वाला कोई नहीं है। उत्तर बंगाल में सरकारी जमीन पर टीएमसी नेताओं के इशारे पर जमीन को कब्जा कर बेच दिया गया। उसपर कब करवाई होगी। लोकसभा स्पीकर चुनाव पर क्या बोले सुवेंदु अधिकारी?: वहीं, सुवेंदु अधिकारी ने लोकसभा अध्यक्ष के तौर पर ओम बिरला के चुनाव पर टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी के मत विभाजन की मांग को लेकर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि संसद में आज टीएमसी के 5 सांसद मौजूद नहीं थे। उन्होंने कहा कि अभिषेक बनर्जी को पहले इस पर जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रोटेम स्पीकर की ओर से घोषणा के बाद भी विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मत विभाजन की मांग नहीं की। अखिलेश यादव को बोलना चाहिए था। सबने देखा, लेकिन किसी ने मत विभाजन की मांग नहीं की। ये केवल मीडिया पर चर्चा में आने के लिए दिया गया बयान था।रिपोर्ट अशोक झा