प्रशिक्षु आईएएस अफसर पूजा खेड़कर पर केस दर्ज बर्खास्तगी की तैयारी

पूजा ने अपना व माता-पिता का बदला नाम छिपाई पहचान

प्रशिक्षु आईएएस अफसर पूजा खेड़कर ने देश की सबसे बड़ी और कठिन परीक्षा में धोखाधड़ी कर लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की विश्वसनीयता सवाल खड़ा कर दिया है। जहां सिविल सेवा परीक्षा देने की स्वीकार्य सीमा खत्म हो गई तो पूजा ने पहचान छिपाते हुए न सिर्फ अपने, बल्कि माता-पिता के नाम में भी बदलाव किया। जन्मतिथि बदलने के साथ अन्य सभी प्रमाणपत्रों में भी बदलाव किया। दिव्यांगता प्रमाणपत्र हासिल कर यूपीएससी परीक्षा में चयनित हो गई। यूपीएससी के रिकॉर्ड के अनुसार, पूजा को बहु दिव्यांगता वाले उम्मीदवार के रूप में ओबीसी श्रेणी के तहत सिविल सेवा परीक्षा में दिव्यांगता कोटे से 821वीं रैंक हासिल किया।
आश्चर्य यह कि सब कुछ यूपीएससी की नाक के नीचे हुआ और उसे भनक तक नहीं लगी। मामला खुलने पर यूपीएससी ने पूजा के खिलाफ सिविल सेवा परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने के आरोप में एफआईआर दर्ज कराया है। साथ ही, पूजा को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा कि सिविल सेवा परीक्षा- 2022 के लिए उनकी उम्मीदवारी को क्यों न रद्द किया जाए और भविष्य की परीक्षाओं व चयन से क्यों वंचित न किया जाए?

आयोग की शिकायत पर दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा में पूजा के खिलाफ न्याय संहिता, आईटी अधिनियम व दिव्यांगता कानून के प्रासंगिक प्रावधानों में केस दर्ज किया गया है, ताकि जालसाजी, धोखाधड़ी और सिविल सेवाओं में दिव्यांगता कोटे के दुरुपयोग के आरोपों की जांच की जा सके।
केंद्र भी कर रहा जांच पूजा मामले में केंद्र ने 11 जुलाई को कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के अतिरिक्त सचिव मनोज कुमार द्विवेदी को जांच की जिम्मेदारी सौंपी और दी हफ्ते में रिपोर्ट तलब की है।

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