भाजपा के आरोपों पर हमलावर हुई सीएम ममता, कहा मैंने अपने नाम पर स्टेडियम का नामकरण नहीं किया

भाजपा के आरोपों पर हमलावर हुई सीएम ममता, कहा मैंने अपने नाम पर स्टेडियम का नामकरण नहीं किया
सिलीगुड़ी: बंगाल में राशन भ्रष्टाचार मामले में वन मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक को गिरफ्तार कर राशन वितरण घोटाले में रिमांड पर पूछताछ हो रही है। पूर्व आप्त सचिव अभिजीत दे ने ईडी को कहा है कि मंत्री के कहने पर ही तीन कंपनी में उन्होंने अपने परिवार के लोगों को निदेशक बनाया था। अब केंद्रीय जांच एजेंसी ने दावा किया कि राशन भ्रष्टाचार राज्य के खाद्य मंत्री के रूप में उनके 10 साल के कार्यकाल के दौरान शुरू हुआ था। इसको लेकर भाजपा टीएमसी पार्टी को चोर का सरकार बताते हुए लगातार आरोप लगा रही है। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर विपक्ष द्वारा ‘‘चोर’’ होने के लगाए गए आरोप पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने कभी एक भी पैसा नहीं लिया और न ही किसी से एक कप चाय पी है। उन्होंने यहां अपने भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती वाम मोर्चा सरकार भ्रष्ट थी क्योंकि 2011 में गठबंधन को हराकर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सत्ता में आने के बाद एक करोड़ फर्जी राशन कार्ड का पता चला था और बाद में उन्हें रद्द कर दिया गया था। मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी कथित राशन आपूर्ति घोटाले की जांच के सिलसिले में पिछले महीने ईडी द्वारा वरिष्ठ मंत्री ज्योति प्रिय मलिक की गिरफ्तारी पर हो-हल्ला के बीच आई है। पार्टी के कई अन्य नेताओं को भी भ्रष्टाचार के मामलों में उनकी कथित संलिप्तता के लिए केंद्रीय एजेंसियों ने गिरफ्तार किया है। विपक्षी भाजपा टीएमसी सरकार और पार्टी के नेताओं पर ‘‘चोर” होने का आरोप लगाती रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हो सकता है कि कुछ लोगों ने समस्याएं पैदा की हों, लेकिन हमने सात-आठ साल तक तंत्र को दुरुस्त करने के लिए बहुत प्रयास किए। क्या हमने दूसरों के पैसे से एक कप चाय भी पी है? मैंने एक पैसा भी नहीं लिया। मैं (एक पूर्व सांसद के रूप में) 1.25 लाख रुपये मासिक पेंशन भी नहीं लेती हूं।” बनर्जी ने दावा किया कि टीएमसी सरकार द्वारा भारी संख्या में फर्जी राशन कार्ड को रद्द करने के कदम के कारण कोविड महामारी के दौरान भूख से कोई मौत नहीं हुई। टीएमसी नेता ने जंगलमहल इलाके में माकपा नीत वाम मोर्चा सरकार के दौरान लोगों की हालत का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘जब मैं विपक्षी सांसद के रूप में वहां गई तो यह जानकर दंग रह गई कि बिरपहाड़ी में लोग चींटियां खाते हैं।” बनर्जी ने लोगों से यह भी कहा कि जब उनका निधन हो, तो ‘‘उन लोगों को मेरे पास न आने दें, जो मेरे खिलाफ उल्टी-सीधी बात बोलने का कोई मौका नहीं छोड़ते।” बनर्जी ने कहा, ‘‘मैं जितना हो सके उतना काम करने में विश्वास करती हूं। लेकिन, मैं दूसरों की तरह अपना गुणगान करने में विश्वास नहीं करती। मैंने अपने नाम पर स्टेडियम का नामकरण नहीं किया है।” उनके इस बयान को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष के रूप में देखा जा रहा है जिनके नाम पर अहमदाबाद में एक क्रिकेट स्टेडियम है।
खाद्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, सिर्फ मुर्शिदाबाद जिले में आठ लाख 26 हजार राशन कार्ड रद्द किये गये हैं. बताया गया है कि ये राशन कार्ड 2021 के बाद रद्द किये गये हैं. मालूम हो कि राशन कार्ड में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए डिजिटल राशन कार्ड लांच किया गया था. इसके बाद से फर्जी और अस्तित्वहीन राशन कार्डों का मामला सामने आया। इसके बाद खाद्य विभाग ने इनकी पहचान कर इन्हें ब्लॉक करना शुरू कर दिया है।
राज्य सरकार ने दुआरे राशन योजना की शुरुआत की है।
2021 में ज्योतिप्रिय मल्लिक को खाद्य विभाग से हटा दिया गया था। वहीं, विपक्ष पार्टियों ने इसे लेकर राज्य की सत्ताधारी पार्टी पर हमला बोलना शुरू कर दिया है। हालांकि, तृणमूल का दावा है कि राज्य सरकार ने अपने कार्यप्रणाली में पारदर्शिता बरतते हुए इतने सारे राशन कार्डों को रद्द कर दिया है। राज्य सरकार अब दुआरे राशन योजना के तहत लोगों के घर-घर राशन पहुंचा रही है। गौरतलब है कि राज्य में मुफ्त राशन की व्यवस्था काफी समय से चल रही है। दो वर्ष पहले राज्य में करीब 10.7 करोड़ राशन कार्ड
दो वर्ष पहले राज्य में करीब 10.7 करोड़ राशन कार्ड थे। परिणामस्वरूप, राज्य हर साल इस पर भारी धनराशि खर्च करता है। मृतक के नाम पर राशन कार्ड या एक ही व्यक्ति के नाम पर कई राशन कार्ड होने के आरोप हैं। आधार लिंकिंग प्रक्रिया के बाद, राज्य सरकार ने इन सभी फर्जी राशन कार्डों की पहचान करने के लिए कदम उठाये। उस प्रक्रिया के शुरू होने के बाद देखा गया है कि राज्य में आठ करोड़ 78 लाख वैध राशन कार्ड हैं। बाकी लगभग दो करोड़ राशन कार्ड राज्य सरकार ने निष्क्रिय कर दिये हैं। हालांकि, राज्य सरकार ने कहा है कि उचित जानकारी प्रदान करने पर निष्क्रिय राशन कार्ड को फिर से सक्रिय कर दिया जायेगा। @रिपोर्ट अशोक झा

Back to top button