स्कूल बस से दुर्घटना में महिला की मौत और उसे बचाने में बंगाल पुलिस का चौकाने वाला सच आया सामने
सीज बस से हटाया गया स्कूल का नाम विधायक ने की सीएम से शिकायत
अशोक झा, सिलीगुड़ी : अंधेर नगरी चौपट राजा, टके शेर भाजा टके शेर खाजा की कहावत को सिलीगुड़ी पुलिस कमीशनरेट की पुलिस चरितार्थ करने में लगी है। शहर के एक प्रतिष्ठित निजी स्कूल डीपीएस और पुलिस की मिलीभगत से साक्ष्य के साथ छेड़छाड़ किए जाने का गंभीर मामले को सिलीगुड़ी विधायक शंकर घोष ने उजागर किया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लिखे पत्र में घोष ने साक्ष्य के साथ हुए किए गए भ्रष्टाचार को उजागर कर कारवाई की मांग की है। उन्होंने लिखा है की तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है। सिलीगुड़ी में स्कूल बसों और पुलिस अधिकारियों से जुड़े कदाचार को आपके तत्काल ध्यान में एक गंभीर मामला लाने के लिए लिख रहा हूं जो सिलीगुड़ी में परिवहन प्रणाली की सुरक्षा और अखंडता से संबंधित है, विशेष रूप से स्कूल बसों से संबंधित है। उन्होंने लिखा है की जैसा कि आप जानते हैं, बुधवार, 3 जुलाई 2024 को सिलीगुड़ी अस्पताल के पास एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना हुई, जिसमें एक महिला की दुखद मौत हो गई। इस घटना के संबंध में, पुलिस ने दो वाहनों को जब्त कर लिया: एक स्कूल बस (पंजीकरण संख्या WB73 C5259) और एक 4-पहिया यात्री वाहक (पंजीकरण संख्या WB73 F8316)। मेरी चिंता यह है कि पुलिस हिरासत में रहते हुए, किसी ने स्कूल बस की बॉडी से स्कूल का नाम और सीरियल नंबर हटा दिया और बस को फिर से रंग दिया (फोटो संलग्न हैं), जो महत्वपूर्ण सबूतों को छिपाने या जिम्मेदारी से बचने के संभावित प्रयास का संकेत देता है। यह कृत्य न केवल न्याय में बाधा डालता है बल्कि इसमें शामिल अधिकारियों की ईमानदारी पर भी गंभीर संदेह पैदा करता है। इसके अलावा, यह मेरे ध्यान में आया है कि सिलीगुड़ी में बड़ी संख्या में स्कूल बसें संचालन के लिए अनुपयुक्त हैं और ‘पश्चिम बंगाल मोटर वाहन नियम 1989 का उल्लंघन कर रही हैं। इन गंभीर सुरक्षा मुद्दों के बावजूद, पुलिस और परिवहन विभाग ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। इन उल्लंघनों को संबोधित करें. यह लापरवाही रोजाना अनगिनत बच्चों और नागरिकों की जान जोखिम में डालती है। हमारे सम्मानित राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में, मैं आपसे इस मामले में हस्तक्षेप करने की विनम्र अपील करता हूं। मैं आपसे साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों/अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और सिलीगुड़ी में स्कूल बसों के संचालन की गहन जांच सुनिश्चित करने का अनुरोध करता हूं। आपकी त्वरित और निर्णायक कार्रवाई न केवल पीड़िता और उसके परिवार को न्याय दिलाएगी बल्कि हमारे कानून प्रवर्तन और नियामक निकायों में विश्वास भी बहाल करेगी। मुझे विश्वास है कि, हमारे नागरिकों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
चर्चा यह भी है की कही एक ही नंबर से स्कूल में कई बस तो नहीं चल रहे है?
किसी भी निजी स्कूल के बस यातायात नियमों का पालन नहीं करते है। ज्यादातर स्कूली बस को कागजों पर फिट दिखा दिया जाता है। घोष जो भाजपा के विधानसभा में मुख्य सचेतक भी है ने कहा की इस मामले को विधानसभा में भी उठाया जाएगा।एक महिला की मौत हो गई और पुलिस उसे भ्रष्टाचार के पानी से धोने की कोशिश कर रही है आखिर क्यों?
क्या था पूरा मामला: 3 जुलाई को सिलीगुड़ी जिला अस्पताल के निकट एक तेज़ रफ्तार स्कूल बस पंजीकरण संख्या WB73 C5259 डीपीएस लिखे ने ऑटो पंजीकरण संख्या WB73 F8316को टक्कर मार दी। घटना के बाद सड़क पर पैदल जा रही एक महिला की ऑटो की चपेट में आने मौत हो गई। मृत महिला का नाम राखी विश्वास (40) है।वह वार्ड नंबर 21 के रवीन्द्रनगर की रहने वाली थी। यह घटना सिलीगुड़ी शहर में घटी है। सूत्रों के अनुसार, राखी विश्वास अपनी बहन के साथ फुटपाथ पर चलकर वीनस मोड़ से सिलीगुड़ी अस्पताल की ओर आ रही थी। तभी स्कूल बस ने एक ऑटो को जोरदार टक्कर मार दी। जिससे ऑटो अनियंत्रित होकर फुटपाथ से गुजर रही महिला को धक्का मार दिया। घटना के बाद घायल महिला को ट्रैफिक पुलिसकर्मी की मदद से बरामद कर सिलीगुड़ी जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद थाने की पुलिस ने स्कूल बस चालक के खिलाफ क़ानूनी कार्रवाई शुरू कर दी थी। जॉच के नाम पर स्कूल और उससे जुड़ी बस को बचाने की हर कोशिश की जा रही है। इस संबंध में स्कूल की ओर से कोई भी प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है।